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होली पर सड़क हादसों से दहला झारखंड, 29 लोगों की मौत, कई घायल

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देश में सड़क हादसे लगातार बढ़ रहे हैं। ताजा मामला झारखंड का है, जहां गुरुवार देर रात से लेकर शनिवार तक सड़क हादसों में 29 लोगों की मौत हो गई। जबकि 14 लोग घायल हो गए। गुमला के नवाटोली के पास शनिवार को दो बाइक में जबरदस्त टक्कर हो गई, जिसमें परमेश्वर उरांव, बिंदेश्वर उरांव और भक्तू गोप की मौत हो गई। जबकि घायल प्रकाश लोहरा और बजरंग लोहरा का रांची में इलाज चल रहा है। वहीं सिसई में हुए बाइक हादसे में रोशन पोप की शुक्रवार को मौत हो गई। जबकि उसका साथी कमल उरांव गंभीर रूप से घायल हो गया।

लातेहार के मनिका में रांची-मेदिनीनगर एनएच पर गुरुवार देर रात को कुई मोड़ के पास अज्ञात वाहन की चपेट में आने से देवराज लोहरा की मौत हो गई। पलामू के चैनपुर के पास अवसाने पंचायत के छेचानी गांव में शनिवार की रात विनोद सिंह बाइक समेत पुलिया से नीचे गिर गया। इससे उसकी मौत हो गई। पाटन के किशुनपुर ओपी के पास शुक्रवार की देर शाम सड़क हादसे में कृष्ण साहू की मौत हो गई। जबकि कन्हाई साव घायल हो गए।

सिमडेगा में 4 लोगों की गई जान

जानकारी के मुताबिक गोला रजसप्पा मार्ग पर हेरमदगा गांव स्थित पानी की टंकी के पास शनिवार को बाइक दुर्घटना में होन्हे निवासी देवानंद महतो की मौत हो गई। सिमडेगा में शुक्रवार और शनिवार को हुए हादसों में चार लोगों की मौत हो गई। कोलेबिरा-सिमडेगा एनएच पर महुआ चुन रही मां-बेटी को वाहन ने चपेट में ले लिया। इसमें मां सावित्री देवी की मौत हो गई। शनिवार को बानों के साड़िबा में बाइक दुर्घटना में एक युवक की मौत हो गई। हजारीबाग में केरेडारी के पताल के पास बोलेरो की चपेट में आने से मोहन महतो और उनके बेटे सनी महतों की मौत हो गई।

झरिया के पांच लोग घायल 

इचाक में हुई सड़क दुर्घटना में दिली पर राम की मौत हो गई। रांची-गुमला मुख्य मार्ग पर गढ़गांव बस्ती के पास सड़क दुर्घटना में विकास सिंह की मौत हो गई। गिरडीह के बगोदर और डुमरी में चार सड़क हादसों में धनबाद के झरिया निवासी संतोष कुमार साव की मौत हो गई जबकि पांच लोग घायल हो गए।

इन इलाकों में भी हुआ हादसा

वहीं बोकारो जिले के पेटरवार-तेनुघाट मुख्य पथ पर पेटवार थाना क्षेत्र के चिनियागढ़ा के पास शनिवार को दिन के करीब चार बजे दो बाइक के बीच हुई टक्कर में बालीडीट थाना क्षेत्र के कुर्मीडीट निवासी इंद्रजीत प्रसाद की मौत हो गई। जबकि दूसरी बाइक पर सवार दंपती गोमिया थाना के बूटबरिया गांव निवासी राजेश हेम्ब्रम और उसकी पत्नी सुनीता देवी गंभीर रूप से घायल हो गए।

नियमों की अनदेखी से बढ़ रहा सड़क हादसा

भारत में सुरक्षित यात्रा करने के लिए भारत सरकार ने लोगों की जीवन सुरक्षा के लिए यातायात के नियम ( Traffic rules) बनाए हैं, जिन नियमों का पालन करना हर भारतीय का परम कर्तव्य है, लेकिन वर्तमान समय में सड़क दुर्घटनाओं में बेतहाशा वृद्धि इन्हीं यातायात के नियम की अनदेखी के कारण हुआ है।

सालाना डेढ़ लाख लोगों की मौत

बता दें कि भारत में दुनिया के एक फीसदी वाहन हैं, लेकिन सड़कों पर वाहन दुर्घटनाओं के चलते विश्वभर में होने वाली मौतों में 11 प्रतिशत मौत भारत में होती हैं। विश्वबैंक की एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। भारत में सालाना करीब साढ़े चार लाख सड़क हादसे होती हैं, जिनमें डेढ़ लाख लोगों की मौत होती है।

सड़क हादसों से हर 4 मिनट में एक मौत

रिपोर्ट के मुताबिक 'सड़क हादसों में हताहत होने वाले लोगों में सबसे ज्यादा भारत के होते हैं। भारत में दुनिया के सिर्फ एक फीसदी वाहन हैं, लेकिन सड़क दुर्घटनाओं में दुनिया भर में होने वाली मौतों में भारत का हिस्सा 11 प्रतिशत है। देश में हर घंटे 53 सड़क दुर्घटनाएं हो रही हैं और हर 4 मिनट में एक मौत होती है।'

