रायपुर। रायपुर में आयोजित किए गए राष्ट्रीय आदिवासी सम्मेलन के समापन कार्यक्रम में आज राज्यपाल अनुसुईया उइके भी शामिल हुईं। इस मौके पर अपने संबोधन में राज्यपाल ने कहा कि जल, जंगल और जमीन आदिवासियों के जीवन का प्रमुख अंग है। उन्होंने कहा कि संविधान में आदिवासी समुदायों को कई अधिकार दिए गए हैं। परंतु आज भी आदिवासियों को अपेक्षित अधिकार नहीं मिल पाए हैं।
राज्यपाल ने कहा कि पेसा कानून में अनुसूचित क्षेत्रों में आदिवासियों को उनके अधिकार उपलब्ध कराने के लिए ग्राम सभा को पर्याप्त शक्ति दी गई है। लेकिन, इसे लागू करने के लिए शासन-प्रशासन को और गंभीर होना होगा। समापन कार्यक्रम को राष्ट्रीय जनजातीय आयोग के पूर्व अध्यक्ष नंदकुमार साय ने भी संबोधित किया। रायपुर में हुए इस दो दिवसीय राष्ट्रीय आदिवासी सम्मेलन में आदिवासी समन्वय मंच के कार्यकर्ता और सर्व आदिवासी समाज के पदाधिकारी तथा कार्यकर्ता शामिल हुए।