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Chhattisgarh Update : कोरोना से निपटने तैयारी तेज

रायपुर : बिलासपुर जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए बिलासपुर के सभी निजी नर्सिंग होम और अस्पतालों को कोविड सेंटर बनाने की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। बिलासपुर के अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी बी.एस. उइके ने बताया कि पहले चरण में निजी अस्पतालों के करीब दो सौ अस्सी बिस्तरों को सर्व-सुविधायुक्त बनाने के निर्देश दिए गए हैं।
वहीं, महासमुंद जिले में भी कोरोना संक्रमण के मामलों की तत्काल जांच और बेहतर सेवा देने के लिए फीवर क्लीनिक तथा ट्रू नाॅट प्रणाली का उन्नयन किया जा रहा है। मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी डाॅक्टर एस.पी. वारे ने बताया कि आगामी दो दिनों के भीतर कोरोना संक्रमित मरीजों की जांच की सुविधा को और बेहतर बनाया जाएगा।




अधिकारी-कर्मचारी फेडरेशन ने किया प्रदर्शन



इधर, नवा रायपुर स्थित इंद्रावती भवन में कोरोना संक्रमण से एक और कर्मचारी की मौत होने और अस्सी से अधिक कर्मचारियों के संक्रमित पाए जाने के बाद अधिकारी और कर्मचारी फेडरेशन ने आज प्रदर्शन किया। फेडरेशन के संयोजक कमल वर्मा ने बताया कि इंद्रावती भवन में लगातार कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं। यहां पांच हजार से अधिक कर्मचारी और अधिकारी ड्यूटी करते हैं। ऐसे में सुरक्षा के मद्देनजर इंद्रावती भवन को कंटेनमेंट जोन घोषित कर चैदह दिनों के लिए इसे बंद कर दिया जाना चाहिए।




कोरिया में 8 दिसम्बर तक गतिविधियों पर रोक


कोरिया जिले के कलेक्टर एस.एन. राठौर ने नगर पालिका परिषद शिवपुर-चरचा के पूरे क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया है। इस क्षेत्र में आज से लेकर आठ सितंबर तक सभी तरह की गतिविधियों पर रोक लगा दी गई है।

वहीं, जांजगीर स्थित जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में एक कर्मचारी के कोरोना पाॅजीटिव पाए जाने पर इस कार्यालय को पांच दिनों के लिए सील कर दिया गया है।

इस बीच, बस्तर जिला कलेक्टर ने जगदलपुर में धरमपुरा स्थित कोविड सेंटर में अव्यवस्थाओं के लिए मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी तथा आदिवासी विकास विभाग के सहायक आयुक्त को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। साथ ही कोविड सेंटर की जरूरी सुविधाओं में सुधार करने के निर्देश दिए हैं।




कोरोना महामारी से निपटने को लेकर गंभीर नहीं- कौशिक 


इस बीच, नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने राज्य में कोरोना संक्रमित मरीजों की बढ़ती संख्या पर चिंता जताई है। उन्होंने आरोप लगाया है कि राज्य सरकार कोरोना महामारी से निपटने को लेकर गंभीर नहीं है। यही वजह है कि स्वास्थ्य सुविधाओं की आधी-अधूरी तैयारियों के कारण अस्पतालों में मरीजों को रखने के लिए बिस्तरों की कमी है। उन्होंने कहा कि सरकार के पास पहले स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाने के लिए पर्याप्त समय था, लेकिन इसके बावजूद राज्य सरकार ने इस संबंध में जरूरी कदम नहीं उठाए। उन्होंने कहा कि संसाधनों की कमी के चलते मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। श्री कौशिक ने प्रदेश में कोविड अस्पतालों की संख्या बढ़ाने पर जोर दिया है।
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