रायपुर। छत्तीसगढ़ के बालोद गांव में कौवे का शव मिलने के बाद वन विभाग में हडकंप मचा हुआ है। राजधानी रायपुर स्थित पक्षी विहार गुरुवार से पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गया है। पक्षियों की बीमारी से बचाया जा सके, इसलिए बाडा और परिसर में रोजाना चूना व दवा का छिड़काव (Bird flu precaution in Chhattisgarh) करने का निर्देश दिया है। पक्षी विहार में विचरण कर रहे पक्षियों की इम्यूनिटी बढ़े इसलिए दाना और पानी में एंटीबायोटिक मिलाकर दिया जा रहा है। इसके अलावा पक्षी विहार में काम कर रहे कर्मचारियों को मास्क और सेफ्टी किट लगाना अनिवार्य है।
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350 से ज्यादा पक्षी नंदनवन पक्षी विहार में
वन विभाग के अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार नंदनवन पक्षी विहार में वर्तमान में अफ्रीकन ग्रे पेलिकन, ब्लैक श्वान, कारोलाइन डक, क्रस्टेड डक, सिल्वर फीजेंट, क्रेस्टेज वुड, लव बर्ड, जेब्रा फ्रिंज, ब्लयूरिंगनेट, गोल्डन फ्रीजेंट, लेडिज हेमरेस्ट, एमोजोन, ग्रे पैरेट, कोहिनूर, शुर्तरमुर्ग व मकाऊ पक्षी हैं।
वन विभाग के डॉक्टर का कहना है कि वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पक्षियों के बाड़े और परिसर में दवा व चूने का छिड़काव किया गया है। पक्षियों को इम्युनिटी मजबूत हो सके इसलिए दाना व पानी में एंटी एंटीबायोटिक मिलाकर (Bird flu precaution in Chhattisgarh) दिया जा रहा है।