रायपुर। प्रदेश में समर्थन मूल्य पर एक नवंबर से धान खरीदी शुरू होगी। इसके लिए विभाग स्तर पर सभी तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई हैं। इस संबंध में खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने विभागीय बैठक लेकर तैयारियों की समीक्षा की। बैठक के बाद उन्होंने कहा कि नये बने जिलों में धान खरीदी प्रक्रिया के सुचारू संचालन के लिए अधिकारियों की पदस्थापना की जा रही है। खाद्य मंत्री ने कहा कि किसानों को धान सूखाकर लाने के लिए जागरूक किया जाएगा, ताकि किसानों को धान बेचने में कोई परेशानी न हो।धान खरीदी के लिए इस बार प्रति एकड़ पंद्रह क्विंटल की मात्रा निर्धारित की गई है।
इसी प्रकार, ढाई एकड़ तक के रकबा वाले किसानों को एक ही टोकन जारी किए जाएंगे। पांच एकड़ तक के किसान दो बार और पांच एकड़ से अधिक के रकबे वाले किसान को तीसरा टोकन जारी करने से पूर्व नोडल अधिकारी से परीक्षण कराया जाएगा। पड़ोसी राज्यों और पड़ोसी जिलों से आने वाले धान के अवैध परिवहन को रोकने के लिए अलग-अलग चेकपोस्ट तैयार किए गए हैं और अन्य मार्गों पर भी निगरानी के लिए आवश्यक व्यवस्था बनाई गई है। धान खरीदी के दौरान किसानों को पंजीयन, रकबा, टोकन और धान खरीदी से संबंधित किसी प्रकार की शिकायत होने पर वे खाद्य विभाग और जिला कलेक्टर कार्यालय में स्थापित कंट्रोल रूम में सम्पर्क कर अपनी समस्या से अवगत करा सकते हैं।
गौरतलब है कि इस वर्ष मोटा धान दो हजार चालीस रुपये प्रति क्विंटल और पतला-सरना धान दो हजार साठ रूपये प्रति क्विंटल के समर्थन मूल्य पर खरीदा जाएगा। इधर, धमतरी जिले में धान खरीदी केंद्रों पर टोकन कटवाने किसानों की भीड़ शुरू हो गई है। इसके लिए जिले के सभी छियानवे केंद्रों में तैयारी पूरी हो गई है। इस बीच, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि धान खरीदी में किसानों को किसी प्रकार की दिक्कत नहीं होनी चाहिए।