Responsive Ad Slot

Latest

latest
lockdown news

महासमुंद की खबरें

महासमुंद की खबर

रायगढ़ की ख़बरें

raigarh news

दुर्ग की ख़बरें

durg news

जम्मू कश्मीर की ख़बरें

jammu and kashmir news

VIDEO

Videos
top news


 

तेंदूपत्ता संग्राहकों की मेहनत का हर रुपया उनके हाथ तक पहुँचाना ,हमारी प्राथमिकता : मुख्यमंत्री साय

No comments

 रायपुर : छत्तीसगढ़ के वनवासी अंचलों में इस वर्ष भी तेन्दूपत्ता संग्रहण का कार्य तेज़ी से जारी है। राज्य के 902 प्राथमिक लघु वनोपज सहकारी समितियों के माध्यम से 10,631 फड़ों में यह कार्य हो रहा है। असमय हवा, तूफान, बारिश और ओलावृष्टि के कारण इस वर्ष तेन्दूपत्ता फसल को नुकसान जरूर पहुँचा है, लेकिन संग्राहक परिवारों की मेहनत और सरकार की प्रतिबद्धता ने इस चुनौती को अवसर में बदल दिया है।

छत्तीसगढ़ को वनोपज

अब तक की रिपोर्ट के अनुसार, 10 लाख से अधिक संग्राहक परिवारों ने 10.84 लाख मानक बोरा तेन्दूपत्ता फड़ों में बेचा है, जिसका मूल्य लगभग 596 करोड़ रुपये है। यह राशि डीबीटी के माध्यम से सीधे संग्राहकों के खातों में जमा की जाएगी। इसके लिए सॉफ़्टवेयर में डाटा प्रविष्टि की प्रक्रिया ज़िला यूनियनों द्वारा प्रारंभ कर दी गई है।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा हैकितेन्दूपत्ता छत्तीसगढ़ के आदिवासी अंचलों के लिए केवल वनोपज नहीं, बल्कि आजीविका का आधार है। हमारी सरकार की प्राथमिकता है कि संग्राहकों को उनकी मेहनत का पूरा मूल्य समय पर और पारदर्शी तरीके से मिले। तेन्दूपत्ता संग्रहण से जुड़े हर परिवार के जीवन में आर्थिक सुरक्षा और आत्मनिर्भरता का अहसास हो, इसके लिए हम पूरी प्रतिबद्धता से कार्य कर रहे हैं। हमने तेंदूपत्ता संग्रहण पारिश्रमिक दर को 4000 मानक बोरा से बढ़कर 5500 रुपए कर किया है, जिससे संग्राहकों को पहले की तुलना में अब ज्यादा लाभ मिलने लगा है

तेन्दूपत्ता संग्रहण से छत्तीसगढ़ के लाखों वनवासी परिवारों को प्रतिवर्ष सम्मानजनक आय प्राप्त हो रही है। यह आय न केवल उनके परिवार की दैनिक आवश्यकताओं की पूर्ति करती है, बल्कि शिक्षा, स्वास्थ्य और आजीविका के क्षेत्र में भी सुधार ला रही है।

तेन्दूपत्ता खरीदी के साथ-साथ वर्तमान में पत्तों का उपचार, बोरा भराई और गोदामों में परिवहन का कार्य भी शुरू हो चुका है। सरकार को उम्मीद है कि निर्धारित संग्रहण लक्ष्य की प्राप्ति शीघ्र हो जाएगी। यह पूरी प्रक्रिया छत्तीसगढ़ को वनोपज आधारित रोजगार सशक्त राज्य की दिशा में तेजी से आगे बढ़ा रही है।

पूर्व राष्ट्रपति बाइडेन की सेहत पर संकट: प्रोस्टेट कैंसर का आक्रामक रूप, हड्डियों तक पहुंचा

No comments

 Joe Biden Disease : अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन को घातक कैंसर बीमारी हो गई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, बाइडेन को प्रोस्टेट कैंसर के आक्रामक रूप का पता लगा है। जो बाइडेन के कार्यालय ने भी इस बात की पुष्टि की है। बाइडेन के कार्यालय ने रविवार को एक बयान में कहा है कि प्रोस्टेट कैंसर जो बाइडेन के शरीर की हड्डी तक फैल चुका है। पूर्व राष्ट्रपति और उनका परिवार डॉक्टरों के साथ इलाज के विकल्पों पर विचार कर रहे हैं।

 पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन

शुक्रवार को कैंसर का पता लगा

जो बाइडेन के कार्यालय की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, प्रोस्टेट नोड्यूल पाए जाने के बाद बीते हफ्ते डॉक्टरों ने जो बाइडेन को देखा था। इसके बाद शुक्रवार को उन्हें प्रोस्टेट कैंसर का पता चला है। जांच में पता लगा है कि जिसमें कैंसर की कोशिकाएं जो बाइडेन के शरीर की हड्डी तक फैल गई थीं। बाइडेन के कार्यालय ने बताया कि ये बीमारी का अधिक आक्रामक रूप है। हालांकि, कैंसर हार्मोन-संवेदनशील लग रहा है। इसे मैनेज किया जा सकता है।

आपको बता दें कि प्रोस्टेट कैंसर को 'ग्लीसन स्कोर' में मापा जाता है। इसे 1 से 10 के पैमाने पर रखा जाता है। ग्लीसन स्कोर इस बात को मापता है कि कैंसरग्रस्त कोशिकाएँ सामान्य कोशिकाओं की तुलना में कैसी दिखती हैं। जो बाइडेन का स्कोर 9 मिला है जो कि कैंसर के सबसे आक्रामक रूप में है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन की उम्र 82 वर्ष है। इससे पहले भी राष्ट्रपति के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान बाइडेन के स्वास्थ्य को लेकर काफी चिंता जताई गई थी।

हिलेरी क्लिंटन और मार्को रुबियो ने क्या कहा?

अमेरिका के अन्य नेताओं ने भी जो बाइडेन की बीमारी के बारे में पता चलने के बाद प्रतिक्रिया दी. इस पर हिलेरी क्लिंटन ने कहा कि मैं बाइडेन के बारे में सोच रही हूं क्योंकि वह कैंसर से लड़ रहे हैं. उन्होंने दूसरों की जान बचाने के लिए जो प्रयास किए, अब वही शक्ति उन्हें खुद के लिए चाहिए. अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा कि जीनेट और मैं इस मुश्किल घड़ी में बाइडेन परिवार के लिए प्रार्थना कर रहे हैं।

डोनाल्ड ट्रंप ने क्या कहा?

जो बाइडेन को कैंसर होने की जानकारी सामने आने के बाद कई नेताओं ने उनके लिए संदेश भेजे हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा- "जो बाइडेन को कैंसर की खबर से दुख हुआ है और हम जो के जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हैं।

क्या है ग्लेसन स्कोर और इसका मतलब?

