CM भूपेश बघेल के निर्देशन में कोविड महामारी में छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh state women commission news) में किए गए कार्यों की सराहना राष्ट्रीय स्तर पर हो रही है। राष्ट्रीय महिला आयोग ने कोरोना काल में उत्कृष्ट काम के लिए छत्तीसगढ़ महिला एवं बाल विकास विभाग के कार्यों की सराहना की है। राष्ट्रीय महिला आयोग ने नई दिल्ली में छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष किरणमयी नायक को छत्तीसगढ़ में विभाग के मैदानी अमले के सराहनीय टीम वर्क के लिए प्रमाण पत्र प्रदान किया है।
रायपुर में नायक ने महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेंड़िया को यह प्रमाण पत्र सौंपा। मुख्यमंत्री बघेल और मंत्री भेंड़िया ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिकाओं सहित सभी मैदानी अमले को प्रमाण-पत्र मिलने पर बधाई दी है। भेंड़िया ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के मार्गदर्शन में लॉकडाउन में भी महिला एवं बाल विकास विभाग ने एक्शन मोड में काम किया है। आंगनबाड़ी बंद होने की स्थिति में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका बहनों ने घर-घर जाकर सूखा राशन और रेडी-टू-ईट वितरण किया और लोगों को कोरोना संक्रमण के प्रति जागरूक किया।
बधाई के पात्र
इस दौरान घरों में बच्चों की प्रांरभिक शिक्षा और अभिभावकों को बच्चों की देखरेख के विषय में भी समझाया गया। प्रदेश में कुपोषण मुक्ति की दिशा में जो प्रयास किए जा रहे थे, उसे कोरोना काल में भी थमने नहीं दिया गया इसके लिए सभी बधाई के पात्र हैं।
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नायक ने बताया कि राष्ट्रीय महिला आयोग (Chhattisgarh state women commission news) द्वारा नई दिल्ली में आयोजित देश के सभी राज्यों के महिला आयोग के अध्यक्षों के सम्मान समारोह में केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने भी छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग द्वारा महिलाओं को न्याय और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए किए गए कार्यों की प्रसंशा की है। जावड़ेकर ने कहा कि जिस तरह छत्तीसगढ़ में महिलाओं के सम्मान की रक्षा के लिए त्वरित कार्रवाई की जा रही है, वैसा किसी और राज्य में परिलक्षित नहीं हो रहा है।
महिलाओं को न्याय दिलाने में आयोग तत्पर
समारोह में राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने भी महिलाओं के मामले में छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh state women commission news) सरकार को सजग और संवेदनशील बताया। नायक ने बताया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ में राज्य महिला आयोग को बहुत ज्यादा शक्ति प्रदान की है। मुख्यमंत्री के दिशा-निर्देश पर ही पुलिस और प्रशासन से सहयोग लेकर तीव्र गति से महिलाओं को न्याय दिलाने में आयोग तत्परता से काम कर रहा है।
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छत्तीसगढ़ राज्य ने कोविड-लॉकडाउन के दौरान महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए बड़ी संख्या में जनसुनवाई की है। छत्तीसगढ़ महिला आयोग ने अब तक 5 महीनों में 44 जनसुनवाई में 1100 प्रकरणों की सुनवाई की है, जिसमें लगभग 400 मामलों का निराकरण किया गया है। छत्तीसगढ़ में महिला आयोग की जनसुनवाई में सभी जिलों के कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक का सहयोग मिलता है। महिला आयोग के निर्देशों पर कड़ाई से पालन किया जाता है। छत्तीसगढ़ में महिलाओं के शिकायतों के निराकरण में जिस तरह पुलिस-प्रशासन तत्परता से काम कर रही है, वैसा पूरे देश में कहीं नहीं हो रहा है।
