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600 पदों में भर्ती के लिए 29 जून को प्लेसमेंट कैंप का आयोजन, इन पदों पर होगी भर्ती

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सूरजपुर :  जिला रोजगार एवं स्वरोजगार मार्गदर्शन केन्द्र सूरजपुर के द्वारा 29 जून 2022 को कार्यालय परिसर में प्लेसमेंट कैम्प का आयोजन किया गया है। युक्त शिविर में निजी क्षेत्र के नियोजक SIS सिक्योरिटी एंड इंटेलिजेंस सर्विस इंडिया लिमिटेड सिंगरौली मध्य प्रदेश के द्वारा 600 रिक्त पदो के लिए भर्ती किया जाना है।

रिक्त पदों में सिक्योरिटी गार्ड के 500 रिक्त पदों हेतु शैक्षणिक योग्यता दसवीं पास या फेल, ऊंचाई 168 सेंटीमीटर, आयु 21 से 35 साल, पुरुष होना चाहिए जिसकी 1 माह की ट्रेनिंग मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में होगी वेतनमान 10 से 13 हजार रुपए और सिक्योरिटी सुपरवाइजर के 100 रिक्त पदों के लिए 12वीं, स्नातक पास, उम्र 21 से 35 साल, पुरुष होना चाहिए, जिसकी 2 माह की ट्रेनिंग मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में होनी हैं। जिसका वेतनमान 14 से 16 हजार रुपये होगा।

आप भी कर सकते हैं अप्लाई

इच्छुक ऐसे आवेदक जो उपरोक्त योग्यता रखते हैं वे अपने साथ शैक्षणिक योग्यता की अंक सूची, निवास, जाति, रोजगार कार्यालय का पंजीयन कार्ड आदि की मूल प्रति और पासपोर्ट साइज की दो फोटो के साथ दिनांक को शिविर में उपस्थित होकर अवसर का लाभ उठा सकते हैं।

प्राचार्य वर्ग-1 और प्राचार्य वर्ग-2 की चयन सूची जारी 

छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग ने सहायक कौशल विकास, तकनीकी शिक्षा और रोजगार विभाग के अंतर्गत प्राचार्य वर्ग-1 के 01 पद समेत प्राचार्य वर्ग-2/प्लेसमेंट अधिकारी/सहायक संचालक (तकनीकी) के 48 कुल 49 पदों के लिए चयन सूची जारी कर दी है। इसके लिए लिखित परीक्षा परिणाम 1 जून को जारी किए गए थे। इन पदों के लिए 143 अभ्यर्थी साक्षात्कार हेतु चिन्हित किए गए थे। 21 और 22 जून को पदों के लिए साक्षात्कार आयोजित किया गया था।

लोक सेवा आयोग की बेवसाइट पर कर सकते हैं चेक

प्राचार्य वर्ग-1 के लिए 02 अभ्यर्थी अनर्ह पाए गए और प्राचार्य वर्ग-2 प्लेसमेंट अधिकारी-सहायक संचालक (तकनीकी) के लिए 03 अभ्यर्थी अनर्ह और 01 अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे। जारी चयन सूची में प्राचार्य वर्ग-1 के लिए ईश्वरी प्रसाद साहू ने पहला स्थान और प्राचार्य वर्ग-2 प्लेसमेंट अधिकारी-सहायक संचालक (तकनीकी) के लिए दिनेश कुमार साहू ने पहला स्थान प्राप्त किया है। विस्तृत चयन सूची लोक सेवा आयोग की बेवसाइट www.psc.cg.gov.in पर देखी जा सकती है।

अक्षय तृतीया के मौके पर 10 नाबालिगों का रोका गया बाल विवाह

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सूरजपुर कलेक्टर इफ्फत आरा के निर्देश पर पूरे जिले में बाल विवाह रोकने को संयुक्त टीम सक्रिय है। अक्षय तृतीया को विवाह को विशेष तिथि माना जाता है। इस अवसर का लाभ उठा कर बाल विवाह करने वालों पर प्रशासन की पैनी नजर बनी हुई है। पूर्व में भी जिले के कलेक्टर, जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी द्वारा जिले वासियों से बाल विवाह नहीं करने के लिए अपील की गई थी।

फाइल फोटो

 जिले के कलेक्टर इफ्फत आरा जिला पंचायत CEO राहूल देव के निर्दश पर CS सिसोदिया के मार्गदर्शन में संयुक्त टीम बाल विवाह रोकने के लिए सक्रिय है। जिले में कई सालों से इस सामाजिक कुरीती को दूर करने के लिए जिला बाल संरक्षण इकाई, महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा जागरुकता कार्यक्रम भी किए जाते रहे हैं। ग्रामीणों को जिला बाल संरक्षण अधिकारी और उनकी टीम को सीधे बाल विवाह न करने की जानकारी देने लगे हैं।

नाबालिगों में इस उम्र के लोग शामिल

जिले में अक्षय तृतीया के मौके पर होने वाले बाल विवाह की सूचना पर संयुक्त टीम ने तीन दिनों में 10 बाल विवाह रोके हैं। इसमें 06 लड़की और 04 लड़कों का विवाह होना था। रोके गए बाल विवाह 05 बाल विवाह जमदई, 02 बाल विवाह कन्दरई विकासखंड 01 बाल विवाह, ग्राम पिउरी विकास खंड रामानुजनगर और कटिंदा समेत बुंदिया में एक बाल विवाह रोका गया।  इस बाल विवाह में दो लड़कियों का विवाह सिर्फ 14 साल, दो लड़कियों का मात्र 15 और 15 साल 6 माह की उम्र में दो लड़कीयों का साढे 17 साल की आयु और लड़कों की आयु 18 साल से लेकर 20 साल की आयु में करते हुए पाया गया। 

टीम की समझाइश के बाद रूकी शादी

सभी स्थानों पर इस आशय का पंचनामा तैयार कर बाल विवाह को रोका गया और विवाह की उम्र हो जाने पर किया जाएगा। लड़की, लड़का का कथन, माता-पिता का कथन और शपथ पत्र लिया गया। दो स्थानों पर टीम को धोखे में डालने के लिए उसके आधार कार्ड में कुट रचना कर तिथि को बदल कर आधार को प्रस्तुत किया गया। शक होने पर जिला बाल संरक्षण अधिकारी ने जांच कराने और अपराध पंजीबद्ध करने की बात करने पर पता चला कि आधार कार्ड के जन्म तिथि में कुट रचना कर साल को बदल गया है। बाद में समझाइश पर विवाह नहीं करने को सभी मान गएए।

इन्होंने ने की कार्रवाई

बाल विवाह रोकने वालों में जिला बाल संरक्षण अधिकारी मनोज जायसवाल, चाइल्ड लाइन से कार्तिक मजूमदार, जनार्दन यादव, शोभनाथ, रमेश साहू, शीतल सिंह, राधा यादव, अनवरी खातून, दिनेश यादव, पुलिस विभाग से सुनीता, एसआई रामानुजनगर, थाना प्रभारी सुभाष कुजूर, पुष्पा पैकरा, अली अकबर उपस्थित थे।

इस गांवों में हो रही थी नाबालिगों की शादी, प्रशासनिक टीम की सजगता से रुका 6 का बाल विवाह

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सूरजपुर:  कलेक्टर गौरव कुमार सिंह के निर्देश पर जिला कार्यक्रम अधिकारी चंद्रबेस सिंह सिसोदिया के मार्गदर्शन में जिले में बाल विवाह लगातार रोकी जा रही है। दो दिनों में जिला बाल संरक्षण अधिकारी मनोज जायसवाल के नेतृत्व में संयुक्त टीम ने 5 बाल विवाह रोके हैं। ग्रामीणों द्वारा लगातार जिला बाल संरक्षण अधिकारी को बाल विवाह की सूचना दी जा रही है। उम्र के सत्यापन के बाद जिला स्तरीय टीम लगातार बाल विवाह रुकवा रही है। बंजा गांव से सूचना प्राप्त हुई कि ग्रामीणों द्वारा एक नाबालिग लड़की के उम्र का सत्यापन कराने पर पता चला कि बालिका का उम्र सिर्फ 14 साल 06 महीने हुआ है। 