ग्लेसन स्कोर 9/ग्रेड ग्रुप 5 प्रोस्टेट कैंसर का सबसे गंभीर रूप माना जाता है. इसका मतलब है कि कैंसर की कोशिकाएं तेजी से फैल रही हैं. इलाज न किया जाए तो यह जानलेवा हो सकता है. हालांकि, हार्मोन-संवेदनशील होने का मतलब है कि इलाज के जरिए इसे नियंत्रित किया जा सकता है। 

छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में बनेगा राज्य का पहला एक्वा पार्क

No comments

 रायपुर : हसदेव-बांगो जलाशय के डूबान क्षेत्र में छत्तीसगढ़ राज्य का पहला एक्वा पार्क विकसित किया जा रहा है, जो राज्य में मछली पालन, प्रसंस्करण एवं पर्यटन के क्षेत्र में नए अवसरों का सृजन करेगा। प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत भारत सरकार द्वारा इस परियोजना के लिए 37 करोड़ 10 लाख 69 हजार रुपये की स्वीकृति दी गई है। यह एक्वा पार्क कोरबा जिले के एतमानगर और सतरेंगा क्षेत्र में विकसित किया जाएगा।

Fish processing plant

एतमानगर में स्थापित किए जाने वाले एक्वा पार्क में फीड मिल, फिश प्रोसेसिंग प्लांट, हेचरी एवं रिसर्कुलेटरी एक्वा कल्चर सिस्टम की स्थापना की जाएगी। इसके माध्यम से मछलियों के उत्पादन से लेकर उनकी प्रोसेसिंग एवं निर्यात तक की समग्र व्यवस्था होगी। फिश प्रोसेसिंग प्लांट में मछलियों की सफाई, बोन हटाकर फिले तैयार करना और उच्च गुणवत्ता पैकिंग कर निर्यात की सुविधा होगी। हेचरी के माध्यम से उच्च गुणवत्ता वाले मत्स्य बीज का उत्पादन किया जाएगा। सतरेंगा में एक्वा पार्क का विस्तार कर एक्वा म्यूजियम, एंगलिंग डेस्क, कैफेटेरिया, फ्लोटिंग हाउस तथा मोटर बोट जैसी पर्यटन सुविधाएं विकसित की जाएंगी। यह स्थल मछली पालन की जानकारी, मनोरंजन और ताजे जल की मछलियों के स्वाद का समागम स्थल बनेगा।

गौरतलब है कि हसदेव जलाशय के सरभोंका स्थित निमउकछार क्षेत्र में प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना तथा जिला खनिज न्यास निधि (डीएमएफ) के सहयोग से लगभग 800 नग केज की स्थापना की गई है। इन केजों के माध्यम से मछली पालन हेतु 9 पंजीकृत मछुआ सहकारी समितियों के 160 सदस्यों का चयन किया गया, जिन्हें 5-5 केज आवंटित किए गए हैं।

केज कल्चर के माध्यम से ग्रामीणों को औसतन 88 हजार रुपये वार्षिक आमदनी प्राप्त हो रही है। मछुआरा समिति के सदस्यों दीपक राम मांझीवार, अमर सिंह मांझीवार एवं महिला सदस्य देवमति उइके ने बताया कि इस तकनीक ने उन्हें न केवल रोजगार दिया है, बल्कि उनकी आर्थिक स्थिति भी सुधरी है। मत्स्य विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार इस क्षेत्र में प्रतिवर्ष लगभग 1600 मीट्रिक टन मछली का उत्पादन हो रहा है, जिससे प्रतिदिन 70-80 लोगों को प्रत्यक्ष एवं 15-20 चिल्लहर विक्रेताओं को अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिल रहा है।

हसदेव जलाशय क्षेत्र में तिलापिया एवं पंगास (बासा) प्रजाति की मछलियों का उत्पादन किया जा रहा है। तिलापिया मछली कम लागत में पाली जा सकती है, यह पोषक तत्वों का अच्छा स्रोत होने के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अत्यंत लोकप्रिय है। इसकी खपत अमेरिका जैसे देशों में भी हो रही है। यह मछली रोग प्रतिरोधक होती है तथा 6-8 माह में बाजार योग्य आकार में विकसित हो जाती है। वहीं पंगास मछली में कांटा कम होता है, जिससे यह उपभोक्ताओं के बीच अधिक लोकप्रिय है।

हसदेव-बांगो जलाशय क्षेत्र में विकसित हो रहा एक्वा पार्क राज्य में मछली पालन, स्वरोजगार एवं पर्यटन को एक नई पहचान देगा। यह पहल न केवल क्षेत्रीय आर्थिक विकास को गति देगी, बल्कि ग्रामीणों के लिए सम्मानजनक और टिकाऊ आजीविका के नए द्वार भी खोलेगी।

 

देश की तरक्की के लिए समाज का जागरूक होना जरूरी : अरुण साव

No comments

 रायपुर : उप मुख्यमंत्री अरुण साव आज दुर्ग जिले के पाटन विकासखण्ड के सेलूद स्थित कबीर आश्रम में आयोजित दो दिवसीय विराट संत समागम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। कबीर आश्रम के मुखिया व साहित्य वेदांताचार्य महंत सुकृत दास शास्त्री द्वारा आयोजित इस संत समागम में सांसद विजय बघेल भी विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुए। उप मुख्यमंत्री साव ने संतों की मांग पर आश्रम के कार्यक्रम स्थल में डोम निर्माण के लिए 25 लाख रुपए देने की घोषणा की। उन्होंने आश्रम की अन्य मांगों को भी पूरा करने का भरोसा दिलाया।

 उप मुख्यमंत्री अरुण साव

उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने संत समागम को सम्बोधित करते हुए कहा कि संत समाज को मार्गदर्शन देते हैं। संत कबीर ने जीवन जीने का आचरण बताया है। उनकी वाणी आज भी प्रासंगिक है। उन्हें मानने वाले पूरे देशभर में हैं। इस आश्रम में कई तरह के अभावों के बीच भी कबीर के विचारों को लोगों तक पहुंचाने में आप लोग लगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि आप सभी संत कबीर की वाणी को जन-जन तक पहुंचाकर लोगों को जागरूक कर रहे हैं। देश की तरक्की के लिए समाज का जागरूक होना जरूरी है। आज राज्य की सरकार और केंद्र की सरकार मिलकर लोगों के आर्थिक स्तर को ऊंचा उठाने और हर परिवार को आत्म-निर्भर बनाने का काम रही है। संतों के आशीर्वाद से यह काम भी पूरा होगा।

सांसद विजय बघेल ने संत समागम में कहा कि विगत 60 वर्षों से इस आश्रम में संत समागम का आयोजन होते आ रहा है। उन्होंने सभी संतों का अभिवादन करते हुए कहा कि आश्रम का मुझे आर्शीवाद मिला है। कबीर की वाणी में ईश्वर का वास था। कबीर की वाणी आज भी जीवंत है। हम सभी को कबीर के बताये मार्ग को जीवन में आत्मसात करना है। उन्होंने आश्रम में स्नानागार और शौचालय निर्माण का कार्य शीघ्र पूरा कराने का भरोसा दिलाया। संत समागम में परमेश्वर साहेब, भूपत साहेब और साहू समाज के प्रदेश अध्यक्ष टहल सिंह साहू सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि और संत कबीर के अनुयायी बड़ी संख्या में शामिल हुए।

स्कूली बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए निरंतर प्रयासरत है सरकार : वित्त मंत्री ओपी चौधरी

No comments

 रायपुर : राज्य के वित्त मंत्री ओपी चौधरी सुकमा जिले के जगरगुंडा पहुँचे, जहाँ उन्होंने समाधान शिविर में शामिल होकर स्थानीय ग्रामीणों से मुलाक़ात की और उनकी समस्याओं की जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने जगरगुंडा क्षेत्र के विकास के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएँ कीं।

वित्त मंत्री ओपी चौधरी

समाधान शिविर को संबोधित करते हुए वित्तमंत्री ओपी चौधरी ने कहा कि सरकार बनने के बाद से ही तेंदूपत्ता की ख़रीद दर बढ़ाकर 5500 रुपये प्रति मानक बोरा की गई है। वहीं प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत ग्रामीणों को 1 लाख 20 हजार रुपये की राशि घर निर्माण हेतु दी जा रही है।

