रायपुर। राजधानी का टाटीबंध चौक खूनी चौक के नाम से मशहूर हो रहा है। आज सुबह टाटीबंध-दुर्ग रोड स्थित किया शोरूम के पास ओवरटेक करने के चक्कर में ट्रक चालक ने स्कूटी सवार दो युवकों को टक्कर(Road Accident in Chhattisgarh) मार दी। हादसे में युवकों की मौके पर ही मौत हो गई। राहगीरों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने युवकों की शिनाख्त की और परिजनों को सूचना दी। आरोपी ट्रक चालक की गिरफ्तार करने और ट्रक को अपने कब्जे में लेने के लिए पुलिस टीम रवाना हो चुकी है।
आमानाका पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार हादसा सुबह 10.45 बजे हुआ है। पुलिस के अनुसार रायपुर के राजा तालाब इलाके में निवासरत प्रदीप दास अपने दोस्त असलम के साथ भिलाई में रहने वाले दोस्तों से मिलने के लिए घर से निकला हुआ था। टाटीबंध चौक से गुजरकर वे किया शोरूम के पास पहुंचे, इस दौरान रायपुर की तरफ से आ रहे तेज रफ्तार ट्रक चालक ने ओवरटेक करने के दौरान उनकी स्कूटी में टक्कर(Road Accident in Chhattisgarh) मारी दी। हादसे में प्रदीप और असलम स्कूटी से गिर पड़े और ट्रक की चपेट में आने से उनकी मौत हो गई। हादसे को अंजाम देने के बाद ट्रक चालक मौके से फरार हो गया। पुलिस ने परिजनों को सूचना देने के बाद कुम्हारी टोल नाका से ट्रक और उसके चालक की शिनाख्त की है। ट्रक चालक की गिरफ्तार के लिए पुलिस की एक टीम शाम को रवाना हुई है।
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बिना सूचना दिए निकले थे युवक
प्रदीप के चाचा ने पुलिस को बताया कि असलम व प्रदीप सुबह 9 बजे घर से बिना बताए भिलाई जाने के लिए निकले थे। प्रदीप गाड़ी चलाने का शौकीन था, इसलिए उसकी मां नमिता दास ने उसे दो साल पहले स्कूटी लेकर दी थी। प्रदीप अपनी मां का इकलौता सहारा था। नमिता को प्रदीप के हादसे की जानकारी पुलिस ने दोपहर 12 बजे दी। पुलिस की सूचना पर पहुंचे परिजनों को पीएम के बाद शव सुपुर्द किया गया है।
खूनी चौक के नाम से हुआ मशहूर
राजधानी रायपुर का टाटीबंध चौक खूनी चौक के नाम से मशहूर हो चुका है। अब तक इस चौक में लगभग 35 से 40 लोगों की मौत हो चुकी है। हादसों की बढ़ती हुई संख्या देखते हुए वर्ष 2017 में ब्रिज बनाने को लेकर केंद्रीय परिवहन मंत्रालय से रजामंदी मिली थी। 27 सितंबर 2018 को केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गड़करी ने कुम्हारी में ब्रिज की आधारशिला रखी थी। ब्रिज निर्माण का काम मई 2020 में शुरु हुआ था। टेंडर शर्त के अनुसार ब्रिज का निर्माण दो वर्ष में पूरा करना है। ब्रिज बनने के बाद हादसों में कमी आएगी और यातायात व्यवस्था भी दुरुस्त हो सकेगी।