संयुक्त टीम को जिला बाल संरक्षण अधिकारी ने मौके पर भेजा, जहां लड़की समेत परिजनों को समझा कर दस्तावेज तैयार कर विवाह रुकवा दिया गया। जिला बाल संरक्षण अधिकारी मनोज जायसवाल को ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि एक 17 साल की नाबालिग लड़की की शादी डुमरिया गांव में कराया जा रहा है, जिसकी सूचना पर तत्काल मौके पर संयुक्त टीम पहुंची और पंचनामा, कथन तैयार कर विवाह को स्थगित करा दिया गया।  वहीं राजकिशोर भटगांव से जिला बाल संरक्षण अधिकारी को सूचना प्राप्त हुई कि नाबालिग लड़के का विवाह कराया जा रहा है। 

दाखिल खारीज का प्रमाण पत्र दिखाने पर विवाह रोका गया

जांच करने पर पाया गया कि लड़के की उम्र सिर्फ 15 साल 06 महीने हुआ है। जबकि लड़कों का विवाह योग्य उम्र 21 साल होनी चाहिए। ग्रामीणों ने बालक के शिक्षा नहीं ग्रहण करने की बात बताई जा रही थी, लेकिन टीम द्वारा दाखिल खारीज का प्रमाण पत्र दिखाने पर विवाह रोक दिया गया। अन्य मामले में ग्रामीणों ने सूचना दी की एक नाबालिक लड़की का विवाह कराया जा रहा है। जिला बाल संरक्षण अधिकारी ने संयुक्त टीम को मौके पर भेजा। टीम के पहुंचते लड़के ने माता-पिता डर से वहीं चले गए। सभी को समझाइश दिया गया और लड़की समेत माता-पिता को बाल कल्याण समिति में दिया गया। 

सरपंच ने लिया जिम्मा

सरपंच ने लड़की समेत परिजनों को सूचना प्रस्तुत करने का जिम्मा लिया। जिला बाल संरक्षण अधिकारी को ग्रामीणों ने एक 18 साल के लड़के का विवाह हो रहा था। जब टीम मौके पर पहुंची तो नाबालिग का उम्र 18 साल 08 महीने निकला, जहां घर वालों को समझाइश देकर बाल विवाह रोकवा दिया गया। बाल विवाह रोकने वालों में जिला बाल संरक्षण अधिकारी मनोज जायसवाल, महिला बाल विकास विभाग पर्यवेक्षक माया चन्द्रकला जायसवाल, चाइल्ड लाईन से कार्तिक मजूमदार, जर्नादन यादव, दिनेश यादव, राधा यादव, अनवरी खातुन, अन्नपूर्णा पाटिल, रमेश साहू, शोभनाथ राजवाड़े, पुलिस विभाग से उदय सिंह, भीसराम भगत, मानिक दास, एसआई सुरेश साहू, अनिल किंग, अरुण सिंह, मान साय, अनुप यादव, दीपक यादव, उपस्थित थे।

कलेक्टर ने की ये अपील

कलेक्टर गौरव कुमार सिंह और मुख्य कार्यपालन अधिकारी राहुल देव समेत जिला कार्यक्रम अधिकारी चंद्रबेस सिंह सिसोदिया ने जिले वासियों से अपील की है कि बच्चों के उम्र होने पर ही विवाह करें। इसके पहले शादी करना बच्चों के हित में नहीं। जिला बाल संरक्षण अधिकारी ने भी जिला वासियों से अपील की है कि आने वाले अक्षय तृतीया में विवाह का बड़ा मुहुर्त आ रहा है। सभी से आग्रह है कि अपने बच्चों का विवाह करने से पहले आप उनका जन्म तिथि देखें और लड़की का 18 से पहले और लड़के का 21 साल से पहले विवाह ना करें।

जांजगीर-चांपा के बोरसी में रोका गया बाल विवाह 

महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला बाल संरक्षण इकाई जांजगीर और पुलिस की संयुक्त टीम ने बोरसी गांव में बाल विवाह को रोकने की कार्रवाई की है। 21 अप्रैल को बाल विवाह संबंधी सूचना प्राप्त होते राजेंद्र कश्यप जिला कार्यक्रम अधिकारी और तारकेश्वर सिंहा ,जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी के मार्गदर्शन में जिला बाल संरक्षण अधिकारी गजेन्द्र सिंह जायसवाल द्वारा टीम तैयार कर पुलिस विभाग से समन्वय करते हुए ग्राम बोरसी बिर्रा में नाबालिग के घर जाकर बालिका के उम्र सत्यापन के लिए बालिका का अंकसूची की मांग की गई। साथ ही दाखिल खारिज प्राप्त किया गया, जिसमें लड़की का उम्र 16 साल 07 महीने होना पाया गया। 

दोनों पक्षों की सहमति से रोकी गई शादी

नाबालिग की शादी 21 अप्रैल  को निर्धारित था, जहां बारात पहुंच गई थी। जिला बाल संरक्षण इकाई महिला एवं बाल विकास समेत चाइल्ड लाइन के कर्मचारियों द्वारा बालिका और लड़की के माता-पिता,वर पक्ष के पिता और परिवार, स्थानीय लोगों को बाल विवाह के दुष्परिणामों से अवगत कराया गया। उन्हें समझाइश के बाद सरपंच और स्थानीय लोगों की उपस्थिति में दोनों पक्षों की सहमति से लड़की की शादी रोकी गई।

बाल विवाह करने पर जेल की सजा का प्रावधान

दल में जिला बाल संरक्षण इकाई से गजेंद्र सिंह जायसवाल जिला बाल संरक्षण अधिकारी पर्यवेक्षक उर्मिला भारती, चाइल्ड लाइन से भूपेश कुमार कश्यप टीम मेंबर और पुलिस विभाग सहायक उप निरीक्षक आर एस मरावी, आरक्षक प्रद्युन कश्यप शामिल थे। बता दें कि बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम 2006 के तहत विवाह के लिए लड़की की उम्र 18 साल और लड़के की उम्र 21 साल निर्धारित है। निर्धारित उम्र से कम होने की स्थिति में बाल विवाह करने पर पुलिस विभाग द्वारा अपराध पंजीबद्ध करते हुए विवाह करने वाले माता-पिता, विवाह में सम्मिलित होने वाले रिश्तेदार, विवाह कराने वाले पंडित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। अधिनियम के तहत 02 साल के कठोर सश्रम कारावास और 01 लाख के जुर्माने या दोनों से दंडित किए जाने का प्रावधान है।

सूरजपुर के इस गांवों में हो रही थी 3 नाबालिगों की शादी, प्रशासन की सजगता से रुका तीनों का बाल विवाह

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सूरजपुर कलेक्टर गौरव कुमार सिंह के निर्देश पर जिले में बाल विवाह रोकने के लिए प्रशासनिक अमला त्वरित कार्रवाई कर रही है। गांव में बाल विवाह की सूचना ग्रामीण अधिकारियों को सीधे कर रहे हैं। जिला बाल संरक्षण अधिकारी के नेतृत्व में बाल विवाह रोकने के लिए टीम सक्रिय है। ग्रामीणों द्वारा जिला कार्यक्रम अधिकारी चंद्रबेस सिंह सिसोदिया को सूचना दी गई की बोझा गांव विकास खंड प्रतापपुर में एक 15 साल के लड़के का बाल विवाह किया जा रहा है।

जिला कार्यक्रम अधिकारी द्वारा जिला बाल संरक्षण अधिकारी मनोज जायसवाल को निर्देश दिया गया कि टीम लेकर मौके पर जाएं। साथ ही जांच कर कार्रवाई करें। जिला बाल संरक्षण अधिकारी महिला बाल विकास विभाग की पर्यवेक्षक, जिला बाल संरक्षण इकाई, चाइल्ड लाइन और खड़गवां पुलिस चौकी बल के साथ बोझा गांव पहुंचे, जहां जांच करने पर पता चला कि लड़का सिर्फ 17 साल का है, जिसका विवाह किया जाना है।

परिजन ने जताई सहमति

घरवाले विवाह की बात को छिपा रहे थे। सूचनाकर्ता से बात करने पर पता चला कि विवाह होने वाला है। इस पर घरवाले टीम को सही बताए और समझाइश दिया गया कि विवाह करने पर बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम के अंतर्गत सभी को जेल जाना पड़ सकता है। तब परिजनों ने उम्र होने पर विवाह करने की बात स्वीकार की।