उन्होंने स्मरण किया कि करीब 12-13 साल पहले जब मैं संयुक्त रूप से दंतेवाड़ा जिले का कलेक्टर था तब सुकमा भी दंतेवाड़ा जिले में आता था तब बच्चों के सुरक्षित भविष्य के लिए बतौर कलेक्टर मैने एजुकेशन सिटी, ‘छू लो आसमान’, ‘उड़ते परिंदे’ और लाइवलीहुड कॉलेज जैसी योजनाओं की शुरुआत की थी। आज इसके बहुत ही अच्छे और सकारात्मक परिणाम देखने को मिल रहे हैं। इसके माध्यम से हमने बच्चों की जिंदगी में सकारात्मक बदलाव लाने की शुरुवात की। उन्होंने कहा कि एक समय था जब हम सड़क मार्ग से पालनार तक ही आ सकते थे। उसके बाद हमारी सरकार के निरंतर प्रयासों से आज हम बिना रुके सीधे जगरगुंडा तक पहुँच रहे हैं। मेरा यह सपना था की मैं जगरगुंडा सड़क मार्ग से जाऊँ और आज मेरा सपना साकार हुआ।

मंत्री चौधरी ने कहा कि आज से 25 साल पहले यहाँ के राज्य ग्रामीण बैंक को नक्सलियों ने लूट लिया था, वर्तमान में हमारी सरकार के बन जाने से पुनः जनता की सुविधा के लिए इंडियन ओवरसीज बैंक की स्थापना की गई है। अब आपके सारे बैंकिंग कार्य अब जगरगुंडा में ही हो पाएगा।

वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने जगरगुड़ा के विकास हेतु की प्रमुख घोषणाएँ:

*जलाशय निर्माण:* ग्रामीणों की मांग पर जगरगुंडा में सिंचाई सुविधा हेतु 2 करोड़ रुपये की लागत से जलाशय का निर्माण किया जाएगा।

*मिनी स्टेडियम:* क्षेत्रीय युवाओं के खेल विकास हेतु मिनी स्टेडियम की स्थापना की जाएगी।

*मिडिल स्कूल:* शिक्षा की पहुँच को और मजबूत करने हेतु एक नए मिडिल स्कूल का निर्माण कराया जाएगा।

*बैंक सुविधा:* वर्षों बाद जगरगुंडा में इंडियन ओवरसीज बैंक की स्थापना की गई है, जिससे स्थानीय लोगों को अब बैंकिंग सुविधाएँ यहीं मिल सकेंगी।

*संचार और परिवहन सुविधा:* मुख्यमंत्री मोबाइल टावर योजना के अंतर्गत नेटवर्क विहीन क्षेत्रों में कनेक्टिविटी स्थापित की जाएगी और सुगम यातायात योजना के तहत बस सेवा शुरू की जाएगी।

वित्त मंत्री ने कहा कि वे चाहते हैं कि इस क्षेत्र के बच्चे कलेक्टर, एसपी, डॉक्टर, इंजीनियर बनें और समाज व देश के विकास में सक्रिय भूमिका निभाएं।

इस अवसर पर राज्य महिला आयोग की सदस्य सुश्री दीपिका सोरी, कलेक्टर सुकमा देवेश कुमार ध्रुव, जिला पंचायत सीईओ नम्रता जैन, बैंक के रीजनल मैनेजर गौरीशंकर नायक, एएसपी उमेश गुप्ता, एसडीएम सबाब खान, जनप्रतिनिधिगण, जनपद सदस्यगण तथा बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री साय की घोषणाओं पर मुलेर में शुरू हुआ अमल

No comments

 रायपुर : मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय द्वारा सुशासन तिहार 2025 के तहत छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले के अति संवेदनशील और सुदूर ग्राम मुलेर में की गई घोषणाएं अब धरातल पर उतरने लगी हैं। मुख्यमंत्री के निर्देशों के अनुरूप जिला प्रशासन ने तत्परता दिखाते हुए उपस्वास्थ्य केंद्र की स्थापना, तीन सीसी सड़कों के निर्माण और डोम शेड निर्माण के लिए कुल 21.54 लाख रुपये की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान कर दी है।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय 

उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री साय ने बीते दिनों सुशासन तिहार के अंतर्गत ग्राम मुलेर का औचक दौरा कर विकास शिविर का निरीक्षण किया था। मुख्यमंत्री को अपने बीच पाकर ग्रामवासियों में विशेष उत्साह देखा गया। ग्रामीणों ने मौके पर स्वास्थ्य, सड़क और सामुदायिक सुविधा से जुड़ी अपनी प्रमुख मांगें रखीं, जिन पर मुख्यमंत्री ने संवेदनशीलता दिखाते हुए तत्काल स्वीकृति दी और प्रशासन को निर्देशित किया कि कार्यों को प्राथमिकता से शीघ्र पूर्ण किया जाए।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की इस त्वरित और जनहितैषी पहल से न केवल ग्राम मुलेर में बुनियादी सुविधाओं के विकास का मार्ग प्रशस्त हुआ है, बल्कि शासन की जनकल्याण के प्रति संवेदनशीलता भी देखने को मिली है। पहल शासन और आम जनता के बीच विश्वास को और अधिक मजबूत करेगी।

नक्सल प्रभावित जगरगुंडा में बैंकिंग की नई शुरुआत: CM साय ने खोली IOB शाखा

No comments

 रायपुर : लंबे समय से नक्सल समस्या से प्रभावित रहे छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के जगरगुंडा क्षेत्र के लोगों को भी अब बैंकिंग सुविधा का लाभ मिलेगा। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज मुख्यमंत्री निवास से सुकमा के जगरगुंडा में इंडियन ओवरसीज बैंक की शाखा का वर्चुअल शुभारंभ किया। बैंक की इस शाखा से आसपास के 12 गांव के लगभग 14 हजार ग्रामीणों को बैंकिंग सुविधा का लाभ मिलेगा।

जगरगुंडा में बैंकिंग की नई शुरुआत

मुख्यमंत्री साय ने शुभारंभ कार्यक्रम को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से संबोधित करते हुए कहा कि आज का दिन इस क्षेत्र के लोगों के लिए ऐतिहासिक है। लंबे समय से यह क्षेत्र नक्सलवाद से प्रभावित रहा है। पिछले डेढ़ वर्षों में हमारी डबल इंजन की सरकार में हम बस्तर क्षेत्र में शांति स्थापित करने में कामयाब हुए हैं। यही कारण है कि आज यहां बैंक की नई शाखा खुली है। लोगों तक योजनाओं का लाभ पहुंचा रहा है।

मुख्यमंत्री साय ने इस अवसर पर कहा कि राज्य सरकार की सुरक्षा, विकास और विश्वास की रणनीति, सुरक्षा बलों के लगातार अभियान और केंद्र और राज्य सरकार के दृढ़ संकल्प से बस्तर अंचल के गांव तेजी से नक्सल समस्या से उबर कर विकास की मुख्यधारा में शामिल हो रहे हैं।

मुख्यमंत्री साय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटी में सभी ग्राम पंचायत में बैंकिंग सुविधा उपलब्ध कराने की गारंटी दी गई है, जिस पर अमल करते हुए 24 अप्रैल राष्ट्रीय पंचायत दिवस के अवसर पर प्रत्येक विकासखंड की 10 - 10 ग्राम पंचायतों में 1460 अटल पंचायत डिजिटल सेवा केंद्र प्रारंभ किए गए हैं। जहां ग्रामीणों को बैंकिंग सुविधाओं का लाभ मिलना प्रारंभ हो गया है। एक वर्ष में सभी ग्राम पंचायतों में इस सुविधा का विस्तार किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों को सुशासन तिहार की भी विस्तार से जानकारी दी। श्री साय ने कहा कि सुशासन तिहार के दौरान उन्होंने स्वयं डिजिटल सेवा केंद्रों पर जाकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया है। ग्रामीण यहां बैंकिंग सुविधा का लाभ उठा रहे हैं।