प्रेमी जोड़े ने की आत्महत्या, एक ही फंदे में लटका मिला शव

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देश के अलग-अलग हिस्सों से प्रेमी जोड़े की खुदकुशी करने की घटनाएं लगातार सामने आ रही है। ताजा मामला झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले का है, जहां जमशेदपुर इलाके के कालाझोर गांव में प्रेमी जोड़े का शव एक पेड़ में लटका मिला है। फिलहाल पुलिस ने दोनों के शव को कब्जे में लेकर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। जानकारी के मुताबिक शव मिलने की सूचना पर ग्रामीणों की भीड़ इकट्ठा हो गई थी। इधर, शव मिलने को लेकर तरह-तरह की चर्चा हो रही है। युवक और युवती कालाझोर के रहने वाले है। ये गांव दलमा पहाड़ से सटा हुआ है और सुदूर इलाका है। बता दें कि इस इलाके में नक्सलियों का काफी दबदबा है। इलाके में आए दिन नक्सली हिंसी की खबरें सामने आती रहती है।

गांव के लोगों ने पेड़ पर एक ही फंदे से युवक और युवती का शव पेड़ से झूलता पाया। इससे पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई। बता दें कि दलमा से सटा सुदूर इलाका है। मृतकों की पहचान कुश और रीना के रूप में हुई है। दोनों कालाझोर के ही रहने वाले बताए जा रहे हैं। जानकारी मिलते ही गांव समेत आस-पास के इलाके के लोग घटनास्थल पर जमा हो गए। मामला प्रेम-प्रसंग से जुड़ा बताया जा रहा है। हालांकि युवक और युवती ने किस परिस्थिति में ये कदम उठाया है इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है। फिलहाल पुलिस कई एंगलों से मामले की जांच कर रही है। पूरे मामले में MGM थाना प्रभारी मिथलेश सिंह ने बताया फिलहाल घटना से जुड़े सभी पहलुओं की जांच की जा रही है। ग्रामीणों और मृतकों के परिजनों से पूछताछ की जा रही है।

मामले की जांच में जुटी पुलिस

वहीं युवती के पिता और भाई ने भी प्रेम प्रसंग की बात कही है। उन्हें घटना की जानकारी सुबह तब मिली जब पेड़ पर दोनों का शव झूलता मिला। उनका कहना है कि युवती कब घर से निकली और उसके बाद क्या हुआ? इस संबंध में उन्हें ज्यादा जानकारी नहीं है। फिलहाल पुलिस जांच के बाद ही इससे जुड़े सभी पहलुओं के खुलासे की बात कह रही है।  

कोयला खदान ढहने से 4 महिलाओं समेत 5 लोगों की मौत, जांच के लिए SIT गठित

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झारखंड दिन-ब-दिन हादसों का गढ़ बनता जा रहा है। ताजा मामला धनबाद जिले का है, जहां खनन के दौरान 3 बंद कोयला खदान ढह गई। इस हादसे में 4 महिलाओं समेत 5 लोगों की मौत हो गई है। कई घंटों तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद अधिकारियों ने ये जानकारी दी। बचाव अभियान की निगरानी कर रहे धनबाद के SDM प्रेम कुमार तिवारी ने कहा कि कोयला कंपनियों के बचाव दल ने निरसा थाना क्षेत्र में ईस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड के गोपीनाथपुर ओपन कास्ट प्रोजेक्ट से 3 महिलाओं और एक लड़की के शव बरामद किया है। 

अन्य लोगों की तलाश की जा रही है, जो शायद फंसे हुए हैं। कापसरा में धंसी दो अन्य खदानों में भी दबे होने की आशंका है। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस घटना को लेकर दुख जताया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि 'धनबाद के निरसा में स्थित कोयला खदान से कुछ लोगों के हताहत होने की सूचना मिली है। जिला प्रशासन पूरी मुस्तैदी के साथ बचाव और राहत कार्य मे जुटा हुआ है। परमात्मा दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान कर परिवार को दुःख की विकट घड़ी सहन करने की शक्ति दे। घायलों को मदद पहुंचायी जा रही है।'

अधिकारियों ने बताया कि सबसे पहले कापसरा आउटसोर्सिंग परियोजना सोमवार शाम करीब पांच बजे धराशायी हो गई। इसके बाद सोमवार की देर रात भारत कोकिंग कोल लिमिटेड के चांच विक्टोरिया में दूसरी घटना हुई। जबकि तीसरी घटना मंगलवार सुबह गोपीनाथपुर ओपन कास्ट खदान में हुई। पुलिस अधीक्षक रेशमा रमेश ने कहा कि सिर्फ कोयला कंपनियां ही अंदर फंसे लोगों की संख्या बता सकती हैं। अधिकारियों ने कहा कि अवैध उत्खनन करने वाले लोगों के परिवारों ने पुलिस कार्रवाई के डर से अभी तक अधिकारियों को रिपोर्ट नहीं किया है। पुलिस के मौके पर पहुंचने से पहले ही स्थानीय लोगों ने कुछ लोगों को बचा लिया।

