धमतरी जिले में अवैध रेत भंडारण (illegal sand storage) की शिकायतों की जांच के लिए कलेक्टर जयप्रकाश मौर्य (Collector Jayaprakash Maurya) के निर्देशानुसार टीम गठित कर अलग-अलग स्थलों पर दबिश देकर अधिकारियों द्वारा शहर सहित आस-पास के गांवों के विभिन्न स्थलों की सतत जांच की जा रही है।
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धमतरी अनुविभागीय अधिकारी मनीष मिश्रा ने बताया कि अवैध रेत के भंडारण के संबंधित मिली शिकायतों के सत्यापन के लिए राजस्व विभाग के अधिकारियों की तीन टीम गठित की गई है। उन्होंने बताया कि टीम के द्वारा शुक्रवार को पांच जगहों पर दबिश दी गई। इस दौरान सिहावा रोड स्थित महावीर राइस मिल में मौके की जांच की गई, जहां रेत का अवैध भंडारण होना नहीं पाया गया।
टीम ने इन गांवों में दी दबिश
वहीं मुजगहन गांव स्थित राज राजेश्वर राइस मिल में दबिश के दौरान टीम को रेत भंडारण (illegal sand storage) नहीं मिला, अलबत्ता थोड़ी मात्रा में रेत के अंश पाए गए, जिससे यह प्रतीत हो रहा था कि संभवत पूर्व में रेत भंडारण किया गया था। इसी तरह सोरम गांव स्थित मगेंद्र फ्लाई ऐश ब्रिक्स में 3752 घनमीटर रेत भंडारित मिला। इस संबंध में पूछे जाने पर संचालक द्वारा रेत की कुछ मात्रा का ही पिट पास दिखाया गया, जो कि भंडारित रेत की मात्रा से मिलान नहीं होना पाया गया।
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टीम द्वारा इसे अवैध रेत भंडारण (illegal sand storage) करार देते हुए जब्ती की कार्रवाई की गई। धमतरी एसडीएम ने बताया कि इसी प्रकार सारंगपुरी गांव में टीम ने अनुज्ञप्तिधारी स्थानीय रामसागरपारा निवासी शेख जफर द्वारा निर्धारित स्थल से भिन्न शासकीय भूमि पर रेत भंडारित किया जाना पाया। वहीं भंडारण स्थल में तार फेंसिंग या ईंट की दीवार का घेरा और सुरक्षा , प्राथमिक चिकित्सा की सुविधा नहीं पाई गई।
कार्रवाई में ये रहे शामिल
टीम को अमेठी गांव में अज्ञात अनुज्ञप्तिधारी द्वारा अनुज्ञप्ति की शर्तों का पालन नहीं किए जाने के अलावा सुरक्षा, चिकित्सा जैसी मूलभूत सुविधाओं का अभाव पाया गया। पूछताछ किए जाने पर गांव के सरपंच और कोटवार के संज्ञान में भण्डारणकर्ता की जानकारी नहीं होना बताया गया। अवैध रेत भंडारण (illegal sand storage)के स्थल निरीक्षण की कार्रवाई करने वाली तीनों टीम क्रमश धमतरी तहसीलदार पवन सिंह ठाकुर, नायब तहसीलदार विनोद कुमार साहू और चंद्र कुमार साहू के नेतृत्व में की गई, जिसमें राजस्व निरीक्षक और पटवारी भी शामिल थे।