वित्त मंत्री ओ.पी. चौधरी ने कहा कि जब वे दंतेवाड़ा में कलेक्टर थे, तब यह इलाका घोर नक्सल प्रभावित था। अंदरूनी इलाके में जाने के पहले सोचना पड़ता था। वर्ष 2001 में इस भवन में ग्रामीण बैंक की शाखा थी, जिसे नक्सलियों द्वारा लूटने का प्रयास किया गया था। आज इसी भवन में इंडियन ओवरसीज बैंक की शाखा खुल रही है। यहां से ग्रामीणों को तेंदूपत्ता बोनस, किसान सम्मान निधि जैसी अनेक योजनाओं की राशि गांव में ही मिलेगी।

वित्तमंत्री चौधरी ने बैंक परिसर में कैश काउंटर और शाखा प्रबंधक कार्यालय का निरीक्षण करते हुए बैंक में अपना भी खाता खुलवाया। उनके साथ महिला आयोग की सदस्य सुश्री दीपिका सोरी ने भी बैंक में अपना खाता खुलवाया। उल्लेखनीय है कि बैंक के साथ ही एटीएम की सुविधा भी ग्रामीणों के लिए उपलब्ध कराई गई है।

शुभारम्भ कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री अरुण साव वर्चुअली जुड़े थे। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की सदस्य सुश्री दीपिका सोरी, कलेक्टर सुकमा देवेश कुमार ध्रुव, जिला पंचायत सीईओ श्रीमती नम्रता जैन और बैंक के रीजनल मैनेजर गौरीशंकर नायक जगरगुण्डा में उपस्थित थे।

सुशासन तिहार - 2025 : लर्निंग लाईसेंस मिलने पर विमला वंडो के चेहरे पर आई मुस्कान

No comments

 रायपुर : सुशासन तिहार के चलते आमजनों की समस्याओं का शीघ्र ही निराकरण होने से लोगों के चेहरों पर मुस्कान आने लगा है। अब जनता का शासन-प्रशासन के प्रति विश्वास बढ़ने लगा है।

सुशासन तिहार - 2025

सुशासन तिहार अंतर्गत सुकमा विकासखंड के ग्राम जीरमपाल में आयोजित समाधान शिविर में परिवहन विभाग के स्टाल में सुश्री विमला वंडो ने लाईसेंस बनवाने के लिए आवेदन किया था। जिला परिवहन अधिकारी एसबी रावटे के द्वारा जरूरी औपचारिकता पूरी करने के बाद एक सप्ताह में विमला वंडो का लर्निंग लाईसेंस बनाकर प्रदान किया गया। लाइसेंस बन जाने से वे बहुत खुश हैं। विमला वंडो ने कहा कि शासन की यह महत्वपूर्ण और लाभकारी पहल है, जिससे ग्रामीणों की समस्याओं का त्वरित निराकरण किया जा रहा है। गांवों में समाधान शिविर लगने से आवेदकों का समय और राशि दोनों की बचत हो रही है। उन्होंने लर्निंग लाईसेंस मिलने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए शासन-प्रशासन के प्रति ज्ञापित करते हुए आभार व्यक्त किया।

कलेक्टर देवेश कुमार ध्रुव के निर्देशन और मार्गदर्शन में सुकमा जिले में सुशासन तिहार का आयोजन किया जा रहा है जिसमें चिन्हांकित पंचायतों में शिविर लगाकर ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान किया जा रहा है।

इसी प्रकार कोंटा विकासखंड के गोरगुंडा निवासी मड़कम माड़ा ने बताया कि सुशासन तिहार के अंतर्गत उन्होंने भी लाइसेंस बनाने के लिए आवेदन किया था। 1 सप्ताह के अंदर उसे भी लर्निंग लाइसेंस बनाकर दिया गया। समाधान शिविर के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार आम जनता के द्वार तक पहुंचकर उनकी समस्याओं का समाधान कर रही है।

सड़क सुरक्षा जागरूकता: तीन थानों में 2500 से अधिक ट्रक चालकों और मालिकों को किया गया जागरूक

No comments

 रायपुर : रायपुर पुलिस द्वारा मालवाहन वाहनों में सवारी परिवहन की रोकथाम हेतु चलाए जा रहे सड़क सुरक्षा जनजागरूकता अभियान के तहत आज शहर के टिकरापारा, उरला एवं थाना विधानसभा में चलाया गया जन जागरूकता कार्यक्रम। लगभग 2500 से अधिक मालवाहक वाहन चालक मालिकों को किया गया जागरूक।

सड़क सुरक्षा जागरूकता

बता दे कि विगत दिन जिले के खरोरा थाना क्षेत्र के ग्राम बंगोली में मालवाहक वाहन में यात्री परिवहन के दौरान गंभीर सड़क दुर्घटना में 13 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई एवं 14 लोग गंभीर रूप से घायल हो गये जिसे देखते हुए रायपुर पुलिस द्वारा मालवाहक वाहन चालक/ मालिकों को सवारी परिवहन नही करने के संबंध में जागरूक करने हेतु जनजागरूकता अभियान की शुरुआतकी गई। सड़क सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम के तहत थाना क्षेत्र के लगभग 2500 मालवाहक वाहन चालक, मालिकों को रायपुर पुलिस के अधिकारियों द्वारा मालवाहक वाहन में सवारी परिवहन करने से होने वाले गंभीर दुर्घटनाओं के बारे में अवगत कराते हुए मालवाहक वाहन में सवारी परिवहन नही करने समझाइस दी गई। उक्त कार्यक्रम में पुलिस उप महानिरीक्षक एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रायपुर डॉ लाल उमेद सिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर श्री कीर्तन राठौर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक यातायात डॉ प्रशांत शुक्ला, उप पुलिस अधीक्षक यातायात सतीश ठाकुर, गुरजीत सिंह, नगर पुलिस अधीक्षक विधानसभा उपस्थित रहे।

कार्यक्रम के दौरान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रायपुर डॉ लाल उमेद सिंह द्वारा उपस्थित मालवाहक वाहन मालक/चालकों को मालवाहक वाहन में सवारी परिवहन करने से संबंधित कानूनी प्रावधानों के बारे में बताते हुए वाहन के समस्त दस्तावेज, लायसेंस, बीमा, आर.सी. बुक, प्रदूषण प्रमाण पत्र, परमिट, फिटनेस इत्यादि वाहन में ही रखने, चालक के पास वैध लायसेंस होने पर ही वाहन चलाने दे, नशे की हालत में वाहन न चलाएॅ, ओव्हर स्पीड वाहन न चलाने, ओव्हर लोड वाहन नही चलाने, वाहन में बाड़ी के बाहर निर्धारित मापदण्ड से अधिक न निकालने, वाहन चलाते समय सीट बेल्ट का उपयोग करने निर्देशित किया गया। उपरोक्त नियमों का पालन नही करने पर मोटरयान अधिनियम के तहत भारी भरकम जुर्माना से दण्डित किया जायेगा बताया गया।

