नई दिल्ली। केंद्रीय आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने भारतीय परंपरागत चिकित्सा पद्धति की क्षमता, शक्ति और प्रभाव के बारे में लोगों में जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया है। नई दिल्ली में आज सातवें आयुर्वेद दिवस समारोह में सोनोवाल ने कहा कि यह परंपरागत प्रणाली न केवल बीमारियों की रोकथाम करती है, बल्कि यह लोगों को स्वस्थ बनाए रखती है। सोनोवाल ने कहा कि देशवासियों को हजारों वर्षों से उपयोग में लाई जा रही भारतीय परंपरागत चिकित्सा पद्धति के महत्व को समझना चाहिए। उन्होंने कहा कि इससे देश को आत्मनिर्भर बनने में सहायता मिलेगी।
सोनोवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के समर्थन से आयुष क्षेत्र ने पूरे विश्व में अपनी अनूठी पहचान बनाई है। उन्होंने कहा कि आयुष और जनजातीय कार्य मंत्रालयों ने देश के दस करोड़ जनजातीय लोगों के लाभ के लिए काम करने के वास्ते एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। इधर, छत्तीसगढ़ में भी आज आयुर्वेद दिवस पर अनेक कार्यक्रमों का आयोजन कर लोगों को आयुर्वेद चिकित्सा के प्रति जागरूक किया जा रहा है। इसी कड़ी में जांजगीर-चांपा जिले में आयुष विभाग द्वारा निःशुल्क आयुष स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। इसका शुभारंभ नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने किया।