धनबाद SSP ने दी जानकारी

धनबाद SSP संजीव कुमार ने कहा कि रेस्क्यू ऑपरेशन खत्म हो गया है। 4 महिलाओं समेत पांच लोगों की मौत हो गई है। आगे की जांच के लिए SP ग्रामीण की अध्यक्षता में SIT का गठन किया गया है। पुलिस ने खान सुरक्षा महानिदेशालय (DGMS) को पत्र लिखकर कारण का पता लगाने के लिए तकनीकी रिपोर्ट मांगी है। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है।

पुलिस ने नक्सलियों की बड़ी साजिश को किया नाकाम, 15 IED कुकर बम बरामद

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झारखंड में नक्सलियों की कायराना हरकत की खबरें आए दिन सामने आती रहती है, लेकिन झारखंड की सरायकेला पुलिस ने नक्सलियों की बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया है। दरअसल, पुलिस ने 15 IED बम बरामद किया है। कुचाई थाना क्षेत्र में नक्सलियों के खिलाफ पुलिस की टीम सर्च अभियान चला रही थी। इसी दौरान कडे रंगो पहाड़ी से डेढ़ किलोमीटर पश्चिम दिशा में जंगली रास्तों में 15 IED बम लगाया गया था। नक्सलियों ने बम को जमीन के अंदर छिपाकर लगाया था। वो किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के फिराक में थे, लेकिन सरायकेला में नक्सलियों की साजिश को पुलिस ने नाकाम करते हुए 15 IED कुकर बम बरामद कर नष्ट कर दिया। बता दें कि NIA ने कोलकाता से नक्सलियों को मदद करने वाले एक बिजनेसमैन को गिरफ्तार किया।

सरायकेला में 15 IED कुकर बम बरामद होने के बाद नक्सलियों के खिलाफ लगातार छापेमारी अभियान जारी है। सरायकेला में IED बम बरामद होने से इलाके में हड़कंप है। इस मामले की जांच भी की जा रही है। सुरक्षा बलों ने जमीन के अंदर छिपाकर रखे गए 15 बम बरामद किए हैं। ये सभी बम प्रेशर कुकर में रखे गए थे। सर्च ऑपरेशन के दौरान सभी विस्फोटक को नष्ट कर दिया गया है।

जमीन के अंदर छिपाया गया था बम

पुलिस की ओर से अब तक इस बारे में बयान जारी नहीं किया गया है। हालांकि दावा किया जा रहा है कि सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाने के मकसद से ये बम लगाए गए थे। बता दें कि पुलिस की ओर से कुचाई थाना क्षेत्र में नक्सलियों के खिलाफ सर्च अभियान चलाया जा रहा था। इसी दौरान कडे रंगो पहाड़ी से डेढ़ किलोमीटर पश्चिम दिशा में जंगली रास्तों में जमीन के अंदर से यह बम बरामद लगाए गए थे। जांच के दौरान सुरक्षा बलों को इसकी जानकारी मिल गई। इसके बाद जमीन के अंदर गड्‌ढ़ा कर सभी बम निकाले गए। 

 टीम चला रही सर्च अभियान

जानकारी के मुताबिक सुरक्षा बलों की बढ़ी गतिविधियों से घबराए नक्सलियों की ओर से अपने बचाव में यह विस्फोटक लगाए गए थे। अगर सर्च अभियान में समय रहते इनके बारे में सुरक्षा बलों को जानकारी नहीं मिलती तो बड़ा नुकसान हो सकता था। कोल्हान प्रमंडल के अंतर्गत आने वाले पश्चिमी सिंहभूम और सरायकेला-खरसावां जिले में बीते कुछ समय में भाकपा माओवादी संगठन की गतिविधियां काफी बढ़ी हुई हैं। इस पर लगाम लगाने के लिए जिला पुलिस और CRPF की टीम लगातार सर्च अभियान चला रही हैं।

महिला शूटर ने फांसी लगाकर की खुदकुशी, एक्टर सोनू सूद ने दिलाई थी राइफल

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देश में आत्महत्या के मामले तेजी से बढ़ते ही जा रहे हैं। रोजाना देश के अलग-अलग राज्यों से आत्महत्या की खबरें सामने आ रही है। ताजा मामला झारखंड के धनबाद का है, जहां की रहने वाली एक महिला निशानेबाज ने खुदकुशी कर ली है। पुलिस के मुताबिक कोनिका लायक धनबाद की रहने वाली थीं, जो अभी कोलकाता में हॉस्टल में रह रही थीं। जानकारी के मुताबिक कोनिका ने हॉस्टल में ही फांसी लगाकर खुदकुशी की है। बीते 4 महीनों में कोनिका चौथी निशानेबाज हैं, जिन्होंने सुसाइड की है।