इस दौरान उप पुलिस अधीक्षक यातायात श्री गुरजीत सिंह द्वारा मालवाहक वाहन चालक/मालिकों को मालवाहक वाहन में सवारी करने वालों को चेतावनी देते हुए बताया गया कि मालवाहन वाहन केवल सामान ढोने के अनुरूप बनाया गया है सवारी ढोने के लिए नही। मालवाहक वाहन में सवारी की सुरक्षा का कोई इंतजाम नही होता है इस कारण यदि खराब रास्ते या स्पीड ब्रेकर में गाड़ी उछलती है तो सवारी के कमर की हड्डी टुट सकती है। मालवाहक वाहन में यात्री के बैठने के लिए कोई सुविधाजनक व्यवस्था नही होता है जिससे यात्री की रीड की हड्डी खिसकने से लकवाग्रस्त हो सकते है। मालवाहक में सवारी कते समय मोड़ पर गाड़ी घुमने के दौरान यात्री छिटककर बाहर गिर सकते है जिससे गंभीर चोट लग सकती है। अचानक ब्रेक लगाने की स्थिति में भी यात्री आपस में टकराकर घायल हो सकते है। प्रायः देखने में आता है कि मालवाहक वाहन के चालक शराब पीकर वाहन चलाते है, ऐसे में दुर्घटना की संभावना अधिक होती है। मालवाहक वाहन में धुल, धुआं, धुप व बरसात आदि से बचाव का कोई प्रबंध नही होता है। मालवाहक वाहन का ड्रायवर यात्री परिवहन के अनुरूप प्रशिक्षित नही होता है जो कि यात्री की सुरक्षा के लिए खतरनाक होता है। मालवाहक वाहन में यात्री परिवहन के दौरान दुर्घटना होने पर मुआवजा/बीमा क्लेम लेने में भारी परेशानी होती है अतः सभी मालवाहक वाहन चालकों को निर्देशित किया जाता है कि मालवाहक वाहन में सवारी परिवहन न करें, यातायात नियमों का पालन कर वाहन चलाएॅ।

इस दौरान उप पुलिस अधीक्षक यातायात रायपुर श्री सतीश कुमार ठाकुर द्वारा उपस्थित मालवाहन वाहन चालक/मालिकों को यातायात नियमों के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी देते हुए नियमों का पालन कर वाहन चलाने निर्देशित किया गया साथ ही गुड सेमेरिटन के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी देते हुए बताया गया कि देश में प्रति वर्ष सड़क दुर्घटना में लगभग डेढ़ लाख लोगांे की असमय मृत्यु कारित होती है, जिसका प्रमुख कारण घायलों को त्वरित चिकित्सा व्यवस्था उपलब्ध नही होना है। सड़क दुर्घटना के दौरान प्रथम 01 घण्टे का समय घायलों के लिए गोल्डन आवर होता है, इस दौरान यदि घायल व्यक्ति को किसी भी प्रकार से हास्पिटल तक पहुंचा दिया जाता है या फिर चिकित्सा व्यवस्था उपलब्ध करा दिया जाता है तो 90ः मामले में घायल की जान बचाई जा सकती है। किन्तु आज के समय में अधिकांशतः व्यक्ति कानूनी लफड़े में नही पड़ने के चक्कर में घायल व्यक्ति की जान बचाने हेतु कोई उपाय नही करता, जिससे घायल व्यक्ति उपचार के अभाव में तड़प-तड़प कर घटनास्थल में ही दम तोड़ देता है। इसी को देखते हुए माननीय उच्चतम न्यायालय द्वारा सड़क दुर्घटना में घायलों को त्वरित चिकित्सा व्यवस्था उपलब्ध कर जान बचाने वाले व्यक्तियों को ‘‘गुड सेमेरिटन’’ अर्थात नेक व्यक्ति की संज्ञा देते हुए इन्हे अधिक से अधिक प्रोत्साहित व पुरस्कृत करने व गुड सेमेरिटन कानून का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार करने निर्देशित किया गया है।

हैदराबाद: गुलज़ार हाउस में भीषण आग, 17 की मौत, पीएम मोदी ने जताया शोक, मुआवजे का ऐलान

No comments

 नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज रविवार को हैदराबाद के चारमीनार के पास एक इमारत गुलज़ार हाउस में लगी भीषण आग हादसे में झुलसे लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। पीएम मोदी ने पीएमएनआरएफ से मृतकों और पीड़ितों के लिए सहायता राशि का ऐलान किया है।

गुलजार हाउस में लगी भीषण आग

पीएम मोदी के आधिकारिक एक्स हैंडल से मुआवजे का ऐलान किया गया है। लिखा गया- आग की घटना में लोगों की मौत से बहुत दुखी हूं। जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खो दिया है, उनके प्रति संवेदना जाहिर करता हूं। घायलों/झुलसे लोगों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं। पीएमएनआरएफ से प्रत्येक मृतक परिजनों को 2 लाख रुपये की राशि दी जाएगी, वहीं घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे।

मिली जानकारी के अनुसार, हैदराबाद में रविवार को एक इमारत में भीषण आग लग गई, जिसमें 17 लोगों की मौत हो गई और कुछ अन्य घायल हो गए। यह घटना ऐतिहासिक इमारत चारमीनार के पास गुलजार हाउस की है। घटना की सूचना मिलने पर दमकलकर्मियों ने व्यावसायिक क्षेत्र की भीड़भाड़ वाली गली में फंसे कुछ लोगों को बचाया।

आग बुझाने के लिए आठ दमकल गाड़ियों को लगाया गया

परिसर में फैले घने धुएं के कारण कुछ लोग बेहोश हो गए। यहां मोती व्यापारी और उसके कर्मचारियों के परिवार के करीब 30 लोग मौजूद थे। मोती व्यापारी की दुकान मोदी पर्ल्स के ग्राउंड फ्लोर पर थी, जबकि उसका परिवार और कुछ कर्मचारियों के परिवार पहली मंजिल पर रहते थे। आग बुझाने के लिए आठ दमकल गाड़ियों को लगाया गया। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी घटना स्थल पर मौजूद हैं।

घटनास्थल का दौरा करने के बाद केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट किया। उन्होंने लिखा, “हैदराबाद के चारमीनार के पास गुलजार हाउस में दुर्घटना स्थल का निरीक्षण किया। बचाव और राहत कार्यों के बारे में स्थिति को संभालने वाले वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा की और उनसे तत्काल चिकित्सा सहायता और मदद प्रदान करने का आग्रह किया। भारत सरकार आवश्यक सहायता और सहयोग प्रदान करेगी। मैं राज्य सरकार से अनुरोध करता हूं कि भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं से बचने के लिए इमारतों की अग्नि सुरक्षा ऑडिट सहित सभी आवश्यक सावधानियां बरती जाएं। इस दुर्घटना में जान गंवाने वालों के परिवारों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।

मुख्यमंत्री ने हादसे पर दुख व्यक्त किया है।

मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने हादसे पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने अधिकारियों को आग में फंसे लोगों को बचाने के लिए सभी कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) के अनुसार, मुख्यमंत्री पुलिस और अग्निशमन विभाग के अधिकारियों के संपर्क में हैं।

यूनिसेफ इंडिया ने की ‘मेरी थाली-सेहतवाली’ नामक डिजिटल अभियान की शुरुआत

No comments

 नई दिल्ली। भारत को सुपोषित बनाने की दिशा में प्रभावशाली पहल करते हुए यूनिसेफ इंडिया ने ‘मेरी थाली-सेहतवाली’ नामक एक डिजिटल अभियान की शुरुआत की है। इस अभियान का उद्देश्य पूरे देश में लोगों को स्वस्थ और संतुलित आहार की महत्ता के प्रति जागरूक करना है। डिजिटल माध्यमों के ज़रिए इस पहल को हर घर तक पहुंचाकर खानपान की आदतों में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास किया जा रहा है।

