रायपुर। छत्तीसगढ़ सहित देशभर में धनतेरस का त्यौहार आज पारंपरिक उल्लास के साथ मनाया जा रहा है। धनतेरस के साथ ही पांच दिनों तक चलने वाला दीपावली का पर्व शुरू हो गया है। आज के दिन धन वृद्धि के लिए कुबेर और स्वस्थ रहने के लिए आयुर्वेद के देवता धनवंतरि की पूजा की जाती है। धनतेरस का पर्व कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी के दिन मनाया जाता है। आज प्रदेशभर के बाजारों में खासी रौनक देखी जा रही है।
राज्यपाल अनुसुईया उइके, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और विधानसभा अध्यक्ष डॉक्टर चरणदास महंत ने प्रदेशवासियों को धनतेरस पर्व की बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। मुख्यमंत्री आज रायपुर के गोलबाजार पहुंचे और दिवाली की खरीदारी की। इस दौरान उन्होंने स्थानीय कुम्हारों से मिट्टी के दीये, मटकी, पूजन सामग्री मिठाइयां खरीदीं। उन्होंने लाखे नगर के हिंद स्पोर्टिंग मैदान में लगे पटाखा बाजार में पटाखे भी खरीदे और प्रदेशवासियों से स्थानीय स्तर पर तैयार सामग्री खरीदने की अपील की। वहीं, दीपावली त्यौहार के मद्देनजर कोंडागांव पुलिस ने आज शहर के मुख्य मार्गों और चौक-चौराहों पर फ्लैग मार्च किया।
इस बीच, राजनांदगांव जिले में स्व-सहायता समूह की महिलाओं द्वारा गोबर से तैयार किए गए दीयों की बाजारों में काफी मांग है। गौठानों में महिला समूहों द्वारा निर्मित फैन्सी दीये भी इस बार बाजारों में बिक रहे हैं। राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण-एनजीटीने दीपावली, छठ पूजा, गुरूपर्व, नववर्ष और क्रिसमस के मद्देनजर पटाखे फोड़ने के संबंध में दिशा-निर्देश जारी किए हैं। एनजीटी के दिशा-निर्देशों के अनुरूप राज्य शासन द्वारा दीपावली के दौरान पटाखे फोड़ने के लिए रात आठ बजे से दस बजे के बीच दो घंटे का समय निर्धारित किया गया है। वहीं, छठ पूजा में सुबह छह से आठ बजे तक, गुरूपर्व पर रात आठ से दस बजे तक, नववर्ष और क्रिसमस के अवसर पर रात ग्यारह बजकर पचपन मिनट से साढ़े बारह बजे तक पटाखे फोड़े जाने की अनुमति दी गई है।