पंचनामा तैयार कर रूकवाया विवाह

टीम को वहीं सूचना प्राप्त हुई थी कि सकलपुर में भी एक नाबालिग लड़की का बाल विवाह होने वाला है। टीम तत्काल मौके पर पहुंची तो पता चला कि सिर्फ 14 साल की लड़की की शादी करने की तैयारी चल रही है। टीम के आने की सूचना मिलने पर नाबालिग के पिता वहां से फरार हो गए। ग्रामीणों को बताया गया कि हम सिर्फ समझाइश देंगे बड़ी मुश्किल से बालिका का पिता सामने आया और बालिका की उम्र होने पर ही विवाह करने की बात कहा। गांव में पंचनामा कथन तैयार कर विवाह रुकवा दिया गया।

 नाबालिग और उसका पिता घर से फरार

इसी समय भैयाथान की पर्यवेक्षक का फोन आया कि गांव बुंदिया विकास खंड भैयाथान में नाबालिक लड़के का बाल विवाह संपन्न कराया जा रहा है। टीम ने इसकी जानकारी तत्काल भटगांव थाना को दी। साथ ही बल उपलब्ध कराने के लिए कहा गया। मौके पर टीम जब पहुंची तो गांव में मंडप गड़ चुका था और सारी तैयारियां की जा रही थी। टीम और पुलिस बल को देखकर लड़का और उसके पिता घर से फरार हो गए। बहुत समझाइश के बाद भी वे उपस्थित नहीं हुए। इसके बाद सरपंच, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को मौके पर बुलाया गया।

इन्होंने की कार्रवाई

आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के सर्वे में लड़के के आधार कार्ड के मुताबिक उम्र सिर्फ 15 साल था, जिस आधार पर मौके पर पंचनामा बालक के मां का कथन लिया गया। विवाह नहीं करने की समझाइए दी गई। साथ ही सुबह थाना भटगांव में आकर अंकसूची और अन्य दस्तावेज दिखाने के लिए कहा गया। मौके पर उपस्थित गांव के सरपंच ने उम्र होने पर ही विवाह होने देने की बात कही। इन सभी कार्रवाई में जिला बाल संरक्षण अधिकारी मनोज जायसवाल, संरक्षण अधिकारी संस्थागत देखरेख अखिलेश सिंह, आउटरीच वर्कर हरगोविंद चक्रधारी, चाइल्ड लाइन समन्वयक कार्तिक मजूमदार, जनार्दन यादव, चौकी खड़गवां विनोद गुप्ता, थाना भटगांव एसआई सिंह, एएसआई गुरु यादव, आरक्षक तारा सिंह और महिला आरक्षक उपस्थित थे।

बेहतर जल प्रबंधन के लिए सूरजपुर को मिला राष्ट्रीय पुरस्कार

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सूरजपुर जिले की छिंदिया ग्राम पंचायत को बेहतर जल संरक्षण और प्रबंधन के लिए राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कृत किया गया है। भारत सरकार के जल शक्ति मंत्रालय द्वारा तृतीय राष्ट्रीय जल पुरस्कार के तहत छत्तीसगढ़ राज्य के सूरजपुर जिले की ग्राम पंचायत छिंदिया को राष्ट्रीय स्तर पर सर्वश्रेष्ठ ग्राम पंचायत का द्वितीय पुरस्कार प्राप्त हुआ है।







राष्ट्रपति  रामनाथ कोविंद की गरिमामय उपस्थिति में नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम में केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने पुरस्कार प्रदान किया। कार्यक्रम में राज्य मंत्री जल शक्ति मंत्रालय प्रहलाद सिंह पटेल भी उपस्थित थे।


 मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ग्राम पंचायत छिंदिया के पदाधिकारियों और ग्रामीणों को राष्ट्रीय जल पुरस्कार प्राप्त होने पर बधाई और शुभकामनाएं दी हैं।

यह पुरस्कार हर साल केंद्रीय जल मंत्रालय द्वारा प्रदान किया जाता है। जल संरक्षण और प्रबंधन के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्यो के लिए छिंदिया को सर्वश्रेष्ठ ग्राम पंचायत के रूप में पुरस्कृत किया गया है। पुरस्कार का मुख्य उद्देश्य पानी के कुशल और न्यूनतम उपयोग के बारे में आम लोगों को जागरूक करने के साथ-साथ जल स्त्रोतों के संरक्षण और संवर्धन को प्रोत्साहित करना है। यह पुरस्कार जल प्रबंधन की दिशा में कदम बढ़ाने और जल के उपयोग में बेहतर तकनीकों को अपनाने के लिए प्रेरित करता है।

प्रशासनिक टीम ने रुकवाया 15 साल की लड़की का बाल विवाह

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सूरजपुर: जिले के भैयाथान गांव में एक 15 साल की मुस्लिम लड़की की शादी उसके घर वाले कर रहे थे। बारात मध्यप्रदेश के अनूपपुर से आने वाली थी। इसकी सूचना ग्रामीणों ने जिला बाल संरक्षण टीम को दी, जिसके बाद उम्र के सत्यापन के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और चाइल्ड लाइन ओड़गी को जिम्मेदारी दी गई। इस दौरान नाबालिग के परिजन ने बताया कि वे कोई भी स्कूल में नहीं पढ़ी है। सिर्फ मदरसा में गई है, लेकिन टीम को पता चला कि नाबालिग गांव के ही एक स्कूल में पांच साल तक पढ़ी है। इसके बाद स्कूल से जन्म तिथि पता किया गया, जिसमें नाबालिग सिर्फ 15 साल 03 महीने की निकली।

जिला बाल संरक्षण अधिकारी ने परिजनों को समझाइश दी कि अगर बाल विवाह होता है तो बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम के तहत कार्रवाई होगी। वहीं अगर बिना शादी के भी लड़की चली जाती है तो अपहरण का केस दर्ज होगा। इसके बाद मोबाइल के माध्यम से दूल्हे और उसके पिता को भी समझाइश दी गई, जिस पर सभी शादी बाद में करने को राजी हो गए।

कार्रवाई में ये रहे उपस्थित

कार्रवाई में जिला बाल संरक्षण अधिकारी मनोज जायसवाल, अखिलेश सिंह, जैनेन्द्र दुबे, माया चंद्रकला जायसवाल, हर गोविन्द चक्रधारी, राधा यादव, अनवरी खातुन, पुलिस बसदेई से आरक्षक अमित कुमार, ओमप्रकाश सिंह, संगीत कुमार, कृष्ण दुबे और बृजेश साहू उपस्थित रहे।

पिकअप पलटने से 4 लोगों की मौत, 24 घायल, शादी में शामिल होने जा रहे थे सभी

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छत्तीसगढ़ हादसों का गढ़ बनता जा रहा है। प्रदेश में किसी न किसी दुर्घटना की खबर रोजाना सामने आ रही है। ताजा मामला सूरजपुर के प्रेमनगर थाना क्षेत्र का है, जहां पिकअप पलटने से 4 लोगों की मौत हो गई। जबकि 24 लोग घायल हो गए, जिनमें से 2 की हालत गंभीर बताई जा रही है। घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जानकारी के मुताबिक सभी पिकअप में सवार होकर शादी में शामिल होने जा रहे थे। इस दौरान पिकअप वाहन अचानक अनियंत्रित होकर पलट गई।  

प्रेमनगर थाना इलाके के रहने वाले लोग पिकअप में सवार होकर शिवपुर में शादी समारोह में शामिल होने निकले थे। इसी बीच बिरंचि बाबा धाम के पास ये हादसा हुआ, जिसमें मौके पर ही 3 महिला समेत 4 लोगों की मौत हो गई है। पता चला है कि उस पिकअप गाड़ी में ज्यादातर महिलाएं बैठी थीं। हादसे के बाद घायलों को तुरंत जिला अस्पताल भेजा गया था, जहां 2 की हालत गंभीर होने के चलते उन्हें अंबिकापुर रेफर किया गया है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। 

