कुमारकोम-राष्ट्रीय आयुष मिशन के अंतर्गत “आयुष क्षेत्र में आईटी समाधान” पर दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का समापन आज केटीडीसी वाटरस्केप्स, कुमारकोम में हुआ। इस अवसर पर आयुष ग्रिड और उससे जुड़े डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के लाइव डेमोंस्ट्रेशन तथा गहन विचार-विमर्श आयोजित किए गए।
कार्यशाला में A-HMIS, e-LMS, योग पोर्टल एवं Y-Break ऐप, ई-औषधि पोर्टल, आयुष सुरक्षा, रिसर्च पोर्टल, NAMASTE पोर्टल, mYoga ऐप, आयुष ग्लोबल पोर्टल और पीएम-गतिशक्ति आयुष एसेट मैपिंग टूल सहित कई डिजिटल प्लेटफॉर्म प्रदर्शित किए गए। साथ ही, भविष्य के लिए एआई आधारित निर्णय समर्थन एवं मॉनिटरिंग सिस्टम पर भी जानकारी दी गई।
समापन सत्र में सात राज्यों ने अपने अनुभव साझा किए और डिजिटल एकीकरण हेतु सामान्य प्रोटोकॉल का प्रारूप तैयार किया गया।
मुख्य वक्तव्य:
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वीणा जॉर्ज, स्वास्थ्य एवं महिला-कल्याण मंत्री, केरल सरकार ने कहा कि “तेज़ तकनीकी प्रगति को अपनाते समय पारंपरिक मूल्यों का संरक्षण भी आवश्यक है।”
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वैद्य राजेश कोटेचा, सचिव, आयुष मंत्रालय ने कहा कि “डिजिटल उपकरण अब विकल्प नहीं बल्कि आवश्यकता हैं, जो आयुष सेवाओं की सुलभता, किफ़ायत और गुणवत्ता सुनिश्चित करेंगे।”
इस कार्यशाला में 23 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों से 91 प्रतिनिधियों सहित कुल 155 प्रतिभागियों ने भाग लिया। प्रतिभागियों ने कहा कि यह आयोजन न केवल केंद्रीय आईटी प्लेटफॉर्म्स पर स्पष्टता लाया, बल्कि अंतरराज्यीय सहयोग और एकीकृत डिजिटल स्वास्थ्य मानकों की दिशा में नई राह खोली।
आगामी कार्यक्रम:
प्रतिभागियों का 20–21 सितम्बर को कोट्टायम, आलप्पुझा और त्रिशूर जिलों में आयुष सुविधाओं का क्षेत्रीय दौरा आयोजित होगा।
यह कार्यशाला भारत की भविष्य-उन्मुख, गतिशील और नागरिक-केंद्रित आयुष डिजिटल स्वास्थ्य प्रणाली की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है।