मेरी थाली-सेहतवाली

यूनिसेफ इंडिया की प्रतिनिधि सिंथिया मैककैफ्रे ने इस अभियान के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा, “जो आहार हम खाते हैं और जो खानपान का व्यवहार हम अपनाते हैं, वही हमारे विकास और सेहत का मूलमंत्र होते हैं। बच्चों और युवाओं को संतुलित खानपान अपनाना चाहिए, वहीं जीवन के विभिन्न पड़ावों जैसे किशोरावस्था और गर्भावस्था में महिलाओं और किशोरियों को अतिरिक्त व पौष्टिक आहार लेना चाहिए।” उन्होंने आगे कहा कि प्राय: हम यह नहीं समझ पाते हैं कि परिवार के हर सदस्य, चाहे वह बच्चा हो, किशोर हो या बुजुर्ग – सभी के लिए स्वस्थ आहार कैसा होना चाहिए। ऐसे में यह अभियान जागरूकता के उस अंतर को भरने का कार्य करेगा।

यह डिजिटल अभियान आकर्षक पोस्ट, वीडियो और जिंगल्स के माध्यम से जनसामान्य तक पहुंचने का प्रयास करेगा। यूनिसेफ का उद्देश्य सरकार और अपने सहयोगियों के प्रयासों को समर्थन देकर इस मिशन को अधिक प्रभावी बनाना है।

मेरी थाली – सेहत वाली का उद्देश्य

हमारे जीवन में भोजन का स्थान सबसे ऊपर है। जैसा भोजन हम खाते हैं, वैसी ही हमारी सेहत बनती है। आजकल भागदौड़ भरी जिंदगी और फास्ट फूड की बढ़ती लोकप्रियता ने हमारी थाली से पौष्टिकता को कहीं न कहीं दूर कर दिया है। ऐसे में “मेरी थाली – सेहत वाली” अभियान का उद्देश्य है कि हम अपनी थाली को फिर से संतुलित, रंग-बिरंगी और पोषक तत्वों से भरपूर बनाएं।

संतुलित थाली का महत्व

संतुलित आहार का अर्थ है – हमारी थाली में सभी जरूरी पोषक तत्व जैसे प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, वसा, विटामिन, खनिज, फाइबर आदि उचित मात्रा में मौजूद हों। इससे शरीर को ऊर्जा मिलती है, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और हम बीमारियों से दूर रहते हैं।

मेरी थाली कैसी हो?

आधा भाग सब्जियों और फल का

थाली का आधा हिस्सा ताजे, रंग-बिरंगे फल और सब्जियों से भरें। इनमें फाइबर, विटामिन और मिनरल्स प्रचुर मात्रा में होते हैं।

एक चौथाई भाग अनाज का

गेहूं, चावल, ज्वार, बाजरा जैसे साबुत अनाज को प्राथमिकता दें। रिफाइंड अनाज (मैदा आदि) से बचें।

एक चौथाई भाग प्रोटीन का

दाल, चना, राजमा, मूंगफली, दूध, दही, पनीर, अंडा, मछली या चिकन – अपनी पसंद व जरूरत के अनुसार चुनें।

थोड़ी मात्रा में स्वस्थ वसा

सरसों, तिल, मूंगफली या जैतून के तेल का सीमित प्रयोग करें। घी भी सीमित मात्रा में फायदेमंद है।

पानी और सलाद

भोजन के साथ पर्याप्त पानी पिएं और सलाद जरूर शामिल करें।

क्या न करें?

तली-भुनी चीज़ें, जंक फूड, सॉफ्ट ड्रिंक, अधिक नमक-चीनी से बचें।

भोजन को रंग-बिरंगा और विविधता से भरपूर बनाएं।

खाने के समय टीवी या मोबाइल का प्रयोग न करें।

ये हैं 6 हेल्दी टिप्स

1. शिशुओं के लिए: जन्म से 2 वर्ष तक के बच्चों को स्तनपान और संपूर्ण ऊपरी आहार देना आवश्यक है।
2. महिलाओं और किशोरियों के लिए: किशोरियों, गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं को ‘अतिरिक्त हेल्दी नाश्ता’ और ‘पोषण युक्त स्नैक्स’ का सेवन करना चाहिए।
3. भोजन की समानता: महिलाओं और किशोरियों को परिवार के बाकी सदस्यों के साथ बैठकर भोजन करना चाहिए, न कि सबसे अंत में।
4. रंग-बिरंगी थाली: पूरे परिवार को हर दिन मौसमी फल-सब्ज़ियों से सजी हुई, रंगों से भरपूर थाली अपनानी चाहिए, जिससे सभी पोषक तत्व मिल सकें।
5. जंक फूड से दूरी: अति-प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों व अत्यधिक चीनी, नमक और वसा युक्त खाने से परहेज करें और स्वस्थ विकल्पों को चुनें।
6. सक्रिय जीवनशैली: उम्र चाहे कोई भी हो, शारीरिक रूप से सक्रिय रहना, खेलना-कूदना और घूमना-फिरना स्वास्थ्य के लिए जरूरी है।

खुशहाल जिंदगी का मूलमंत्र

“मेरी थाली – सेहत वाली” केवल एक नारा नहीं, बल्कि स्वस्थ जीवनशैली की ओर बढ़ने का कदम है। अगर हम अपनी थाली को संतुलित और पौष्टिक बनाएंगे, तो न केवल खुद स्वस्थ रहेंगे, बल्कि परिवार और समाज को भी स्वस्थ बना पाएंगे। याद रखिए – सेहतमंद थाली, खुशहाल जिंदगी।

बाल अधिकार संरक्षण हेतु महासमुंद जिले में डॉ. सुरेश शुक्ला की नियुक्ति

No comments

 महासमुंद : बालकों का संरक्षण अधिनियम 2012 एवं नियम 2020 के अंतर्गत, साथ ही लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम (POCSO) 2012 की धारा 39 के तहत, महासमुंद जिले में डॉ. सुरेश शुक्ला को "सहयोगी व्यक्ति" के रूप में नामित किया गया है। यह नियुक्ति बाल अधिकारों की रक्षा, यौन शोषण से प्रभावित बच्चों को न्याय दिलाने और पुनर्वास की दिशा में महत्त्वपूर्ण कदम के रूप में देखी जा रही है।

डॉ सुरेश शुक्ला
डॉ सुरेश शुक्ला

डॉ. सुरेश शुक्ला एक अनुभवी एवं समर्पित सामाजिक कार्यकर्ता हैं, जिन्होंने पिछले दो दशकों से महासमुंद जिले में बाल कल्याण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किया है। वे बाल संरक्षण, शिक्षा, स्वास्थ्य, एवं बच्चों के अधिकारों को सुनिश्चित करने की दिशा में निरंतर सक्रिय रहे हैं। डॉ. शुक्ला का सामाजिक क्षेत्र में गहन अनुभव, समर्पण और सेवा भावना उन्हें इस दायित्व हेतु उपयुक्त बनाते हैं।

उन्होंने चाइल्ड हेल्पलाइन के जिला संचालक के रूप में कार्य करते हुए हजारों बच्चों को संकट की स्थिति में सहायता पहुंचाई है। उनके प्रयासों से न सिर्फ बच्चों को तत्काल राहत मिली है, बल्कि उनके पुनर्वास, शिक्षा और पारिवारिक पुनर्स्थापन की दिशा में भी सार्थक परिणाम प्राप्त हुए हैं। बाल शोषण, बाल विवाह, बाल श्रम और बाल उत्पीड़न जैसे गंभीर मुद्दों पर उनकी सक्रिय भूमिका एवं सजगता ने कई जिंदगियों को सुरक्षित भविष्य प्रदान किया है।