विधायक ने जाना घायलों का हाल

इधर, घटना की जानकारी मिलते ही प्रेमनगर विधायक खेलसाय सिंह जिला अस्पताल पहुंचे, जहां उन्होंने घायलों का हाल जाना और डॉक्टरों को घायलों के बेहतर इलाज के निर्देश दिए हैं। इस हादसे में प्रेमनगर की रहने वाली लीलावती सिंह की मौत हुई है।

साल दर साल बढ़ रहा आंकड़ा

बीते तीन साल के सड़क हादसों के रिपोर्ट के आधार पर पुलिस मुख्यालय ने रिपोर्ट तैयार की हैं। वहीं साल 2016 से अगस्त 2020 तक के मौतों के आंकड़ों को देखा जाए तो हर साल सड़क हादसों होने वाले मौतों का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा हैं। बता दें कि कोरोना के मद्देनजर किए गए लॉकडाउन में सड़क हादसों की संख्या में कमी आई थी, लेकिन अनलॉक के बाद प्रदेश में सड़क हादसों की संख्या में लगातार तेजी आई है। अगस्त, सितंबर और अक्टूबर में बीते साल के मुकाबले सबसे ज्यादा 13 प्रतिशत की बढ़ोतरी सितंबर में हुई है।

हेलमेट नहीं पहनने की वजह हो रही सबसे ज्यादा मौतें

सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि सड़क हादसों में हर 100 में से 95 लोगों की मौत हेलमेट नहीं पहनने की वजह से हुई है। पुलिस मुख्यालय ने इसके लिए सभी जिलों में अभियान चलाने के निर्देश दिए गए हैं। इन साल दस महीनों में सड़क हादसों के आंकड़ों में कमी आई थी , लेकिन लॉकडाउन खत्म होने के बाद जैसे-जैसे आवाजाही बढ़ी वैसे-वैसे हादसों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है।

इन जिलों में आई मृत्यु दर में कमी

आंकड़ों के मुताबिक रायपुर, गरियाबंद, मुंगेली, दंतेवाड़ा, बीजापुर और नारायणपुर में हादसों में मरने वालों की संख्या सबसे ज्यादा है,जबकि बाकी जिलों में मृत्यु दर में कमी आई है। प्रदेशभर के सड़क हादसों के रिपोर्ट के मुताबिक 67% दोपहिया वाहन सवारों की मौत हुई है। दोपहिया वाहन सवार 2359 लोग हादसे के शिकार हुए, जिनमें 2361 की मौत हो गई। इनमें से 2257 की मौत हेलमेट नहीं पहनने से हुई है। इस साल दस महीने में 9097 सड़क हादसे हुए हैं । इसमें 3543 लोगों की मौत हुई है। इसके अलावा 8388 लोग घायल हुए हैं।

सबसे ज्यादा युवा हो रहे हादसे का शिकार

बता दें कि 40 प्रतिशत सड़क दुर्घटना फ्लाई ओवर के आस-पास होता हैं। इसके बाद सबसे ज्यादा हादसा क्रॉसिंग पर होता है, आंकड़ों के मुताबिक क्रॉसिंग पर होने वाले सड़क हादसों का प्रतिशत 30 है। इनमें सबसे ज्यादा हादसों के शिकार बाइक सवार और पैदल यात्री होते है। वहीं हादसों के शिकार होने वाले लोगों में ज्यादातर लोग युवा हैं।

मंजिल पाने के लिए आपको खुद से वादा करना है ना कि दूसरों से: कलेक्टर

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युवा संवाद कार्यक्रम में सूरजपुर शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के छात्रों ने अपने लक्ष्य को किस तरह हासिल करना है और जीवन में सफल कैसे बनना है इसके लिए कलेक्टर सभाकक्ष में कलेक्टर गौरव कुमार सिंह और जिला CEO राहुल देव से संवाद कर मार्गदर्शन प्राप्त किया। वहीं कलेक्टर और CEO ने अपने जीवन के अनुभव को साझा करते हुए बच्चों से संवाद किया और कन्या हाई स्कूल की छात्राओं को नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ने की बात कही।

कलेक्टर ने मार्गदर्शन देते हुए बताया कि हर किसी के मां-बाप चाहते हैं कि उनका बच्चा पढ़ाई-लिखाई में अच्छे नंबर लाए। मेरा बच्चा अपने जीवन में कुछ नाम करे तो उनके सपनों को साकार करने लिए आपको मेहनत करनी हैं। साथ ही युवा संवाद में चर्चा करते हुए कलेक्टर ने बच्चों के मन को टटोलते हुए पूछा कि आप सभी एक ही कक्षा पढ़ते है, आपको वही शिक्षक पढ़ाते है सारी चीजे वहीं फिर आपमें से ही कोई प्रथम आता है और कोई बच्चा फेल हो जाता है। बच्चों ने जवाब में बताया कि ज्यादा मेहनत, पढ़ाई में दिलचस्पी के कारण ऐसा होता है। कलेक्टर ने कहा कि आपने ठीक कहा सफल वही होता है जो ज्यादा मेहनत करता है और मोर स्टडी मोर कन्फ्यूजन के बारे में भी विस्तार से बताया कि विषय में आपकी दिलचस्पी तभी बढ़ेगी जब आप उसको समय देंगे।

आपसे ज्यादा आपको कोई और जज नहीं कर सकता। जोखिम लेने से कभी पीछ मत हटो, जोखिम ही आपको सफलता के रास्ते दिखाएगा। इसके लिए आपको अपने आप पर विश्वास बनाकर रखना होगा और कड़ी मेहनत करनी होगी। CEO ने अपने पढ़ाई के दौरान आने वाली समस्याओं से अवगत कराते हुए बताया कि उन्हें अंग्रेजी नहीं आती तो कई स्कूलों में उन्हें दाखिला नहीं मिला। अगर आप ठान ले तो सब कुछ मुमकिन है, दुनिया कितना भी ठुकराए आपे उससे लड़ना होगा। आप कितना प्रतिभावान है यह तय करने के लिए कोई भाषा इसका पैमाना नहीं हो सकता है। सिखने से सब कुछ सिखा जा सकता है।

विभिन्न प्रकार की योजनाओं की दी गई जानकारी

उन्होंने बताया कि मेधावी छात्रों के लिए सरकार में विभिन्न प्रकार की योजनाएं है जिसका लाभ आप ले सकते हैं, जो छात्र पढ़ना चाहते है वे चुनौतियों में रास्ता तलाश लेते हैं और सफल होते हैं। हमारे आप पास संसाधन की कमी नहीं है बल्कि कमी है तो हमारे दृढ़ सकल्प में, हमारी इच्छा शक्ति में और हम अपने लक्ष्य के प्रति कितना समर्पण रखते हैं।  किसी चीज को पाने के लिए पागलन होना चाहिए। आपके अंदर ऐसी ललक हो कि उसे पाकर ही रहना है।

नंबर किया गया फ्लैश 

इसी कड़ी में बच्चों को जनसंवाद कक्ष, वार रूम कम कैरियर संवाद कक्ष, कलेक्टर कार्यालय कक्ष और कलेक्टर कोर्ट रूम का भ्रमण कराते हुए विभिन्न विभागों की कार्ययोजनाओं के बारे में बताया गया। कैरियर संवाद कक्ष के लिए एक नंबर फ्लैश किया गया है 8817264311 जिस पर संपर्क कर बच्चे कैरियर से संबंधित मार्गदर्शन प्राप्त कर सकते हैं।

बच्चों का बढ़ाया गया मनोबल

बच्चों का मनोबल बढ़ाने के लिए मल्टीप्लेक्स में सिनेमा दिखाया गया। साथ ही चिरंजीवी सूरजपुर कार्यक्रम का अवलोकन कराते हुए बच्चों को जिला प्रशासन द्वारा संचालित निशुल्क अरूणोदय कोचिंग सेंटर में अध्ययनरत छात्रों से रूबरू कराते हुए बच्चों को पढ़ाई के लिए प्रेरित किया गया। इस दौरान कार्यक्रम के प्रमुख नोडल अधिकारी चंद्रबेश सिंह सिसोदिया, हिना टंडन नायब तहसीलदार, DEO विनोद रॉय, DMC शशीकांत सिंह, बाल संरक्षण अधिकारी मनोज जायसवाल समेत स्कूल के शिक्षक उपस्थित रहे।

सूरजपुर में 144 किलो और कोरिया में 56 क्विंटल धान जब्त, सेक्टर पर्यवेक्षक को कारण बताओ नोटिस

