झारखंड से मजदूरी के लिए राजस्थान गए वीरेंद्र तुरी (उम्र 36) की मौत हो गई है। वीरेंद्र गिरिडीह के तुरिया टोला गांव का रहने वाला था। जानकारी के मुातबिक राजस्थान में वीरेंद्र की तबीयत खराब होने पर वो ट्रेन से घर के लिए निकला था। यात्रा के दौरान ही पंडित दीनदयाल उपाध्याय रेलवे स्टेशन पर उसकी हालत और ज्यादा बिगड़ गई और मौत हो गई। मजदूर के शव को ट्रेन से कोडरमा स्टेशन भेज दिया गया है।
रास्ते में ही हुई मौत
शादी करने के लिए पैसे जुटाने थे तो विरेंद्र नौकरी की तलाश में राजस्थान गया था। वीरेंद्र की मौत के बाद परिवार का भरण पोषण करने वाला भी कोई नहीं है। परिवार से गरीबी दूर करने का वादा करके वीरेंद्र ने घर से बाहर कदम रखा था। दोस्तों ने काम दिलाने की बात भी कही थी, जिसके बाद वीरेंद्र उनके साथ राजस्थान चला गया, लेकिन राजस्थान जाते ही वीरेंद्र की तबीयत खराब हो गई। वीरेंद्र घर लौटना चाहता था, परिवार से मिलना चाहता था, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई।
मजदूरी का पैसा मांगने पर सजा
इधर MP के रीवा जिले में मजदूरी के रुपए मांगने पर 45 साल के एक दलित मजदूर का हाथ धारदार हथियार से काटने के आरोप में उसके नियोक्ता समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। ये घटना रीवा के डोलमऊ गांव में शनिवार को हुई। रीवा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिव कुमार वर्मा ने बताया कि डोलमऊ गांव में मजदूरी के रुपए मांगने पर नियोक्ता गणेश मिश्रा ने अपने साथियों के साथ मिलकर श्रमिक अशोक साकेत के एक हाथ को धारदार हथियार से काट दिया। उन्होंने कहा कि साकेत पड़री गांव का निवासी है और अनुसूचित जाति से संबंध रखता है।
ASP ने जी मामले के बारे में जानकारी
ASP ने बताया कि साकेत ने डोलमऊ गांव में मिश्रा के लिए निर्माण कार्य में मजदूर के रूप में काम किया था और मिश्रा उसे मेहनताना देने में कथित रूप से आनाकानी कर रहा था। उन्होंने कहा कि मामले को सुलझाने के लिए साकेत और एक अन्य व्यक्ति ने शनिवार को मिश्रा से मुलाकात की। इस दौरान उनमें विवाद हो गया, जिसके बाद कथित तौर पर मिश्रा और अन्य लोगों ने साकेत पर धारदार हथियार से हमला कर दिया और उसका एक हाथ काट दिया।
मजदूर की हालत नाजुक
ASP वर्मा ने बताया कि आरोपियों ने कटे हाथ को पास ही छिपाने की कोशिश भी की, लेकिन बाद में उसे बरामद कर लिया गया। उन्होंने कहा कि पुलिस साकेत को संजय गांधी मेमोरियल अस्पताल ले गई, जहां डॉक्टर्स के एक दल ने ऑपरेशन के बाद कटे हाथ को फिर से जोड़ दिया है। ASP ने डॉक्टर्स के हवाले से बताया कि बहुत ज्यादा खून बहने के कारण साकेत की हालत नाजुक है। फिलहाल मजदूरी का इलाज जारी है।