डॉ. शुक्ला ने शासन द्वारा संचालित अनेक बाल-संरक्षण समितियों एवं बाल न्यायालयों में सलाहकार के रूप में भी अपनी सेवाएं दी हैं। उनके मार्गदर्शन में कई संवेदनशील मामलों का समुचित समाधान हुआ है। बाल अधिकारों की रक्षा हेतु उनकी प्रभावशाली भागीदारी समाज के लिए एक प्रेरणास्रोत है।

लैंगिक अपराधों से बालकों की सुरक्षा हेतु बने पाक्सो अधिनियम के तहत 'सहयोगी व्यक्ति' के रूप में उनकी यह नियुक्ति न केवल प्रशासनिक दृष्टि से महत्त्वपूर्ण है, बल्कि यह समाज में बच्चों की सुरक्षा और सम्मानजनक जीवन की दिशा में उठाया गया सकारात्मक कदम भी है।

महासमुंद जिले में कार्यरत बाल संरक्षण इकाइयों, पुलिस प्रशासन, बाल कल्याण समिति, न्यायिक अधिकारियों एवं स्वयंसेवी संस्थाओं के साथ मिलकर डॉ. शुक्ला बच्चों के हित में समन्वय स्थापित करेंगे। पीड़ित बच्चों के लिए परामर्श, चिकित्सा, पुनर्वास, न्यायिक प्रक्रिया में सहायता और परिवार के साथ पुनर्स्थापन जैसे विभिन्न पहलुओं पर कार्य करते हुए वे यह सुनिश्चित करेंगे कि प्रत्येक प्रभावित बालक को न्याय और सुरक्षा मिल सके।

हर बच्चा सुरक्षित, सशक्त और सम्मानजनक जीवन जी सके

डॉ. शुक्ला की यह नियुक्ति न केवल उनके कार्यों की सार्वजनिक मान्यता है, बल्कि यह संकेत भी है कि शासन अब बाल अधिकारों के प्रति अधिक संवेदनशील और सक्रिय है। समाज के सभी वर्गों से यह अपेक्षा की जाती है कि वे इस दिशा में प्रशासन एवं सहयोगी व्यक्तियों के साथ मिलकर कार्य करें ताकि हर बच्चा सुरक्षित, सशक्त और सम्मानजनक जीवन जी सके।

पाकिस्तान के लिए जासूसी का आरोप: यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा हिसार में गिरफ्तार

No comments

 ज्योति मल्होत्रा ​​को हिसार पुलिस ने भारत की जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया है. ज्योति पर आरोप है कि वो पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों को भारत की सीक्रेट और नाजुक जानकारियां दे रही थीं. वो नॉर्थ इंडिया में पाकिस्तान से जुड़े जासूसी नेटवर्क से जुड़ी हुई थीं. आइए जानते हैं कि ज्योति मल्होत्रा कौन हैं और क्या करती है.


कौन हैं ज्योति मल्होत्रा?

ज्योति मल्होत्रा हरियाणा की रहने वाली एक यूट्यूबर हैं जिसके चैनल का नाम 'ट्रैवल विथ जो' है. इस चैनल पर उनके 37.7 लाख सब्सक्राइबर्स हैं. इंस्टाग्राम पर भी वे काफी पॉपुलर हैं. इंस्टाग्राम पर ज्योति के 132 हजार फॉलोवर्स हैं. उनका सोशल मीडिया हैंडल देखकर लगता है कि वे घूमने-फिरने की शौकीन हैं और देश-विदेश में ट्रैवल करती रहती हैं.

दो बार पाकिस्तान जा चुकी हैं ज्योति मल्होत्रा

लाइव मिंट के मुताबिक ज्योति मल्होत्रा दो बार पाकिस्तान जा चुकी हैं. उन्होंने कमीशन एजेंटों के जरिए वीजा हासिल किया था और इसके जरिए ही 2023 में पाकिस्तान का दौरा किया था. इस दौरान उसने नई दिल्ली में पाकिस्तान हाई कमीशन एक स्टाफ एहसान-उर-रहीम उर्फ ​​दानिश से दोस्ती की. ऐसे में हो सकता है कि दानिश ने ज्योति को कई पाकिस्तानी खुफिया अधिकारियों (पीआईओ) से मिलवाया हो.

अरमान करता था सेना की जासूसी

पुलिस के मुताबिक ज्योति ने देश के अलग अलग हिस्सों में सैन्य ठिकानों की निगरानी और वहां की खुफिया जानकारी एकत्र करने की जिम्मेदारी नूंह मेवात जिले में राजाका गांव निवासी अरमान को दी थी. ज्योति की निशानदेही पर नूंह मेवात की पुलिस ने अरमान को भी अरेस्ट कर लिया है. पुलिस ने उसके मोबाइल से ढेर सारी फोटो, वीडियो एवं अन्य आपत्तिजनक सामग्री बरामद की है. इसमें ज्यादातर फोटो और वीडियो गुरुग्राम स्थित आयुध डिपो समेत अन्य संवेदनशील स्थानों से संबंधित हैं. पुलिस ने अरमान के मोबाइल और लैपटॉप कब्जे में लेकर फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है.

मोबाइल-लैपटॉप की हो रही है जांच

हिसार के डीएसपी कमलजीत के मुताबिक ज्योति मल्होत्रा को कोर्ट में पेशकर पांच दिन के कस्टडी रिमांड पर लिया गया है. उसके मोबाइल फोन और लैपटॉप को भी कब्जे में लेकर फोरेंसिक लैब भेजा गया है. पुलिस कोशिश कर रही है कि इसमें से डिलीट किए गए डाटा को भी रिकवर कर लिया जाए. इससे पता चल सकेगा कि इसने कौन-कौन सी सूचना दुश्मन देश को भेजी है. उन्होंने बताया कि ज्योति के फोन और लैपटॉप की प्राथमिक जांच में ही साफ हो गया है कि वह पाकिस्तानी इंटेलिजेंस एजेंसी के लिए काम करती थी. इस संबंध में पुलिस को पर्याप्त सबूत भी मिल गए हैं.

मुख्यमंत्री साय के साथ तिरंगा यात्रा में उमड़ी भीड़, भारत माता और तिरंगे की जयकार से गूंजा वातावरण

No comments

 रायपुर : "ऑपरेशन सिंदूर" की सफलता पर जशपुर जिले के दुलदुला विकासखंड के चराईडांड में देशभक्ति से ओत-प्रोत तिरंगा यात्रा निकली गई। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने गांव के शिव मंदिर से आम बगीचा तक निकली गई इस भव्य यात्रा का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री के साथ हाथों में तिरंगा लिए जशपुर विधायक रायमुनि भगत , नगर पालिका अध्यक्ष अरविन्द भगत, जिला पंचायत अध्यक्ष सालिक साय, जिला पंचायत उपाध्यक्ष शौर्य प्रताप सिंह जूदेव, भरत सिंह, विक्रमादित्य सिंह जूदेव, सुनील गुप्ता, कृष्णा राय, सरगुजा कमिश्नर नरेन्द्र कुमार दुग्गा, आईजी दीपक झा, कलेक्टर रोहित व्यास, एसएसपी शशि मोहन सिंह, जिला पंचायत सीईओ अभिषेक कुमार, जनप्रतिनिधिगण, पंचायत एवं नगरीय निकायों के प्रतिनिधि, अधिकारी, आम नागरिक, बच्चे एवं जवान तिरंगा यात्रा में शामिल हुए।


