छत्तीसगढ़ के बस्तर में 2 अलग-अलग इलाकों में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें पुलिस ने 2 महिला नक्सली समेत 5 नक्सलियों को मार गिराया है। जानकारी के मुताबिक तेलंगाना-छत्तीसगढ़ के सरहद पर स्थित पेरूर, ईलमिड़ी और उसूर थाना क्षेत्र के अंतर्गत पहाड़ी क्षेत्र में तेलंगाना स्टेट कमेटी के सीनियर नक्सल लीडर सुधाकर डिविजनल कमेटी मेंबर और वेंकटापुरम एरिया कमेटी मेंबर समेत लगभग 40-50 सशस्त्र नक्सलियों के उपस्थिति की सूचना पर तेलंगाना की ग्रेहाउंड और बीजापुर से DRG और CRPF के जवानों को मौके के लिए रवाना किया गया था। इस दौरान ईलमिड़ी के ग्राम सेमलडोडी और तेलंगाना राज्य के थाना पेरूर के ग्राम पेनुगोलू के सीमावर्ती क्षेत्र में सुरक्षा बलों की नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई।
मुठभेड़ में जवानों ने 1 महिला समेत कुल 4 नक्सलियों को ढेर किया है। इनमें 8 लाख रूपये का इनामी नक्सली सुधाकर भी मारा गया है। इनके शव भी बरामद कर लिए गए हैं। इस मुठभेड़ में ग्रेहाउंड का एक जवान भी घायल हुआ है, जिसे हेलीकॉप्टर से रायपुर रेफर किया गया है।
ACM मुन्नी के रूप में हुई पहचान
वहीं सुकमा, दंतेवाड़ा और बस्तर जिले की सरहद पर तोंगपाल, टहकवाड़ा क्षेत्र के मोरेंगा, जुनापानी, जैमेर पहाड़ी, नंदेल डोंगरी, मारजुम और ध्रुवापारा क्षेत्र में दरभा डिवीजन के DVMC मंगतू, कटेकल्याण एरिया कमेटी सदस्य मंहगू, मुन्नी, प्रदीप, सोमडू के साथ लगभग 20-25 की संख्या में हथियार बंद नक्सलियों की उपस्थित होने की सूचना मिली थी। इसी सूचना के आधार पर तीनों जिलों से जवानों को निकाला गया था। इस बीच सुकमा के टहकवाड़ा और कटेकल्याण के मारजुम इलाके में जवानों की नक्सलियों के साथ मुठभेड़ हुई, जवानों ने एक महिला नक्सली को ढेर किया है, जिसकी शिनाख्त ACM मुन्नी के रूप में हुई है।
जवानों का सर्च ऑपरेशन जारी
जानकारी के मुताबिक छत्तीसगढ़-तेलंगाना बॉर्डर पर बड़े नक्सली लीडरों की उपस्थिति की सूचना पर ग्रेहाउंड की टीम सुबह नक्सल ऑपरेशन पर निकली हुई थी। इस बीच जवान जब बीजापुर के उसूर थाना क्षेत्र के जंगलों में पहुंचे तो पहले से ही घात लगाए नक्सलियों ने जवानों पर फायरिंग कर दी, जिसका जवानों ने भी मुंहतोड़ जवाब दिया। जवाबी कार्रवाई में दो नक्सलियों को ढेर कर दिया गया है, जिसमें एक की शिनाख्त हार्डकोर नक्सली सुधाकर के रूप में हुई है। वहीं घटनास्थल से सर्चिंग करने के बाद जवानों ने LMG और एक SLR रायफल भी बरामद किया है। फिलहाल इस इलाके में भी जवानों का सर्च ऑपरेशन चल रहा है।
तीन जिलों की सीमा के बीच मुठभेड़
इधर, दंतेवाड़ा, बस्तर और सुकमा जिले की सीमा पर स्थित मारजुम इलाके में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ जारी है। बताया जा रहा है कि इस इलाके में भी कई बड़े नक्सली लीडरों की सूचना पर तीनों जिलों से बड़ी संख्या में फोर्स को रवाना किया गया था। मारजुम के जंगल में जवानों ने तीन तरफ से नक्सलियों को घेर रखा है। यहां पर मंगलवार की सुबह से रुक-रुक कर फायरिंग हो रही है। पुलिस अधिकारियों की माने तो इस मुठभेड़ में जवानों के हाथ बड़ी सफलता लगी है। हालांकि नेटवर्क नहीं होने की वजह से अभी संपर्क नहीं हो पा रहा है।
छत्तीसगढ़ पुलिस चला रही कई तरह के अभियान
बता दें कि नक्सलियों के खिलाफ छत्तीसगढ़ पुलिस कई तरह के अभियान चला रही है, जिससे प्रभावित होकर कई नक्सली आत्मसमर्पण भी कर रहे है। जबकि सूरक्षाबल के जवान कई नक्सलियों को गिरफ्तार भी कर रहे है, जिससे बौखलाएं नक्सली इस तरह के कायरना हरकत कर रहे हैं। बता दें कि प्रदेश में बीते साल के मुताबले इस साल नक्सली हमले और गतिविधियां कम हुई है। वहीं छत्तीसगढ़ पुलिस और सरकार नक्सलियों को मुख्यधारा से जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं।
नक्सली लगातार दे रहे वारदात को अंजाम
पुलिस की लगातार कार्रवाई से बौखलाए नक्सली लोगों में दहशत फैलाने के लिए लगातार किसी न किसी कायराना करतूत को अंजाम देने में लगे हुए हैं। नक्सली लगातार पुलिस की नाक के नीचे मुखबिरी के शक में ग्रामीणों की हत्या कर रहे हैं।
5 साल में नक्सली हिंसा में इतने लोगों की गई जान
बीते 5 साल में छत्तीसगढ़ में नक्सली हिंसा (Naxalite violence) में 1000 लोगों की जान जा चुकी है। इनमें 314 आम लोग भी शामिल हैं। इनका नक्सल आंदोलन से कोई लेना-देना नहीं था। वहीं 220 जवान शहीद हुए हैं, साथ ही 466 नक्सली भी मुठभेड़ में मारे गए हैं।