कुछ दिन पहले पंजाब की 17 साल की शूटर खुश सीरत कौर ने भी सुसाइड की थी। उन्होंने अपनी पिस्टल से ही खुद को गोली मार ली थी। खुश सीरत भारत की ओर से जूनियर वर्ल्ड कप में हिस्सा ले चुकी थीं। उनसे पहले अक्टूबर में पंजाब के हुनरदीप सिंह सोहल और सितंबर में मोहाली के नमनवीर सिंह बराड़ ने भी आत्महत्या कर ली थी। कोनिका ने झारखंड राज्य स्तर पर 4 गोल्ड और सिल्वर मेडल जीते। वो 10 मीटर एयर राइफल कैटेगरी में स्टेट चैंपियन थीं।

कोनिका लायक ने सोनू सूद को कहा था धन्यवाद

कुछ महीनों पहले कोनिका उस समय खबरों में आई थीं जब अभिनेता सोनू सूद से उन्होंने राइफल के लिए मदद मांगी थी। इस पर सोनू सूद ने उन्हें राइफल दिलाई थी। इससे पहले तक वह अपने कोच राजेंद्र सिंह और दोस्तों की राइफल के जरिए ही प्रैक्टिस किया करती थी। उस समय कोनिका का चयन नेशनल टीम में हुआ था, लेकिन उनके पास खुद की राइफल नहीं थी। इसके चलते वो टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं ले पाई। फिर उन्होंने सोनू सूद से मदद मांगी थी। सोनू ने 24 मार्च को 2.70 लाख रुपये की जर्मन राइफल उनके लिए भिजवाई थी। इसके बाद कोनिका लायक ने ट्वीट कर सोनू सूद को शुक्रिया कहा था।

कर्माकर की एकेडमी में कर रही थीं ट्रेनिंग


कोनिका दिग्गज शूटर जॉयदीप कर्माकर की एकेडमी में कोलकता में ट्रेनिंग कर रही थीं। बताया जाता है कि बीते 3-4 दिन से वो एकेडमी में भी नहीं गई थीं। उन्होंने साल 2016 और 2017 में दो बार नेशनल चैंपियनशिप के लिए क्वालिफाई किया था। हालांकि कोई मेडल नहीं जीत पाई थीं। जानकारी के मुताबिक कोनिका को नवंबर 2021 में अहमदाबाद में एक टूर्नामेंट में टार्गेट से छेड़छाड़ का दोषी पाया गया था। इसके चलते टूर्नामेंट से निकाल दिया गया था। इससे भी वो काफी परेशान थीं।

लगातार ग्रामीणों को निशाना बना रहे हैं नक्सली, 23 महीने में की 35 लोगों की हत्या

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छत्तीसगढ़ और झारखंड में नक्सली गतिविधियां लगातार बढ़ रही है। नक्सली लगातार ग्रामीणों को अपना निशाना बना रहे हैं। इसी बीच बीते 23 महीने के दौरान झारखंड में नक्सलियों के अलग-अलग सक्रिय संगठनों ने 35 लोगों की हत्या की है। झारखंड पुलिस मुख्यालय के आंकड़े के मुताबिक साल 2020 में 26 लोगों की हत्या की गई। वहीं साल 2021 में नवंबर महीने तक 09 लोगों की हत्या हुई है। झारखंड पुलिस लगातार नक्सलियों पर लगाम लगाने की कोशिश कर रही है, लेकिन इसके बावजूद लगातार नक्सली ग्रामीण लोगों को निशाना बना रहे हैं।

बता दें कि हाल में एक करोड़ के इनामी राशि वाले नक्सली प्रशांत बोस की गिरफ्तारी के बाद से नक्सलियों ने जवाबी कार्रवाई तेज कर दी है। बीते 23 महीने के दौरान नक्सली संगठनों ने 23 वाहनों को आग के हवाले कर दिया। साल 2020 में 16 और साल में 2021 में नवंबर महीने तक 07 वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया। इसके अलावा इन 23 महीनों के दौरान कुल 28 नक्सल हमले की घटनाएं हुई है। किडनैपिंग के 06, IED ब्लास्ट की 20 और पुलिस पर हमला करने की कुल 05 घटनाएं हुई है।

पुलिस मुखबिरी के शक में कर रहे हत्या

प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के निशाने पर पुलिस के मुखबिर हैं। पुलिस को चप्पे-चप्पे की जानकारी मिले, इसलिए पुलिस अनाधिकृत तौर पर मुखबिरों को बहाल करती है। नक्सली गतिविधि और दूसरी ऐसी खबरों के बदले पुलिस की तरफ से मुखबिरों को कुछ इनाम भी मिलता है। इनाम में क्या और कितना मिलता है। यह भी सरकार के रिकॉर्ड में नहीं होता। नक्सली इलाकों में मुखबिरों की ही वजह से पुलिस को कई बार बड़ी कामयाबी मिलती है, लेकिन इस बात की जानकारी नक्सलियों को अगर हो जाती है तो फिर वो खबर देने वाले मुखबिर को जान से मार देते हैं। हाल के महीने में इस तरह के कई ऐसे मामले हैं, जिसमें मुखबिरी का आरोप लगाकर नक्सलियों ने लोगों को मारा है।

