छत्तीसगढ़ शासन के मंशानुसार प्रदेश के किसानों को ज्यादा से ज्यादा लाभ मिले इसलिए सूरजपुर SDM रवि सिंह के अगुवाई में जिले में अवैध धान परिवहन और खरीदी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई है। गुरुवार को रामानुजनगर विकासखंड के रामतीर्थ ग्राम पंचायत में रामनिवास द्वारा ग्रामीणों से अवैध खरीदी किए गए 144 किलो धान को जब्त किया गया है। कार्रवाई के दौरान डिप्टी कलेक्टर उत्तम रजक और संबंधित क्षेत्र के पटवारी उपस्थित रहे। जिले में अवैध धान के परिवहन और खरीदी पर प्रशासन के द्वारा निरंतर निगरानी की जा रही है। SDM के मुताबिक ये कार्रवाई लगातार जारी रहेगी।
वहीं कोरिया कलेक्टर श्याम धावड़े के निर्देश पर जिले में कोचियों, बिचौलियों और अवैध धान खपाने-भण्डारण करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। खाद्य अधिकारी ने बताया कि 17 नवंबर को जिला खाद्य विभाग और कृषि उपज मंडी बैकुंठपुर की संयुक्त टीम द्वारा किए गए आकस्मिक निरीक्षण में ग्राम पंचायत बुढार स्थित जैकी जायसवाल ट्रेडर्स में बिना वैध दस्तावेज के 10 क्विंटल, मनोज राजवाड़े किराना स्टोर्स में 28 क्विंटल और पटना स्थित जैन ट्रेडर्स से 18 क्विंटल धान अवैध रूप से पाया गया। इन स्थानों में अकास्मिक रूप से दबिश देते हुए टीम द्वारा कुल 56 क्विंटल धान जब्त किया गया। सभी प्रकरणों पर मंडी अधिनियम के अंतर्गत कार्रवाई की जा रही है।
सेक्टर पर्यवेक्षक को कारण बताओ नोटिस
कोरिया जिले में कलेक्टर श्याम धावड़े द्वारा सुपोषण अभियान को सर्वोच्च प्राथमिकता में रखते हुए निरंतर मानिटरिंग की जा रही है। सुपोषण अभियान को गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर अभियान में लापरवाही बरतने वाले कर्मचारियों पर लगातार कार्रवाई कर रहे हैं। इसी कड़ी में कलेक्टर धावड़े ने एकीकृत बाल विकास परियोजना मनेंद्रगढ़ के अंतर्गत सेक्टर पर्यवेक्षक नागपुर सरिता राठौर को काम में गंभीर लापरवाही और वित्तीय अनियमितता बरतने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
बिना सूचना के थी अनुपस्थित
बता दें कि कार्यालय परियोजना अधिकारी एकीकृत बाल विकास परियोजना ने सेक्टर पर्यवेक्षक नागपुर सरिता राठौर को बिना पूर्व सूचना के 3 नवंबर 2020 से 15 नवंबर 2020 तक मुख्यालय से अनुपस्थित रहने पर चेतावनी पत्र जारी किया था। साथ ही स्पष्ट निर्देश दिया था कि भविष्य में इस प्रकार के कृत्य की पुनरावृत्ति पाए जाने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी, जिसके लिए वे खुद जिम्मेदार होंगी, लेकिन इसके बाद भी सरिता राठौर 23 अगस्त 2021 से 28 अगस्त 2021 तक बिना पूर्व अवकाश स्वीकृति के अनाधिकृत रूप से मुख्यालय से अनुपस्थित रहीं।
वित्तीय अनियमितता प्रदर्शित
इस कारण उनके द्वारा आंगनबाड़ी केंद्रों का निरीक्षण नहीं किया गया। आंगनबाड़ी केंद्रों से संचालित विभागीय योजनाओं की जमीनी स्तर पर जानकारी नहीं लिया गया, आंगनबाडी केंद्र माझापारा के आंगनबाडी कार्यकर्ता की अनुपस्थिति के दौरान उसका माह अगस्त 2021 का मानदेय पत्रक अनुचित रूप से भरकर जमा किया गया। गर्म भोजन सामग्री प्रदायकर्ता समूहों पर नियंत्रण नहीं रखा गया, महामाया महिला बचत समूह महराजपुर रेडी-टू-ईट उत्पादन ईकाई के कार्यों पर नियंत्रण नहीं रखा गया और वित्तीय अनियमितता प्रदर्शित की।
एकपक्षीय की जाएगी कार्रवाई
कलेक्टर धावड़े ने जारी नोटिस में कहा कि अनाधिकृत रूप से मुख्यालय से अनुपस्थित रहने, वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशों का पालन नहीं करने जैसे गंभीर अनियमितताएं प्रदर्शित की गई है। वित्तीय औचित्य के मानक सिद्धांतों की अवहेलना और सिविल सेवा आचरण नियम का उल्लंघन मानते हुए अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए। इसके संबंध में सरिता राठौर को 7 दिन के अंदर स्पष्टीकरण जिला कलेक्टर के समक्ष प्रस्तुत करना होगा। ऐसा नहीं करने पर उनके खिलाफ एकपक्षीय कार्रवाई की जाएगी, जिसकी पूरी जिम्मेदारी सरिता राठौर की होगी।
4 सेक्टर सुपरवाइजरों की दो-दो वेतन वृद्धि रोकी
सुपोषण अभियान के क्रियान्वयन में लापरवाही और अनियमितता के लिए कलेक्टर धावड़े ने जिले के 4 सेक्टर सुपरवाइजरों की दो -दो वेतनवृद्धि तत्काल प्रभाव से रोकने के आदेश जारी कर चुके हैं। इसके साथ ही कलेक्टर के निर्देश पर परियोजना अधिकारी एकीकृत बाल विकास परियोजना सोनहत द्वारा आंगनबाड़ी केंद्र हरिजनपारा, सोनहत की कार्यकर्ता मीरा चौधरी और आंगनबाड़ी केंद्र खजूरपारा, सलगवांकला की कार्यकर्ता संगीता सोनवानी को पद से बर्खास्त कर दिया गया है।