लोग हाथ में तिरंगा लेकर उत्साहपूर्वक यात्रा में शामिल हुए। यात्रा के दौरान ‘भारत माता की जय’, ‘वंदे मातरम्’ और ‘जय हिंद’ के नारों से पूरा वातावरण गूंज उठा।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस अवसर पर कहा कि “यह यात्रा न केवल तिरंगे के प्रति सम्मान है, बल्कि यह हमारे शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि भी है। यह अभियान देश की एकता, अखंडता और संप्रभुता को सशक्त बनाने का प्रतीक है।”ऑपरेशन सिंदूर’ के अंतर्गत पूरे जिले में एक साथ तिरंगा यात्रा आयोजित की गई, जिसका उद्देश्य युवाओं में देशभक्ति की भावना का संचार करना, जनसहभागिता के माध्यम से राष्ट्रीय एकता को मजबूत करना है।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने बड़ी संख्या में उपस्थित युवाओं, मातृशक्ति एवं नागरिकों को संबोधित करते हुए कहा कि कम समय में इतनी बड़ी भागीदारी इस बात का प्रमाण है कि देश की जनता एकजुट होकर राष्ट्र के लिए खड़ी है। उन्होंने सभी प्रतिभागियों के प्रति आभार प्रकट किया।

मुख्यमंत्री साय ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत भारतीय सेना ने अभूतपूर्व सफलता प्राप्त की है। यह अभियान उन शहीद जवानों को समर्पित है जिन्होंने अपनी शहादत से राष्ट्र का मान बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि उरी हमले के बाद जिस प्रकार से सेना ने जवाब दिया, उसी प्रकार हाल ही में 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पाकिस्तान समर्थित आतंकियों द्वारा की गई कायरतापूर्ण घटना का करारा जवाब दिया। मुख्यमंत्री ने पहलगाम की घटना में छत्तीसगढ़ के सपूत सहित अनेक लोगों की निर्ममहत्या का उल्लेख करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री एवं रक्षामंत्री के कुशल नेतृत्व में सीमापार आतंकी ठिकानों पर कार्रवाई कर उन्हें ध्वस्त किया गया। इस तिरंगा यात्रा में समाज के सभी वर्गों की सहभागिता यह संदेश देती है कि भारत एक है, और राष्ट्रहित में सभी नागरिक एकजुट हैं।

उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ भारतीय सेना द्वारा चलाए गए ऑपरेशन सिदूंर की सराहना हर देशवासी कर रहा है। भारतीय सेना द्वारा देश की रक्षा हेतु अदम्य साहस का परिचय देते हुऐ देश की सीमाओं की रक्षा अत्यन्त वीरता के साथ की जा रही है। भारतीय सेना के प्रति सम्मान प्रकट करने और देश की एकता अखंडता के लिए जिले के सभी नगरीय निकायों एवं ग्राम पंचायतों में तिरंगा यात्रा निकाली गई। यात्रा में जनप्रतिनिधि, पंचायत एवं नगरीय निकायों के प्रतिनिधि, अधिकारी, आम नागरिक, बच्चे, महिलाएं, बुजुर्ग, युवा बड़ी संख्या में शामिल हुए और देश के प्रति अपनी एकजुटता एवं सम्मान प्रकट किया।

समाधान शिविरों व तिरंगा यात्रा के माध्यम से गांव-गांव में पहुंच रहा है सुशासन और राष्ट्रगौरव: सांसद अग्रवाल

No comments

 रायपुर : रायपुर लोकसभा क्षेत्र के सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने शनिवार को धरसीवां विधानसभा के ग्राम पंडरभट्ठा और खरोरा में आयोजित समाधान शिविरों में भाग लिया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय जी के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ की भारतीय जनता पार्टी सरकार जनकल्याण हेतु पूरी प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है। "अब जनता को अपनी छोटी-छोटी समस्याओं के समाधान के लिए विभागों के चक्कर नहीं लगाने पड़ते, समाधान अब गांव में ही हो रहा है।"


समाधान शिविरों के माध्यम से:

* 300 से अधिक युवाओं को लर्निंग लाइसेंस प्रदान किया गया।
* विभिन्न योजनाओं के हितग्राहियों को प्रमाणपत्र एवं सामग्री किट वितरित की गई।
* स्वास्थ्य विभाग की जांच में ग्रामीणों में टीबी, ब्लड शुगर और ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियों का पता चला, जिनका इलाज शुरू कर दिया गया है।

तिरंगा यात्रा, राष्ट्रीय गौरव का उत्सव

दोनों स्थानों – पंडरभट्ठा और खरोरा में सांसद श्री बृजमोहन अग्रवाल की अगुवाई में भव्य तिरंगा यात्रा* भी निकाली गई, जिसमें बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक शामिल हुए। यह यात्रा 'ऑपरेशन सिंदूर' में भारतीय सेना की वीरता और प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत की रणनीतिक दृढ़ता के सम्मान में आयोजित की गई थी। इस दौरान लोगों ने भारत माता की जय और वंदे मातरम् के जयघोष के साथ राष्ट्रभक्ति का प्रदर्शन किया।

विकास कार्यों की घोषणाएं

सांसद अग्रवाल ने इस अवसर पर अनेक विकास कार्यों की घोषणाएं भी कीं, जिनमें प्रमुख हैं:

* किसान मंडी में शेड निर्माण हेतु ₹10 लाख
* ग्राम रैता में सामुदायिक मंगल भवन हेतु ₹5 लाख
* वार्ड क्रमांक 11 में सीसी रोड हेतु ₹5 लाख
* मुरा में 3 किमी सड़क निर्माण हेतु ₹30 लाख (मनरेगा)
* मुरा शरार बस्ती से मुक्तिधाम तक कंक्रीट रोड व प्रतीक्षालय हेतु ₹10 लाख
* कुकेरा में किचन शेड हेतु ₹2 लाख, प्रार्थना शेड हेतु ₹7 लाख, पेवर ब्लॉक हेतु ₹5 लाख
* मलौद में मंगल भवन हेतु ₹5 लाख
* खरोरा वार्ड 13 में सड़क निर्माण हेतु ₹15 लाख

जल एवं पर्यावरण संरक्षण की दिशा में पहल

खरोरा नगर पंचायत में 15वें वित्त आयोग मद से ₹69.02 लाख की लागत से पाइपलाइन विस्तार योजना और ₹7 लाख की लागत से पनखटिया तालाब में महतारी घाट निर्माण कार्य का भूमिपूजन किया गया।

जनभावनाओं के प्रति संवेदनशीलता

शिविर के दौरान आत्महत्या के एक मामले में पुलिस विभाग द्वारा कार्यवाही न किए जाने पर सांसद ने संबंधित अधिकारी को फटकार लगाई और निष्पक्ष जांच का निर्देश दिया। परिजनों का आरोप था कि संबंधित एसआई ने पैसे लेकर जांच को दबा दिया था।

हरित अभियान का आह्वान

सांसद अग्रवाल ने रायपुर लोकसभा क्षेत्र में 11 लाख पौधे लगाने के महाअभियान की घोषणा करते हुए अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों और आम नागरिकों से इस अभियान को जन आंदोलन बनाने की अपील की।

विशेष उपस्थिति

इस अवसर पर विधायक अनुज शर्मा, पूर्व विधायक देवजी भाई पटेल, जिला पंचायत अध्यक्ष नवीन अग्रवाल, उपाध्यक्ष संदीप यदु, जनपद अध्यक्ष शकुंतला, उपाध्यक्ष दिनेश खूंटे, सविता चंद्राकर, नगर पंचायत अध्यक्ष सुनीता अनिल सोनी, मंडल अध्यक्ष सोना वर्मा, नगर पंचायत उपाध्यक्ष समित सेन, पार्षद सुश्री हेमलता नशीने सहित अनेक जनप्रतिनिधि, विभागीय अधिकारी और बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक उपस्थित रहे।

© Media24Media | All Rights Reserved | Infowt Information Web Technologies.