कुरुमगढ़ थाने पर की थी गोलीबारी

वहीं हाल ही में नक्सलियों ने गुमला जिले के चैनपुर प्रखंड के कुरुमगढ़ थाने पर गोलीबारी की थी। इस दौरान पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की और नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब दिया। पुलिस और नक्सलियों के बीच हुई गोलीबारी के बाद पुलिस को भारी पड़ता देख नक्सली अंधेरे का फायदा उठाकर भाग खड़े हुए थे। इसके पहले कुछ दिनों पहले भी भाकपा माओवादियों ने कुरूमगढ़ के नवनिर्मित थानाभवन को बम लगाकर विस्फोट कर दिया था। इस मामले में पुलिस मुख्यालय ने लापरवाही बरतने के आरोप में गुमला SP एहतेशाम वकारिब को शो-कॉज किया गया था।

छत्तीसगढ़ पुलिस भी चला रही कई तरह के अभियान

वहीं नक्सलियों के खिलाफ छत्तीसगढ़ पुलिस भी कई तरह के अभियान चला रही है, जिससे प्रभावित होकर कई नक्सली आत्मसमर्पण भी कर रहे है। जबकि सूरक्षाबल के जवान कई नक्सलियों को गिरफ्तार भी कर रहे है, जिससे बौखलाएं नक्सली इस तरह के कायरना हरकत कर रहे हैं। बता दें कि प्रदेश में बीते साल के मुताबले इस साल नक्सली हमले और गतिविधियां कम हुई है। वहीं छत्तीसगढ़ पुलिस और सरकार नक्सलियों को मुख्यधारा से जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। 

नक्सली लगातार दे रहे वारदात को अंजाम

पुलिस की लगातार कार्रवाई से बौखलाए नक्सली लोगों में दहशत फैलाने के लिए लगातार किसी न किसी कायराना करतूत को अंजाम देने में लगे हुए हैं। नक्सली लगातार पुलिस की नाक के नीचे मुखबिरी के शक में ग्रामीणों की हत्या कर रहे हैं।

5 साल में नक्सली हिंसा में इतने लोगों की गई जान

बीते 5 साल में छत्तीसगढ़ में नक्सली हिंसा (Naxalite violence) में 1000 लोगों की जान जा चुकी है। इनमें 314 आम लोग भी शामिल हैं। इनका नक्सल आंदोलन से कोई लेना-देना नहीं था। वहीं 220 जवान शहीद हुए हैं, साथ ही 466 नक्सली भी मुठभेड़ में मारे गए हैं।

पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी, 13 नक्सली गिरफ्तार, 14 मोबाइल समेत कई सामान जब्त

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झारखंड की रायडीह पुलिस को प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन PLFI के नक्सलियों को पकड़ने में एक बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने PLFI के एरिया कमांडर अर्जुन यादव समेत 13 उग्रवादियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार नक्सलियों के पास से लुटी गई वाहन, एक देसी कट्टा, 2 कारतूस, 14 मोबाइल, दो सेट उग्रवादी की कंबाइन्ड कपड़े और लूट की 83 खस्सी जब्त की गई है।  

बता दें कि गुरुवार की देर रात को एरिया कमांडर अर्जुन यादव के नेतृत्व में सभी नक्सलियों ने जारी प्रखंड के गोविंदपुर गांव में लूटपाट की थी। पिकअप गाड़ी समेत 83 खस्सी और बकरी को लूटकर उग्रवादी भाग रहे थे। बकरी के मालिक और गाड़ी चालक को भी नक्सलियों ने पीटा था, लेकिन भागते समय सभी नक्सलियों को रायडीह पुलिस ने चेकनाका के पास जांच के दौरान पकड़ लिया। पूछताछ के बाद पुलिस को पता चला की गिरफ्तार किए गए लोग PLFI के उग्रवादी हैं।

हथियार खरीदने की थी योजना 

गुमला पुलिस  ने बताया कि 'रायडीह थाना क्षेत्र में एक पिकअप वैन की लूट हुई थी, जिसमें शामिल 13 लोगों को लुटी गई वाहन, एक देसी कट्टा, 2 कारतूस,14 मोबाइल, दो सेट उग्रवादी की कंबाइन्ड कपड़े और लूट की 83 खस्सी के साथ गिरफ्तार किया गया।' एसपी शुभांशु जैन ने बताया कि गिरफ्तार किए गए उग्रवादियों में गुमला,रांची, हजारीबाग, रामगढ़ और लोहरदगा जिले के हैं। पुलिस के मुताबिक अर्जुन यादव की मंशा लूट की बकरी और गाड़ी को बेचकर उससे हथियार खरीदना था। 

