Responsive Ad Slot

Latest

latest


 

महासमुन्द से तुमगांव, पटेवा, झलप, पिथौरा, सांकरा, बसना, सरायपाली, सोहेला होते हुए बरगढ़ तक रेल लाइन

रायपुर। रायपुर से महासमुन्द होते हुए बरगढ़ तक नई रेल लाइन की सुविधा के लिए दिल्ली में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को ज्ञापन सौंपा गया  है। पत्र में मांग की गई है कि इस क्षेत्र में नई रेल लाइन जल्द बिछाई जाए। इस मांग को छत्तीसगढ़ से ओडिशा तक लगभग 150 संगठनों का समर्थन पत्र मिला है महासमुन्द सांसद चुन्नीलाल साहू ने बताया कि रेलमंत्री से मुलाकात हुई। जहां समिति के सदस्यों ने विस्तार से रेल सुविधा की आवश्यकता की जानकारी दी। नई रेल लाइन के लिए बेलसोन्डा से तुमगांव, पटेवा, झलप, पिथौरा, सांकरा, बसना, सरायपाली, सोहेला होते हुए बरगढ़ तक सुविधाजनक रेल लाइन निर्माण की जानकारी नक्शे के माध्यम से दी गई।

रेलमंत्री को ज्ञापन सौंपते हुए सांसद व प्रतिनिधि मंडल


इसलिए की जा रही नई रेल लाईन की मांग

इस दौरान रेल मंत्री वैष्णव को बताया गया कि यह नई रेल लाईन निर्माण से रायपुर से हावड़ा व मुम्बई व्हाया बरगढ़ होते हुए जहां सीधी लाइन जाएगी, तो वहीँ बिलासपुर जंक्शन में ट्रैफिक जाम से मुक्ति मिलने के साथ ही 50 किलोमीटर तथा भुवनेश्वर से रायपुर के बीच की दूरी 150 किलोमीटर कम हो जाएगी। इस दौरान इस बात को गंभीरता से लेते हुए रेलमंत्री ने दोबारा सर्वे कराए जाने का आश्वासन प्रतिनिधिमंडल को दिया।समिति के सदस्यों के अनुसार रायपुर बरगढ़ रेल लाइन निर्माण के लिए लगभग दो साल से प्रयासरत हैं। अब जाकर संघर्ष समिति सरायपाली को रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव को ज्ञापन देने में सफलता मिली है। पिछले 2 साल से कोरोना काल व राजनैतिक अस्थिरता के चलते रेलमंत्री से मिलना संभव नहीं हो पा रहा था।

हो जाएगी 227 किलोमीटर की दूरी कम

बताया गया कि इस सुविधा से रेल व यात्रियों को जहां 227 किलोमीटर की दूरी कम होगी, वहीं बलांगीर, टिटलागढ़ के यात्रियों को सीधी ट्रेन की सुविधा भी मिल जाएगी। इस मांग पर भी विचार किए जाने का आश्वासन रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने समिति के सदस्यों को दिया। महासमुंद के सांसद चुन्नीलाल साहू के नेतृत्व व सरायपाली के पूर्व विधायक त्रिलोचन पटेल के साथ समिति के सदस्यों ने नई दिल्ली स्थित रेल भवन में रेलमंत्री से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौंपा गया। समिति ने जानकारी दी कि रेलमंत्री वैष्णव ने ज्ञापन को गम्भीरता से लेते हुए पुनः सर्वे कराए जाने की बात कही है।

1962 से संघर्षरत, 2012 में सर्वे

इस संबंध में रायपुर बरगढ़ रेल लाइन निर्माण संघर्ष समिति के समन्वयक दिलीप गुप्ता ने बताया कि रेल लाइन निर्माण के लिए क्षेत्र की जनता विगत 1962 से संघर्षरत हैं। 2012 में सर्वे भी किया गया था, किंतु विभिन्न कारणों से यह योजना अधर में लटक गई। रेल सुविधा की गंभीरता व आवश्यकता को देखते हुए सरायपाली, सोहेला व बरगढ़ के सक्रिय व सामाजिक कार्यकर्ताओं ने मांग को फिर आगे बढाते हुए 2 वर्ष पूर्व रायपुर बरगढ़ रेल लाइन निर्माण संघर्ष समिति का गठन कर इस आंदोलन को आगे बढ़ाने का कार्य किया है।

150 संघों का समर्थन

इसके लिए कई बैठकें कर इसे जन आंदोलन को रूप देने का प्रयास किया गया। नई रेल लाइन निर्माण को महासमुंद के सांसद चुन्नीलाल साहू, क्षेत्रीय विधायकों में किस्मत लाल नंद (सरायपाली), देवेंद्र बहादुर सिंह (बसना), द्वारिकाधीश यादव (खल्लारी), पूर्व विधायक त्रिलोचन पटेल व ओडिसा के देवेश आचार्य (बरगढ़), शुशांत सिंह, (भटली-सोहेला) व जयनारायण मिश्रा (संबलपुर) के साथ, अनेक सामाजिक, राजनीतिक संगठनों, बरगढ़ रेल उपभोक्ता संघ के साथ अनेक संघ संगठनों ने समिति को अपना लिखित समर्थन पत्र मिला है। इस तरह लगभग 150 संघों का समर्थन इस समिति को मिल चुका है।

रेल मंत्री ने मांग स्वीकारी

इस संबंध में सांसद चुन्नीलाल साहू ने बताया कि रेल लाइन संघर्ष समिति द्वारा किए जा रहे प्रयास प्रशंसनीय है। वे भी इस रेल लाईन निर्माण के लिए लगातार प्रयासरत थे। इस संबंध में उनके द्वारा ज्ञापन भी रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव को विगत दिनों देते हुए समिति के सदस्यों से मुलाकात किए जाने का समय भी मांगा गया था। मांग स्वीकार करते हुए 3 अगस्त 2022 को समय दिया। इस अवसर पर रायपुर बरगढ़ रेल लाइन निर्माण संघर्ष समिति के महासचिव कृष्णचन्द्र पंडा, संगठन सचिव अभिजीत प्रतिहार, उपाध्यक्ष प्रीतम सिंह, सह सचिव सत्यजीत प्रधान तथा सह सचिव तिलक साहू उपस्थित थे।

Don't Miss
© Media24Media | All Rights Reserved | Infowt Information Web Technologies.