रायपुर। राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में आगामी एक से तीन नवंबर तक राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। महोत्सव में नौ देशों के जनजातीय कलाकारों सहित अट्ठाईस राज्यों और आठ केंद्रशासित प्रदेशों के डेढ़ हजार से अधिक कलाकार शामिल होंगे। राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में इस बार दो थीम रखी गई है। पहली थीम है ‘फसल कटाई पर होने वाले आदिवासी नृत्य’ और दूसरी ‘आदिवासी परम्पराएं तथा रीति-रिवाज’। विजेताओं को कुल बीस लाख रुपए के पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे। आदिवासी नृत्य महोत्सव के माध्यम से न केवल राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर जनजातीय कलाकारों के बीच उनकी कलाओं की साझेदारी होगी।
बल्कि वे एक-दूसरे के खान-पान, रीति-रिवाज
और शिल्प-शैली को भी देख तथा समझ सकेंगे। छत्तीसगढ़ की ओर से नौ देशों को आमंत्रण
पत्र भेजा गया है। ये सभी देश पहली बार रायपुर में अपनी प्रस्तुति देंगे। इस
महोत्सव में मोजांबिक, मंगोलिया, टोंगो, रशिया,
इंडोनेशिया,
मालदीव,
सर्बिया,
न्यूजीलैंड
और इजिप्ट के जनजातीय कलाकार हिस्सा लेंगे।