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छत्तीसगढ़ शासन के मंशानुसार प्रदेश के किसानों को ज्यादा से ज्यादा लाभ मिले इसलिए सूरजपुर SDM रवि सिंह के अगुवाई में जिले में अवैध धान परिवहन और खरीदी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई है। गुरुवार को रामानुजनगर विकासखंड के रामतीर्थ ग्राम पंचायत में रामनिवास द्वारा ग्रामीणों से अवैध खरीदी किए गए 144 किलो धान को जब्त किया गया है। कार्रवाई के दौरान डिप्टी कलेक्टर उत्तम रजक और संबंधित क्षेत्र के पटवारी उपस्थित रहे। जिले में अवैध धान के परिवहन और खरीदी पर प्रशासन के द्वारा निरंतर निगरानी की जा रही है। SDM के मुताबिक ये कार्रवाई लगातार जारी रहेगी।

वहीं कोरिया कलेक्टर श्याम धावड़े के निर्देश पर जिले में  कोचियों, बिचौलियों और अवैध धान खपाने-भण्डारण करने वालों के खिलाफ कार्रवाई  की जा रही है। खाद्य अधिकारी ने बताया कि 17 नवंबर को जिला खाद्य विभाग और कृषि उपज मंडी बैकुंठपुर की संयुक्त टीम द्वारा किए गए आकस्मिक निरीक्षण में ग्राम पंचायत बुढार स्थित जैकी जायसवाल ट्रेडर्स में बिना वैध दस्तावेज के 10 क्विंटल, मनोज राजवाड़े किराना स्टोर्स में 28 क्विंटल और पटना स्थित जैन ट्रेडर्स से 18 क्विंटल धान अवैध रूप से पाया गया। इन स्थानों में अकास्मिक रूप से दबिश देते हुए टीम द्वारा कुल 56 क्विंटल धान जब्त किया गया। सभी प्रकरणों पर मंडी अधिनियम के अंतर्गत कार्रवाई की जा रही है।

सेक्टर पर्यवेक्षक को कारण बताओ नोटिस

कोरिया जिले में कलेक्टर श्याम धावड़े द्वारा सुपोषण अभियान को सर्वोच्च प्राथमिकता में रखते हुए निरंतर मानिटरिंग की जा रही है। सुपोषण अभियान को गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर अभियान में लापरवाही बरतने वाले कर्मचारियों पर लगातार कार्रवाई कर रहे हैं। इसी कड़ी में कलेक्टर धावड़े ने एकीकृत बाल विकास परियोजना मनेंद्रगढ़ के अंतर्गत सेक्टर पर्यवेक्षक नागपुर सरिता राठौर को काम में गंभीर लापरवाही और वित्तीय अनियमितता बरतने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया है। 

बिना सूचना के थी अनुपस्थित

बता दें कि कार्यालय परियोजना अधिकारी एकीकृत बाल विकास परियोजना ने सेक्टर पर्यवेक्षक नागपुर सरिता राठौर को बिना पूर्व सूचना के 3 नवंबर 2020 से 15 नवंबर 2020 तक मुख्यालय से अनुपस्थित रहने पर चेतावनी पत्र जारी किया था। साथ ही स्पष्ट निर्देश दिया था कि भविष्य में इस प्रकार के कृत्य की पुनरावृत्ति पाए जाने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी, जिसके लिए वे खुद जिम्मेदार होंगी, लेकिन इसके बाद भी सरिता राठौर 23 अगस्त 2021 से 28 अगस्त 2021 तक बिना पूर्व अवकाश स्वीकृति के अनाधिकृत रूप से मुख्यालय से अनुपस्थित रहीं। 

वित्तीय अनियमितता प्रदर्शित 

इस कारण उनके द्वारा आंगनबाड़ी केंद्रों का निरीक्षण नहीं किया गया। आंगनबाड़ी केंद्रों से संचालित विभागीय योजनाओं की जमीनी स्तर पर जानकारी नहीं लिया गया, आंगनबाडी केंद्र माझापारा के आंगनबाडी कार्यकर्ता की अनुपस्थिति के दौरान उसका माह अगस्त 2021 का मानदेय पत्रक अनुचित रूप से भरकर जमा किया गया। गर्म भोजन सामग्री प्रदायकर्ता समूहों पर नियंत्रण नहीं रखा गया, महामाया महिला बचत समूह महराजपुर रेडी-टू-ईट उत्पादन ईकाई के कार्यों पर नियंत्रण नहीं रखा गया और वित्तीय अनियमितता प्रदर्शित की।

एकपक्षीय की जाएगी कार्रवाई 

कलेक्टर धावड़े ने जारी नोटिस में कहा कि अनाधिकृत रूप से मुख्यालय से अनुपस्थित रहने, वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशों का पालन नहीं करने जैसे गंभीर अनियमितताएं प्रदर्शित की गई है। वित्तीय औचित्य के मानक सिद्धांतों की अवहेलना और सिविल सेवा आचरण नियम का उल्लंघन मानते हुए अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए। इसके संबंध में सरिता राठौर को 7 दिन के अंदर स्पष्टीकरण जिला कलेक्टर के समक्ष प्रस्तुत करना होगा। ऐसा नहीं करने पर उनके खिलाफ एकपक्षीय कार्रवाई की जाएगी, जिसकी पूरी जिम्मेदारी सरिता राठौर की होगी।

4 सेक्टर सुपरवाइजरों की दो-दो वेतन वृद्धि रोकी

सुपोषण अभियान के क्रियान्वयन में लापरवाही और अनियमितता के लिए कलेक्टर धावड़े ने जिले के 4 सेक्टर सुपरवाइजरों की दो -दो वेतनवृद्धि तत्काल प्रभाव से रोकने के आदेश जारी कर चुके हैं। इसके साथ ही कलेक्टर के निर्देश पर परियोजना अधिकारी एकीकृत बाल विकास परियोजना सोनहत द्वारा आंगनबाड़ी केंद्र हरिजनपारा, सोनहत की कार्यकर्ता मीरा चौधरी और आंगनबाड़ी केंद्र खजूरपारा, सलगवांकला की कार्यकर्ता संगीता सोनवानी को पद से बर्खास्त कर दिया गया है।

मोहभठ्ठा पटवारी निलंबित, बसदेई सचिव को कारण बताओ नोटिस

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बेमेतरा तहसील के पटवारी गोपाल सिंह साहू को शासकीय काम में अनियमितता और अनुशासनहीनता बरतने के कारण तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। निलंबन अवधि में उन्हें जीवन निर्वाह भत्ते की पात्रता होगी । निलंबन अवधि में गोपाल सिंह साहू पटवारी का मुख्यालय तहसील कार्यालय बेमेतरा होगा। पटवारी कुंदन सिंह राजपूत को मोहभट्ठा का अतिरिक्त प्रभार अस्थायी रूप से सौंपा गया है।

बसदेई सचिव को कारण बताओ नोटिस

सूरजपुर प्रभारी कलेक्टर और जिला CEO राहुल देव ने बसदेई सचिव शिवनारायण यादव को शत-प्रतिशत कोविड-19 टीकाकरण कराए जाने के लिए निर्देशित किया था। जिसमें अभिरूचि नहीं दिखाने और लक्ष्य अनुरूप टीकाकरण नहीं हो पाने कारण बसदेई सचिव शिवनारायण यादव को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। इस संबंध में 3 दिन के अंदर स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने की बात कही है। साथ ही प्रभारी कलेक्टर ने कहा कि संतोषप्रद जवाब नहीं होने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।

मेंसर्स जेके लक्ष्मी सीमेंट संरक्षित क्षेत्र घोषित

मेंसर्स जेके लक्ष्मी सीमेंट दुर्ग के मलपुरीखुर्द और खासाडीह, तहसील धमधा को संरक्षित क्षेत्र घोषित किया गया है। संरक्षित क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले क्षेत्र में 1 साल की अवधि के लिए ये आदेश लागू होगा। संरक्षित क्षेत्र में अधिकृत व्यक्ति को छोड़कर अन्य व्यक्तियों का प्रवेश पूरी तरह निषेध रहेगा।