नक्सली अर्जुन यादव पर कई केस दर्ज

पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार नक्सली अर्जुन यादव कई उग्रवादी घटनाओं में शामिल रहा है। वो पूर्व में जेल भी जा चुका है। अर्जुन यादव  PLFI संगठन के विस्तार में लगा हुआ है। उसने गुमला के अलावा रांची, हजारीबाग, रामगढ़ और लोहरदगा जिला के कई अपराधी किस्म के युवकों से संपर्क कर सभी को गुमला में बुलाया था। पुलिस के मुताबिक अर्जुन यादव की मंशा लूट की बकरी और गाड़ी को बेचकर उससे हथियार खरीदना था, जिससे वो संगठन को मजबूत कर सके।

झारखंड से मजदूरी करने राजस्थान गए मजदूर की मौत, मजदूरी का पैसा मांगने पर दलित का काटा हाथ

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झारखंड से मजदूरी के लिए राजस्थान गए वीरेंद्र तुरी (उम्र 36) की मौत हो गई है। वीरेंद्र गिरिडीह के तुरिया टोला गांव का रहने वाला था। जानकारी के मुातबिक राजस्थान में वीरेंद्र की तबीयत खराब होने पर वो ट्रेन से घर के लिए निकला था।  यात्रा के दौरान ही पंडित दीनदयाल उपाध्याय रेलवे स्टेशन पर उसकी हालत और ज्यादा बिगड़ गई और मौत हो गई। मजदूर के शव को ट्रेन से कोडरमा स्टेशन भेज दिया गया है। 

वीरेंद्र का परिवार गरीब है। घर की जिम्मेदारियों को निभाने और पैसे कमाने के लिए वो कुछ दिन पहले गांव के दूसरे साथियों के साथ कमाने के लिए राजस्थान गया हुआ था। राजस्थान में उसकी तबीयत खराब हुई तो साथियों ने उसे एक नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां इलाज के बाद वीरेंद्र घर लौटना चाहता था। विरेंद्र की बात मानते हुए साथियों ने उसे घर भेज दिया, लेकिन बीच रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। मृतक वीरेंद्र की 3 बेटियां और एक बेटा है। बेटी की शादी करनी थी और घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। 

रास्ते में ही हुई मौत

शादी करने के लिए पैसे जुटाने थे तो विरेंद्र नौकरी की तलाश में राजस्थान गया था। वीरेंद्र की मौत के बाद परिवार का भरण पोषण करने वाला भी कोई नहीं है।  परिवार से गरीबी दूर करने का वादा करके वीरेंद्र ने घर से बाहर कदम रखा था। दोस्तों ने काम दिलाने की बात भी कही थी, जिसके बाद वीरेंद्र उनके साथ राजस्थान चला गया, लेकिन राजस्थान जाते ही वीरेंद्र की तबीयत खराब हो गई। वीरेंद्र घर लौटना चाहता था, परिवार से मिलना चाहता था, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई।

मजदूरी का पैसा मांगने पर सजा 

इधर MP के रीवा जिले में मजदूरी के रुपए मांगने पर 45 साल के एक दलित मजदूर का हाथ धारदार हथियार से काटने के आरोप में उसके नियोक्ता समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। ये घटना रीवा के डोलमऊ गांव में शनिवार को हुई। रीवा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिव कुमार वर्मा ने बताया कि डोलमऊ गांव में मजदूरी के रुपए मांगने पर नियोक्ता गणेश मिश्रा ने अपने साथियों के साथ मिलकर श्रमिक अशोक साकेत के एक हाथ को धारदार हथियार से काट दिया। उन्होंने कहा कि साकेत पड़री गांव का निवासी है और अनुसूचित जाति से संबंध रखता है।

ASP ने जी मामले के बारे में जानकारी

ASP ने बताया कि साकेत ने डोलमऊ गांव में मिश्रा के लिए निर्माण कार्य में मजदूर के रूप में काम किया था और मिश्रा उसे मेहनताना देने में कथित रूप से आनाकानी कर रहा था। उन्होंने कहा कि मामले को सुलझाने के लिए साकेत और एक अन्य व्यक्ति ने शनिवार को मिश्रा से मुलाकात की। इस दौरान उनमें विवाद हो गया, जिसके बाद कथित तौर पर मिश्रा और अन्य लोगों ने साकेत पर धारदार हथियार से हमला कर दिया और उसका एक हाथ काट दिया।

