Responsive Ad Slot

Latest

latest


 

उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने किया सदन में चर्चा के गिरते स्तर पर ट्वीट


उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू (vice president M Venkaiah naidu) ने शुक्रवार को सदन में चर्चा के गिरते स्तर को लेकर ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा कि लगातार चर्चा का स्तर गिरता जा रहा है। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने लोगों की नजर में नेताओं की गिरती छवि को लेकर चिंता भी व्यक्त की। उन्होंने सभी निर्वाचित सांसदों से अपने पद की गरिमा को बनाए रखने और अपने कर्तव्यों पर ध्यान देने की अपील भी की।





यह भी पढ़ें:- अमेरिका में पत्नि को प्रताड़ित करने वाले पति के वीजा को निरस्त करने महिला आयोग लिखेगा US दूतावास को पत्र





उपराष्ट्रपति का ट्वीट





उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू (vice president M Venkaiah naidu) ने ट्वीट करते हुए लिखा कि सदन में चर्चा का स्तर गिर रहा है, लोगों की नजर में नेताओं की छवि गिर रही है, मेरी सब निर्वाचित सदस्यों से अपील है कि पद की गरिमा और अपने कर्तव्यों का ध्यान रखें।






https://twitter.com/VPSecretariat/status/1357682132018032642




दरअसल उपराष्ट्रपति नायडू सदन में चर्चा के दौरान हो रहे हंगामे और सांसदों के व्यवहार को लेकर काफी आहत हैं। बीते दिनों की सदन की कार्यवाही और सभापति नायडू के बयान पर ध्यान दें तो यह बात साफ समझ आती है। नायडू ने इसे लेकर कहा भी था कि संसद में विरोध दिखाने के लिए सांसद मोबाइल पर वीडियो क्लिप बना रहे हैं। उन्होंने इसे विशेषाधिकार का हनन बताया था।









यह भी पढ़ें: सरकारी कर्मचारी के पत्नी को साथ रखने से इंकार करने पर महिला आयोग हुआ सख्त





वहीं शुक्रवार को भी सदन में कुछ नहीं बदला, शांति से चर्चा के बजाय हंगामा होता रहा। बीते बुधवार को राज्यसभा में सदन की कार्यवाही के दौरान सभापति नायडू ने जो देखा उससे वह आहत दिखाई दे रहे हैं। असल में, संसद के बजट सत्र में नया ट्रेंड देखने को मिल रहा है। यह तो सभी जानते हैं कि सदन की कार्यवाही का सीधा प्रसारण लोकसभा और राज्यसभा टेलीविजन से होता है। परंतु कार्यवाही के दौरान सदन के कैमरे अध्यक्ष के आसन की ओर होते हैं या फिर सदन में बोल रहे सदस्य की ओर।





यह भी पढ़ें: कोरोना वैक्सीन की बर्बादी रोकने के लिए बनाए जा रहे सख्त नियम





इस स्थिति में सदन में नारेबाजी, हंगामा या बैनर दिखाने वाले सदस्यों पर कैमरे को फोकस नहीं किया जाता। ऐसे में अपने हंगामे को जनता तक पहुंचाने के लिए सांसदों ने मोबाइल से वीडियोग्राफी करना शुरू कर दिया है। वह अपने साथी सांसदों से सदन में नारे लगाते हुए वीडियो बनवा लेते हैं और फिर बाद में मीडिया को जारी कर देते हैं।


Don't Miss
© Media24Media | All Rights Reserved | Infowt Information Web Technologies.