कलेक्टर ने ली जिले के राइस मिलर्स की बैठक

बालोद कलेक्टर जनमेजय महोबे ने संयुक्त जिला कार्यालय के सभाकक्ष में जिले के राइस मिलर्स की बैठक ली। उन्होंने कहा कि 1 दिसंबर से धान खरीदी शुरू होगी। उन्होंने मिलर्स से कहा कि वे धान खरीदी के लिए बारदाना उपलब्ध कराएं। उन्होंने साल 2021-22 में कस्टम मिलिंग किए जाने के लिए राइस मिलर्स पंजीयन के संबध में चर्चा की। इस अवसर पर SDM विनायक शर्मा, डिप्टी कलेक्टर अमित श्रीवास्तव, खाद्य अधिकारी एच. एल. बंजारे, जिला विपणन अधिकारी राहुल समेत अन्य संबंधित अधिकारी और जिले के राइस मिलर्स मौजूद रहे।

ठंड और शीतलहर से बचने के उपाय के लिए निर्देश

वर्तमान शीत ऋतु में ठंड और शीतलहर से होने वाली संभावित जनहानि पशुहानि से बचाव और आजीविका आति के प्रबंधन के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन भारत सरकार द्वारा दिशा निर्देश जारी किए गए हैं। जिसके मुताबिक गरियाबंद जिले में भी तैयारी की जानी है। इस संबंध में सभी तहसीलदार, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत, मुख्य नगर पालिका अधिकारियों को जमीनी स्तर पर ग्राम पंचायत, जनपद और जिला स्तर पर आवश्यक निर्देश दिए गए हैं।

सूरजपुर वनमंडल में एक और मादा हाथी को लगाया गया रेडियो कॉलर

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वन मंत्री मोहम्मद अकबर के मार्गदर्शन में छत्तीसगढ़ में हाथी-मानव द्वंद पर नियंत्रण के उद्देश्य से विभाग द्वारा चलाए जा रहे महत्वपूर्ण अभियान के तहत 27 अक्टूबर को सूरजपुर वनमंडल के प्रतापपुर बीट में एक और मादा हाथी का सफलतापूर्वक रेडियो कॉलर किया गया। बता दें कि 3 दिन पहले ही 24 अक्टूबर को सरगुजा वृत्त के सूरजपुर वनमंडल के मोहनपुर, कक्ष क्रमांक पी 2552 में एक मादा हाथी को रेडियो कॉलर किया गया है। 

गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ शासन वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग और भारतीय वन्यजीव संस्थान, देहरादून की संयुक्त परियोजना के तहत मानव-हाथी द्वंद को कम करने के उद्देश्य से हाथियों के विचरण की जानकारी प्राप्त करने के लिए हाथियों का रेडियो कॉलरिंग करने के अभियान जारी है। इसके तहत  27 अक्टूबर को सरगुजा वृत्त के सूरजपुर वनमंडल के प्रतापपुर बीट कक्ष क्रमांक आरएफ 36 में एक मादा हथनी को रेडियो कॉलरिंग करने में सफलता प्राप्त हुई है।  

वन मंत्री मोहम्मद अकबर के निर्देश और प्रधान मुख्य वन संरक्षक-वन बल प्रमुख राकेश चतुर्वेदी, प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यप्राणी) पी. वी. नरसिंग राव के मार्गदर्शन में वन विभाग की स्थानीय टीम और साइंटिस्ट-एफ डॉ. पराग निगम, भारतीय वन्यजीव संस्थान देहरादून और उनकी टीम, तमिलनाडु के डॉ. मनोहरन द्वारा रेडियो कॉलरिंग का कार्य किया जा रहा है। 

रेडियो कॉलरिंग की प्रक्रिया पूरी

27 अक्टूबर को सूरजपुर वनमंडल के प्रतापपुर से बनारस रोड, ग्राम सरहरी जंगल, परिक्षेत्र प्रतापपुर के कक्ष क्रमांक आर. एफ. 36 प्रतापपुर बीट में हाथी दल जिसमें 09 हाथी विचरण कर रहे थे, में से एक हथिनी उम्र 30-35 साल की पहचान कर कुमकी हाथी राजू और दुर्योधन के सहयोग से डार्ट किया गया। रेडियो कॉलरिंग की प्रक्रिया पूरी होने के बाद हाथी अपने दल में वापस मिल गया।

इनका रहा योगदान  

प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यप्राणी) पी. वी. नरसिंग राव द्वारा अभियान की लगातार समीक्षा करते हुए रणनीति तैयार कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए जा रहे हैं। इस अभियान में मुख्य वन संरक्षक सरगुजा वृत्त अनुराग श्रीवास्तव, वन संरक्षक (वन्यप्राणी) और फील्ड डायरेक्टर (एलीफेंट रिजर्व) सरगुजा डॉ. के. मेचियो, भारतीय वन्यजीव संस्थान, देहरादून की टीम, अधीक्षक तमोर पिंगला अभयारण्य जयजीत केरकेट्टा, परिक्षेत्र अधिकारी पिंगला अजय सोनी और परिक्षेत्र अधिकारी प्रतापपुर लक्ष्मी नरायण ठाकुर, डॉ. पी.के. चंदन, डॉ. सी.के. मिश्रा, डॉ. राकेश वर्मा, लक्ष्मी नारायण, अंकित, समर्थ मंडल, प्रभात दुबे और वन विभाग के मैदानी अमले सहित कुमकी हाथी राजू और दुर्योधन के महावतों का योगदान सराहनीय रहा।

सूरजपुर वनमंडल में मादा हाथी को लगाया गया रेडियो कॉलर

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वन मंत्री मोहम्मद अकबर के मार्गदर्शन में छत्तीसगढ़ में हाथी-मानव द्वंद पर नियंत्रण के उद्देश्य से विभाग द्वारा चलाए जा रहे महत्वपूर्ण अभियान के तहत 24 अक्टूबर को सूरजपुर वनमंडल के मोहनपुर में एक मादा हाथी का सफलतापूर्वक रेडियो कॉलर लगाया गया। रेडियो कॉलरिंग किए गए इस हाथी को 'मैत्री' नाम दिया गया है। राज्य में इस दौरान विचरण कर रहे हाथियों की अनुमानित संख्या 291 है। इनमें सरगुजा वन वृत्त अंतर्गत 193, बिलासपुर वन वृत्त अंतर्गत 69, दुर्ग वन वृत्त अंतर्गत 22 और रायपुर वन वृत्त के अंतर्गत 07 हाथी शामिल है। 

गौरतलब है कि वन विभाग और भारतीय वन्यजीव संस्थान देहरादून की संयुक्त परियोजना के तहत मानव-हाथी द्वंद को कम करने के उद्देश्य से हाथियों के विचरण की जानकारी प्राप्त करने के लिए हाथियों का रेडियो कॉलरिंग करने का अभियान जारी है। इसके तहत 24 अक्टूबर 2021 को सरगुजा वृत्त के सूरजपुर वनमंडल के मोहनपुर, कक्ष क्रमांक 2552 में एक मादा हाथी को सफलतापूर्वक रेडियो कॉलर लगाया गया। 

नोडल अधिकारी नियुक्त

वन मंत्री  मोहम्मद अकबर के निर्देश और प्रधान मुख्य वन संरक्षक के मार्गदर्शन में वन विभाग की स्थानीय टीम, साइंटिस्ट-एफ, भारतीय वन्यजीव संस्थान देहरादून डॉ. पराग निगम और उनकी टीम, तामिलनाडू के डॉ. मनोहरन द्वारा रेडियो कॉलरिंग अभियान शुरू किया गया। इस अभियान के सफल क्रियान्वयन के लिए वन संरक्षक (वन्यप्राणी) एलीफेंट रिजर्व सरगुजा डॉ. के. मेचियो को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। 

