रायपुर। स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने लोगों से मंकीपॉक्स, कोरोना संक्रमण और स्वाइन फ्लू के साथ ही बारिश के मौसम में होने वाली मौसमी बीमारियों से सतर्क रहने की अपील की है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस संबंध में सभी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों, मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारियों तथा सिविल सर्जन्स को जरूरी दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं। वहीं, सभी जिलों को भी अलर्ट कर दिया गया है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रदेश में स्वाइन फ्लू के ग्यारह प्रकरणों की पहचान हुई है,
जिनमें से दो मरीजों को
स्वस्थ होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। बाकी मरीजों का इलाज रायपुर के
एक निजी अस्पताल में चल रहा है। सिंहदेव ने प्रदेशवासियों से अपील की कि वे भीड़भाड़
वाली जगहों पर मास्क का उपयोग अवश्य करें। साथ ही हाथों की साफ-सफाई और कोरोना से
बचाव संबंधी नियमों का गंभीरता से पालन करें। उन्होंने कहा कि स्वाइन फ्लू भी
कोरोना की तरह फेफड़ों को प्रभावित करता है।
वहीं,
स्वास्थ्य मंत्री ने
बताया कि सुकमा जिले में किडनी रोगों से पीड़ित लोगों के गांव के पानी की प्रारंभिक
जांच की गई, जिसमें आयरन और फ्लोराइड
की अधिकता पाई गई है। वहां के जल में अन्य भारी तत्वों की जांच के लिए सैंपल को
प्रयोगशाला भेजा गया है, जिसकी रिपोर्ट
तीन दिन में आने की उम्मीद है। उन्होंने सुकमा जिला प्रशासन को इस संबंध में अलर्ट
करने के साथ ही प्रभावितों को राहत पहुंचाने के निर्देश दिए हैं।
इस बीच, प्रदेश के संचालक महामारी
नियंत्रण डॉक्टर सुभाष मिश्रा ने स्वाइन फ्लू के कारणों और इसके लक्षणों के बारे
में बताया कि यह वायरस वायु कण और संक्रमित वस्तुओं को छूने से फैलता है। डॉक्टर
मिश्रा ने बताया कि संक्रमित व्यक्ति में तेज बुखार के साथ खांसी, नाक बहना, गले में खराश, सिर दर्द, बदन दर्द, थकावट, उल्टी-दस्त, बलगम के साथ खून आना और नाखूनों के नीला पड़ने
के लक्षण दिखाई देते हैं। इससे बच्चे और बुजुर्ग जल्दी संक्रमित हो जाते हैं, इसलिए उन्हें खासतौर से सावधानी बरतने की जरूरत
है।