मजदूर की हालत नाजुक

ASP वर्मा ने बताया कि आरोपियों ने कटे हाथ को पास ही छिपाने की कोशिश भी की, लेकिन बाद में उसे बरामद कर लिया गया। उन्होंने कहा कि पुलिस साकेत को संजय गांधी मेमोरियल अस्पताल ले गई, जहां डॉक्टर्स के एक दल ने ऑपरेशन के बाद कटे हाथ को फिर से जोड़ दिया है। ASP ने डॉक्टर्स के हवाले से बताया कि बहुत ज्यादा खून बहने के कारण साकेत की हालत नाजुक है। फिलहाल मजदूरी का इलाज जारी है।

छठ पूजा के लिए गए 2 बच्चों की नदी में डूबने से मौत, नहाने के दौरान हुआ हादसा

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झारखंड हादसों का गढ़ बनता जा रहा है। प्रदेश में किसी न किसी दुर्घटना की खबर रोजाना सामने आ रही है। ताजा मामला पलामू जिले का है, जहां छठ की खुशियां मातम में बदल गई है। दरअसल, पायल नदी के छठ घाट में डूबने से दो बच्चों की मौत हो गई है। राजहारा में नदी के किनारे स्थित छठ घाट पर हुए इस हादसे के बाद पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। फिलहाल पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

पुलिस के मुताबिक छठ स्नान के दौरान डूबने वाले एक बच्चे का शव बरामद कर लिया गया है, लेकिन दूसरे बच्चे के शव का अब तक पता नहीं चल पाया है। पुलिस ने बताया कि दोनों बच्चे राजहारा गांव के राजू भुईयां के बेटे थे। राजू भुईयां के साले की पत्नी राजहारा स्थित छठ घाट पर छठ स्नान और पूजा करने गई थी और उसके साथ राजू की पत्नी और बच्चे भी गए थे। पुलिस ने बताया कि 10 साल के शशि कुमार को स्थानीय लोगों ने नदी से बाहर निकाला। वहीं 7 साल के साजन का शव नदी से नहीं निकाला जा सका है।

नदी में डूबने से 4 बच्चों की मौत 

अनुमंडल पदाधिकारी राजेश कुमार साह ने बताया कि बच्चे को नदी से निकाला गया उस वक्त उसकी स्थिति गंभीर बनी हुई थी और उसे इलाज के लिए परिजन मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। बता दें कि मंगलवार को झारखंड के गिरिडीह के मंगरोडीह गांव में भी ऐसा ही हादसा हुआ था। यहां छठ महापर्व को लेकर स्नान करने गई महिलाओं के साथ गए 4 बच्चों की नदी में डूबने से मौत हो गई थी।

शर्मनाक: बड़ी बहन ने अपने 2 प्रमियों से करवाया छोटी बहन का रेप, फिर कर दी हत्या

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देश में रेप की घटना बढ़ती (incidence of rape cases in india) जा रही है। रोजाना देश के अलग-अलग राज्यों से दुष्कर्म की खबरें (Rape cases in India) सामने आती रहती है, लेकिन आज हम ऐसी घटना के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां एक बड़ी बहन ने रिश्ते को शर्मसार किया है। मामला झारखंड के मेदिनीनगर का है, जहां 7 महीने पहले लापता हुई 17 साल की नाबालिग के मामले में खुलासा हुआ है। पुलिस के मुताबिक नाबालिग की बड़ी बहन अपने दो प्रमियों से छोटी बहन का रेप करवाती थी और जब छोटी बहन ने विरोध किया तो उसकी हत्या कर दी गई और शव को दफना दिया गया। 

हत्या के कई दिनों बाद पुलिस ने शव को बरामद किया। नाबालिग की पहचान के बाद शव का पोस्टमॉर्टम कराया गया, जिसमें हत्या की पुष्टि हुई। पुलिस ने इस मामलों में 4 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने पूरे मामले का खुलासा किया है। पुलिस का कहना है कि नाबालिग पांच बहनों में चौथे नंबर की थी। उसके माता-पिता दोनों की मौत हो चुकी थी। इसलिए युवती सुदना में अपनी सबसे बड़ी बहन राखी के पास रहती थी, जो देह व्यापार में लिप्त थी।

बहन ने दिया आरोपियों का साथ

17 साल की नाबालिग की हत्या से दो दिन पहले राखी का एक प्रेमी प्रताप उसके घर पहुंचा। उस समय राखी घर में नहीं थी। प्रताप ने उसकी छोटी बहन के साथ रेप किया। विरोध करने पर उसने युवती को जान से मार दिया। राखी जब घर लौटी तो उसने छोटी बहन को मृत पाया। इसके बाद राखी, रूपा, धनंजय, प्रताप और नीतीश ने मिलकर युवती के शव को ठिकाने लगाने का प्लान बनाया और एक सूनसान जगह जाकर उसके शव को दफना दिया।

पुलिस ने दी घटना के बारे में जानकारी

पुलिस का कहना है कि हत्या के कई दिनों बाद मृतक युवती का एक पैर जमीन से बाहर निकला दिखा। इसके बाद पुलिस ने कब्र खुदवाकर शव को बाहर निकाला और शव की पहचान की गई। पहचान होने के बाद राखी व अन्य साथियों ने आत्महत्या की कहानी पुलिस को सुनाई, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पुलिस ने पूछताछ शुरू की और हत्या की पुष्टि हुई। पुलिस का कहना है कि इस मामले में राखी, रूपा, धनंजय और प्रताप को गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं एक और आरोपी नीतीश फरार है।