मादा हाथी को लगाया गया रेडियो कॉलर

अभियान के तहत 23 अक्टूबर को सूरजपुर वनमंडल के बंशीपुर बीट के कक्ष क्रमाक 1682 में हाथी दल की पहचान की गई। इस दल में 09 हाथी थे। नियमित रूप से ट्रेकर और विशेषज्ञ अमलों द्वारा दल की ट्रेकिंग की गई। प्रदेश का कुमकी हाथी राजू और दुर्योधन को इस अभियान में शामिल किया गया। भौगोलिक परिस्थिति अनुकूल नहीं बन पाने और हाथियों का दल घनी झाड़ियों में होने के कारण उस दिन रेडियो कॉलरिंग नहीं हो पाया। हाथी का  दल रातों-रात बीट मोहनपुर के कक्ष क्रमांक 2552 में पहुंच गए। दल के 09 हाथी में से एक मादा हाथी को रेडियो कॉलर करने के लिए चिन्हित किया गया। इसके बाद 24 अक्टूबर को सुबह से ही दल का ट्रेकिंग किया जाता रहा। अंत में दोपहर 12.40 बजे चिन्हित मादा हाथी जिसकी उम्र लगभग 20 से 25 साल है। उसको ट्रैंक्यूलाइज कर रेडियो कॉलर लगाने में सफलता प्राप्त हुई। 

इनका रहा योगदान 

24 अक्टूबर 2021 को प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यप्राणी)  पी.वी. नरसिंग राव पूरे अभियान के दौरान मौके पर ही मौजूद रहे और सफलतापूर्वक रेडियो कॉलर लगाने के बाद समीक्षा बैठक लेकर अन्य हाथियों के रोडियो कॉलर की रणनीति तैयार की गई। इस अभियान में मुख्य वन संरक्षक सरगुजा वृत्त  अनुराग श्रीवास्तव,  वन संरक्षक (वन्यप्राणी) और फील्ड डायरेक्टर (एलीफेंट रिजर्व) सरगुजा डॉ. के. मेचियो, संचालक गुरू घासीदास राष्ट्रीय उद्यान बैकुंठपुर रंगनाथा रामाकृष्णा वाई, उप निदेशक एलीफेंट रिजर्व सरगुजा प्रभाकर खलखो, संचालक अचानकमार-अमरकंटक बायोस्फियर रिजर्व विष्णु नायर, भारतीय वन्यजीव संस्थान देहरादून डॉ. पराग निगम और उनकी टीम, प्रभारी वनमंडलाधिकारी सूरजपुर बी.एस. भगत, डॉ.पी. के. चंदन, डॉ.सी.के. मिश्रा, डॉ. राकेश वर्मा,  लक्ष्मी नारायण,  अंकित, समर्थ मंडल,  अमलेन्दु मिश्रा,  प्रभात दुबे और वन विभाग के मैदानी अमले समेत कुमकी हाथी के महावतों का योगदान सराहनीय रहा।

6 लीटर अवैध शराब के साथ एक आरोपी गिरफ्तार, आबकारी विभाग ने की कार्रवाई

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सूरजपुर कलेक्टर गौरव कुमार सिंह के निर्देशन और पीएल नायक जिला आबकारी अधिकारी उड़नदस्ता सरगुजा संभाग के मार्गदर्शन में अवैध शराब के खिलाफ जारी अभियान के तहत सचिव सह आबकारी आयुक्त निरंजन दास और प्रबंध संचालक एपी त्रिपाठी ने मादक पदार्थों के विक्रय, परिवहन, धारण पर नियंत्रण के लिए कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। 

इसी कड़ी में मुखबिर ने 20 अक्टूबर को विभाग को सूचना दी कि कल्याणपुर के नीलम कुमार जायसवाल के पास मध्यप्रदेश में निर्मित और विक्रय योग्य विदेशी शराब रखी गई है, जिसका विक्रय किया जा रहा है। इस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए कल्याणपुर थाना जयनगर के रहने वाले नीलम कुमार जायसवाल के मकान में आबकारी विभाग की टीम ने दबिश दी।

कार्रवाई में इनका रहा योगदान

तलाशी लेने पर आरोपी के कब्जे से 37 पाव मध्यप्रदेश की विदेशी शराब जब्त किया गया। आरोपी के खिलाफ छत्तीसगढ़ आबकारी अधिनियम की धारा के तहत केस दर्ज कर उसे न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है। कार्रवाई में जिला प्रभारी शशिकला पैकरा,  आबकारी अधिकारी आशा सिंह, जिला प्रबंधक सी एस एम सी एल, आबकारी उप निरीक्षक सपना सिन्हा , टीआर केहरी,   प्रधान आरक्षक कुमारुब्रम, रमेश दुबे, आरक्षक रोशन सिंह, अशोक सोनी, छक्केलाल गुप्ता, नरेंद्र राजवाड़े, धर्मजीत राम शर्मा, गिरजा शंकर शुक्ला, श्याम सुंदर, दिनेश जायसवाल, महिला नगर सेना सविता राजवाड़े और वाहन चालक प्रमोद साहू, त्रिलोचन का सक्रिय योगदान रहा।

BREAKING: नदी में गिरी SECL कर्मचारियों से भरी बस, 40 से ज्यादा घायल, कुछ कर्मचारियों के लापता होने की खबर

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छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में बड़ा हादसा हुआ है। दरअसल, यहां SECL कर्मचारियों से भरी बस नदी में जा गिरी। इस बस में 50 से ज्यादा कर्मचारी सवार थे। सभी कर्मचारी बस में सवार होकर SECL भटगांव महान 2 खदान जाने के लिए निकले थे, जिसमें 2 से 3 कर्मचारियों के पानी में बहने की खबर मिल रही है।


जानकारी के मुताबिक SECL भटगांव के कर्मचारियों को खदान ले जाने वाली बस पलट गई, जिसमें 50 से ज्यादा कर्मचारी सवार थे। बोझा खड़गांव मार्ग के पुलिया में बस पटल गई। नदी में एक दो कर्मचारियों के बहने की सूचना मिल रही है। लगभग 40 से ज्यादा घायल हो गए हैं। सभी घायलों को SECL भटगांव अस्पताल लाया जा रहा है। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।

कार और बस में भिड़ंत, दर्शन के लिए जा रहे 2 आरक्षकों की मौत, 4 लोग गंभीर रूप से घायल

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देश में सड़क हादसे दिन-ब-दिन (Road accident increased in india)बढ़ते ही जा रहे हैं। रोजाना देश के अलग-अलग हिस्सों से सड़क हादसे की खबर आ रही है। ताजा मामला छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले का है, जहां के केनापारा में यात्री बस और बोलेरो में जबरजस्त भिड़ंत हो गई। इस हादसे में 2 आरक्षकों की मौत हो गई, जबकि 4 अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए है। हादसा करंजी चौकी के केनापारा अंधा मोड़ में हुआ है। 


जानकारी के मुताबिक करंजी चौकी क्षेत्र से बोलेरो में सवार होकर 2 आरक्षक और उसके 4 दोस्त खोपा धाम में दर्शन के लिए जा रहे थे। तभी रास्ते में आनंद कंपनी की यात्री बस से उनकी जोरदार टक्कर हो गई। हादसा इतना भयावह था कि बोलेरो के परखच्चे उड़ गए। हादसे में बोलेरो में सवार 2 आरक्षकों की मौत हो गई। अंबिकापुर महिला सेल में पदस्थ आरक्षक राजकुमार राजवाड़े और एसपी ऑफिस में पदस्थ पितांबर राजवाड़े ने घटना स्थल पर ही दम तोड़ दिया। इसके अलावा पप्पू राजवाड़े और भोला राजवाड़े समेत 4 अन्य लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गए। 

जांच में जुटी पुलिस

सभी घायलों को इलाज के लिए अंबिकापुर अस्पताल में रेफर किया गया है। हालांकि इस हादसे में बस में सवार सभी यात्री सुरक्षित हैं। घटना की जानकारी मिलते ही सैकड़ों ग्रामीण घटना स्थल पर इकठ्ठा हो गए। करंजी चौकी प्रभारी को फोन पर सूचना दी गई। सूचना देने पर तत्काल करंजी चौकी प्रभारी संजय गोस्वामी अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंच गए। अपने निजी वाहन में घायलों को जिला अस्पताल इलाज के लिए भेजा है। फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी है।

नियमों की अनदेखी से बढ़ रहा सड़क हादसा

भारत में सुरक्षित यात्रा करने के लिए भारत सरकार ने लोगों की जीवन सुरक्षा के लिए यातायात के नियम ( Traffic rules) बनाए हैं, जिन नियमों का पालन करना हर भारतीय का परम कर्तव्य है, लेकिन वर्तमान समय में सड़क दुर्घटनाओं में बेतहाशा वृद्धि इन्हीं यातायात के नियम की अनदेखी के कारण हुआ है।

