महासमुन्द। कांग्रेस जिलाध्यक्ष डॉ रश्मि चंद्रकार ने बयान जारी कर भाजपा को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने बेमचा गांव की एक लाचार माँ और उनकी पांच बेटियों द्वारा ट्रेन से कटकर जान देने के मामले में कहा कि सामूहिक आत्महत्या बहुत ही दुखद है। जिलाध्यक्ष भी इसी गांव की रहने वाली हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा का जांच दल मृतक के परिजनों से जानकारी लेने जब ग्राम बेमचा पहुंचकर जानकारी ले रहा था, तभी उनके सवालों को सुनकर अनेक ग्रामवासियों ने जांच दल के सामने ही नारेबाजी शुरू कर दी। उन्हें मौत पर राजनीति नहीं करने की चेतावनी दी। डॉ रश्मि ने बताया कि भाजपा मृतकों के प्रति संवेदना व्यक्त नही करते हुए अपनी राजनीतिक रोटी सेकने का कार्य कर रही है। लाशों पर राजनीति कर रही है। सच्चाई को दरकिनार कर मुद्दे से भटकाते हुए इसे केवल शराब का मुद्दा बता रही है। जबकि मृतक महिला का पति व पांच बेटियों का पिता पुलिस की गिरफ्त में है और इसकी प्रशासनिक जांच जारी है। मृतकों के प्रति पूरा गांव और कांग्रेस पार्टी संवेदना के साथ सही तथ्यों के लिए जुटी है।
डॉ रश्मि चंद्राकर ने उक्त मुद्दे पर यह भी बताया कि गिरफ्तार व्यक्ति अपने बच्चों को पढ़ा लिखा रहा था। दोनों पति-पत्नी रोजमर्रा का कार्य किया करते थे। गिरफ्तार व्यक्ति नशा करता था लेकिन उसके केवल नशे मात्र से पूरा परिवार इतना बड़ा कदम उठा लेगा, यह केवल एकमात्र कारण हो संभव नहीं है। प्रशासनिक स्तर पर पुलिस के द्वारा विभिन्न बिंदुओं पर जांच की जा रही है। उस समय केवल अपनी ओछी राजनीति को चमकाने के लिए भाजपा द्वारा शासन-प्रशासन को बदनाम करने के लिए और जांच को प्रभावित करने के लिए केवल शराब का मुद्दा बता रही है।
15 साल के कुशासन के बाद शराबबंदी पर राजनीति शोभा नही देती
भाजपा ने 15 साल तक जो शराब परोसी है और अब 15 साल के कुशासन के बाद शराबबंदी पर राजनीति उन्हें शोभा नही देती है । बेमचा की इस घटना पर स्वयं प्रदेश के मुख्यमंत्री ने का संज्ञान लेते हुए निष्पक्ष जांच के आदेश दिए हैं।