बड़ी बहन पर देह व्यापार करने का आरोप

युवती की एक और दूसरे नंबर की बहन रूपा का पति धनंजय बड़ी बहन राखी की देह व्यापार में मदद करता था। दोनों मिलकर युवती को देह व्यापार में धकेलना चाहते थे और उसे जबरन ग्राहकों के पास भेजते थे। युवती की सबसे बड़ी बहन राखी के दो प्रेमी प्रताप कुमार और नीतीश थे। राखी इन दोनों से अपनी छोटी बहन का रेप करवाती थी। दोनों अक्सर राखी के घर आया करते थे और जबरन युवती के साथ दुष्कर्म करते थे। मृतका एक अन्य युवक से प्यार करती थी और उसी से शादी भी करना चाहती थी, जिसका राखी विरोध कर रही थी। फिलहाल पुलिस ने आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।

फुटबॉल मैच को लेकर दो गांव के लोगों में झड़प, गाड़ियों में लगाई आग, 2 लोगों की हत्या

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झारखंड का गुमला जिला इन दिनों आपराधिक मामलों के कारण सुर्खियों में है। गुमला के बसिया थाना क्षेत्र के मतरडेगा बासटोली में सोमवार रात को फुटबॉल मैच के दौरान दो गुटों में विवाद हो गया। इसके बाद एक गुट के लोगों ने पतुरा गांव में घुसकर बोलेरो और तीन बाइक को आग के हवाले कर दिया। इस दौरान जमकर मारपीट हुई। इधर, जिले के घाघरा प्रखंड मुख्यालय स्थित केला बागान के संचालक लोकेश पुत्तास्वामी और सहयोगी एम देवा वासु की अज्ञात आरोपियों ने धारदार हथियार से गला रेत कर हत्या कर दी। पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है। 

पुलिस के मुताबिक बसिया थाना क्षेत्र के मतरडेगा बासटोली में सोमवार रात को फुटबॉल मैच के दौरान झड़प में पतुरा निवासी विनय साहू, कर्मी देवी और किन्दिरकेला निवासी शेख बेलाल को गंभीर चोट आई है। इन्हें इलाज के लिए रेफरल अस्पताल बसिया लाया गया, जहां से शेख बेलाल और विनय को बेहतर इलाज के रिम्स रांची रेफर कर दिया गया।

फुटबॉल मैच के दौरान मारपीट

जानकारी के मुताबिक मतरडेगा बासटोली गांव में पतुरा बनाम पीठक टोली के बीच फुटबॉल मैच चल रहा था। इस दौरान रेफरी के फैसले को लेकर दोनों टीमों में विवाद हुआ। इसके बाद दोनों गांवों के दर्शकों के बीच झड़प शुरू हो गई। देखते-देखते विवाद इतना बढ़ा कि मतरडेगा डुमरटोली के कुछ लोग पतुरा गांव में घुसकर बोलेरो और तीन बाइकों को आग के हवाले कर दिया। घटना को लेकर दोनों गांवों में तनाव की स्थिति बनी हुई है।

कर्नाटक के दो लोगों की हत्या

दूसरी ओर गुमला जिले के घाघरा प्रखंड मुख्यालय स्थित केला बागान के संचालक लोकेश पुत्तास्वामी और उसके सहयोगी एम देवा वासु की हत्या कर दी गई है। जानकारी के मुताबिक कर्नाटक मैसूर निवासी लोकेश पुत्तास्वामी 2011 में घाघरा आकर केला बागान में आधुनिक तरीके से खेती बाड़ी का काम कर रहा था। बीते 3 महीने पूर्व अपने सहयोगी के रुप में एम देवा दासु नामक युवक को मैसूर से मछली पालन के लिए बुलाया था।

खून से लथपथ मिले दोनों के शव

दोनों ही केला बागान स्थित घर में रहते थे। सुबह जब ऑटो ड्राइवर खीरा ले जाने के लिए केला बागान आया तो देखा कि घर के बाहर एम देवा दासु का शव खून से लथपथ पड़ा था। इसके बाद घाघरा थाना प्रभारी को सूचना दी गई, जिसके बाद इंस्पेक्टर श्यामानंद मंडल थानेदार अकाश कुमार पांडे दल बल के साथ घटनास्थल पहुंचे और घर के अंदर जाकर देखा गया तो पता चला कि लोकेश का शव भी कमरे के अंदर खून से लथपथ पड़ा है। घटनास्थल पहुंच इंस्पेक्टर और थानेदार हत्या की गुत्थी सुलझाने में लगे हुए हैं। पुलिस जल्द ही आरोपियों को पकड़ने की बात कह रही है।

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