सालाना डेढ़ लाख लोगों की मौत

बता दें कि भारत में दुनिया के एक फीसदी वाहन हैं, लेकिन सड़कों पर वाहन दुर्घटनाओं के चलते विश्वभर में होने वाली मौतों में 11 प्रतिशत मौत भारत में होती हैं। विश्वबैंक की एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। भारत में सालाना करीब साढ़े चार लाख सड़क हादसे होती हैं, जिनमें डेढ़ लाख लोगों की मौत होती है।

सड़क हादसों से हर 4 मिनट में एक मौत

रिपोर्ट के मुताबिक 'सड़क हादसों में हताहत होने वाले लोगों में सबसे ज्यादा भारत के होते हैं। भारत में दुनिया के सिर्फ एक फीसदी वाहन हैं, लेकिन सड़क दुर्घटनाओं में दुनिया भर में होने वाली मौतों में भारत का हिस्सा 11 प्रतिशत है। देश में हर घंटे 53 सड़क दुर्घटनाएं हो रही हैं और हर 4 मिनट में एक मौत होती है।'

खेल से जीवन में आगे बढ़ने और अनुशासन की मिलती है प्रेरणा : संसदीय सचिव राजवाड़े

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राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर सूरजपूर में दो दिवसीय खेल प्रतियोगिता और प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। समापन सामारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद संसदीय सचिव पारसनाथ राजवाड़े ने प्रतियोगिता मे उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों के अलावा सूरजपूर जिले के राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय स्तर पर अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों-कोच को सम्मानित किया। सामारोह में जिला नारायणपुर से आए मलखम्ब प्रतिभागियों ने अपने बेहतरीन रोप मलखम्ब के प्रदर्शन कर लोगों का दिल जीत लिया। 


सामारोह में मुख्य अतिथि राजवाड़े ने खिलाड़ियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि मेजर ध्यानचंद ऐसे खिलाड़ी थे, जिन्होंने अपने हॉकी खेल के प्रदर्शन से भारत को कई गोल्ड मेडल दिलाकर भारत का नाम रोशन किया और पूरे विश्व में भारत की एक अलग पहचान बनाई। खेल के माध्यम से हमें जीवन में निरंतर आगे बढ़ने और अनुशासन की प्रेरणा मिलती है, जो जीवन भर साथ रहती है। उन्होंने कहा कि इस आयोजन से बच्चों की प्रतिभा को निखाराने का मौका मिला है। यहां प्रतिभावान खिलाड़ियों की कमी नहीं है, सिर्फ उन्हें सही मंच दिलाने की है।


समारोह में राजवाड़े के द्वारा राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर छत्तीसगढ़ को पहचान दिलाने वाले नारायणपुर से आये मलखम्ब के प्रतिभावान खिलाड़ियों को सम्मानित किया गया। समारोह में संकुल स्तर, ब्लॉक स्तर और जिला स्तर के खिलाड़ियों के अलावा अपने खेल के दम पर राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सूरजपुर जिले को पहचान दिलाने वाले खिलाड़ियों और कोच को भी सम्मानित किया गया। सामारोह में बालिका वर्ग में 100, 200, 400 मीटर दौड प्रतियोगिता, मटका दौड़, विस्सा खेल, गोला फेक, तवा फेक भाला फेक, फुगड़ी, उंची कूद एवं लम्बी कूद की प्रतियोगिता रखी गई थी। वहीं बालक वर्ग में 100, 200, 400 मीटर दौड़, किसान दौड़, गेंड़ी दौड़, गोला फेक, तवा फेक, भाला फेक, लम्बी कूद, बोरा दौड और भौंरा लट्टू जैसे प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था।

ये रहे कार्यक्रम में शामिल

कार्यक्रम में जिला पंचायत उपाध्यक्ष नरेश राजवाड़े, नगर पालिका अध्यक्ष के.के. अग्रवाल, जिला पंचायत सदस्य शशी सिंह, कुलदीप बिहारी, कलेक्टर  गौरव सिंह, SP भावना गुप्ता, जिला पंचायत CEO राहुल देव, ASP हरिश राठौर, SDM रवि सिंह, जनपद CEO सेंगर, समस्त पार्षद और एल्डरमैन, गणमान्य नागरिक सहित विभिन्न खेलों के प्रतिभागी उपस्थित थे। 

प्रशासन की सजगता से रुका एक नाबालिग लड़की का बाल विवाह, सरपंच ने भी दिया साथ

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सूरजपुर। कलेक्टर डाॅ. गौरव कुमार सिंह के निर्देश एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री चंद्रबेश सिंह सिसोदिया के मार्गदर्शन में जिला बाल संरक्षण अधिकारी मनोज जायसवाल के नेतृत्व में संयुक्त टीम बाल विवाह रोकने में सक्रिय है।





​​​​​​​विश्व पटल पर छत्तीसगढ़ राज्य की वन नीति की गूंज , विश्व के सबसे बड़े डिजाइन प्रदर्शनी का आयोजन





जिला बाल संरक्षण अधिकारी मनोज जायसवाल को गांव की एक लड़की ने फोन किया और बताया कि जागरूकता कार्यक्रम हमारे स्कूल में हुआ था, तो आपका नंबर मुझे प्राप्त हुआ था। मेरे गांव में एक नाबालिग लड़की की शादी हो रही है, जिसका उम्र मात्र 17 वर्ष हुआ है, बालिका इस वर्ष 11वीं कक्षा में अध्ययनरत है उक्त शिकायत पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता कुशमुशी को बालिका के उम्र सत्यापन हेतु कहा गया, जहां से उम्र सत्यापन करने पर पता चला कि बालिका का जन्म तिथि 7 मार्च 2004 था।





प्राप्त सूचना की जानकारी जिला कार्यक्रम अधिकारी चंद्रदेश सिंह सिसोदिया को दिया गया, जिला कार्यक्रम अधिकारी ने तत्काल कार्यवाही के निर्देश दिए जिला बाल संरक्षण अधिकारी मनोज जायसवाल ने संयुक्त टीम को एकत्र किया और चैकी बसदई से पुलिस बल लेकर ग्राम कुशमुशी पहुंचे, जहां बालिका का मंडप लग चुका था, वैवाहिक कार्यक्रम सुचारू रूप से संचालित था। बात करने पर पता चला कि बालिका के कहने पर ही बालिका की शादी हो रही है। बालिका से बात करने पर बालिका ने बताया कि मैं यह शादी अपने मन से करा रही हूं इसमें किसी को क्या आपत्ति हो सकती है, मेरी मंडप गड चुकी है और यदि विवाह रोक दिया जाता है, तो मेरी बदनामी हो जाएगी। जिला बाल संरक्षण अधिकारी मनोज जायसवाल ने बालिका एवं उसके पिता को विस्तृत समझाया कि यह कृत्य बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम 2006 के अंतर्गत अपराध है इसमें बालिका के सहमति का कोई अर्थ नहीं है, और यदि यह विवाह होता है तो बालिका के पिता, विवाह करने वाला दूल्हा, बराती, दूल्हा का पिता और सभी घराती आदि अपराधी होंगे।





BJP सांसद की बहू हुई गायब, पति और ससुर पर किडनैपिंग का लगा आरोप





ग्राम पंचायत के सरपंच उर्मिला सिंह ने भी घरवालों को समझाइश दी तब जाकर घरवाले विवाह नहीं करने को राजी हुए। मौके पर बालिका एवं उसके पिता का कथन लिया गया एवं ग्रामीणों के समक्ष पंचनामा तैयार किया गया एवं विवाह को रुकवा दिया गया, घरवालों ने स्वेच्छा से मंडप को उखाड़ दिया ।





बाल विवाह रोकने में जिला बाल संरक्षण अधिकारी मनोज जायसवाल, संरक्षण अधिकारी अखिलेश सिंह, सामाजिक कार्यकर्ता अंजनी साहू, पर्यवेक्षक लीला सिंह, सरपंच उर्मिला सिंह, चाइल्ड लाइन से राधा यादव, कुमारी अनवरी खातून, पुलिस चाौकी से महेंद्र प्रताप सिंह एवं प्रदीप सोनवानी उपस्थित थे।


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