विज्ञान के पीएलसी समूह से चर्चा
स्कूल शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव आलोक शुक्ला ने माध्यमिक शिक्षा मण्डल कार्यालय के सभा गृह में रायपुर जिले के सक्रिय विज्ञान के प्रोफेशनल लर्निंग कम्यूनिटी (पीएलसी) की बैठक ली। उन्होंने कहा कि पीएलसी के माध्यम से राज्य में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा में सहयोग मिलेगा। उन्होंने कहा कि हर शिक्षक में कुछ न कुछ मजबूत पक्ष होता है। ऐसे ही सभी शिक्षक अपने मजबूत पक्ष को एक दूसरे से साझा करेंगें तो पीएलसी को संबल मिलेगा।

प्रोफेशनल लर्निंग कम्यूनिटी
उन्होंने सुझाव दिया कि एक ऐसा प्लेटफार्म तैयार करे जिसमें शिक्षक आपस में मिलजुल कर अपने आईडिया साझा कर सके। उन्होंने कहा कि एक अच्छे शिक्षक को न केवल विज्ञान का ज्ञान होना चाहिए बल्कि उस ज्ञान को बच्चों तक कैसे पहुंचाया जाएं इसकी भी जानकारी होना चाहिए। प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा ने कहा कि प्रोफेशनल लर्निंग कम्यूनिटी के माध्यम से विषय की कठिन अवधारणाओं को बहुत सरल तरीके से बच्चों को सीखाया जा सकता है।
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प्रमुख सचिव ने बहुत से उदाहरण देकर बताया कि विज्ञान की कठिन अवधारणाओं को किस प्रकार से प्राचीन व्याख्यान या लेक्चर विधि को हटाकर नये तरीके से कैसे सीखाया जा सकता है। इस बारे में शिक्षकों से चर्चा की। शिक्षकों ने कहा कि माध्यमिक शिक्षा मंडल की परीक्षा में प्रायोगिक शिक्षा की स्वरूप को बदल कर नई अवधारणाओं को सामने लाने का प्रयास किया जाए। आलोक शुक्ला ने माध्यमिक शिक्षा मण्डल को ग्रीष्म अवकाश के दौरान व्याख्याताओं को विषयवार प्रशिक्षण के लिए प्रोफेशनल लर्निंग कम्यूनिटी की जिम्मेदारी देने और उनके माध्यम से शिक्षकों के लिए रोचक प्रशिक्षण संदर्शिका बनाने के निर्देश दिए।
जिला शिक्षा अधिकारी ने दी जानकारी
जिला शिक्षा अधिकारी ए.एन. बंजारा ने कहा कि पीएलसी समूह को लगातार मोटिवेट करें। सीनियर अपने अनुभव को साझा करेंगे तो दूसरे बहुत से शिक्षकों को प्रेरणा मिलेगी। समग्र शिक्षा के सहायक संचालक एम.सुधीश ने बताया कि राज्य में प्रारंभिक स्तर पर विभिन्न विषयों और मुद्दों पर बहुत सी पीएलसी का गठन किया गया है, जिसमें शिक्षकों को एकेडमिक और क्वॉलिटी कार्यों के लिए सक्रिय रखा गया है।
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स्कूल शिक्षा विभाग पीएलसी की अवधारणा को हाईस्कूल, हायर सेकण्डरी स्तर तक ले जाना चाहता है। इस संबंध में कुछ दिन पूर्व राज्य में गणित विषय की पीएलसी का गठन किया गया। माध्यमिक शिक्षा मण्डल में विज्ञान विषय के पीएलसी के साथ चर्चा में लगभग 75 व्याख्याता स्वेच्छा से शामिल हुए। स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारी ने बताया कि 4 फरवरी को माध्यमिक शिक्षा मण्डल में फिर अंग्रेजी के व्याख्याताओं के साथ प्रोफेशनल लर्निंग कम्यूनिटी पर चर्चा की जाएगी। बैठक में परियोजना समन्वयक श्री पटेल के साथ-साथ राज्य परियोजना कार्यालय के अधिकारी भी उपस्थित थे।