छत्तीसगढ़ शासन द्वारा किसानों के फसल उत्पाद को प्रोत्साहित करने कृषि आदान सहायता के लिए राजीव गांधी किसान न्याय योजना साल 2020-21 से लागू की गई है। योजनांतर्गत राजस्व विभाग द्वारा कृषकवार, फसलवार शतप्रतिशत रकबे क्षेत्राच्छादन का गिरदावरी करते हुए भूइयां पोर्टल में इंद्राज किया जा रहा है।
योजनांतर्गत धान, मक्का एवं गन्ना उत्पादक कृषकों को छोड़कर शेष फसलों या सोयाबीन, मूंगफली, तिल, अरहर, मूंग, उड़द, कुल्थी, रामतिल, कोदो, कुटकी और रागी फसल के लिए आदान सहायता राशि की गणना संबंधित फसलों के गिरदावरी के मुताबिक भूइयां पोर्टल में संधारित रकबा के आधार पर अनुपातिक रूप से की जाएगी।
फसल लगाने वाले कृषकों को संबंधित प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति में पंजीयन कराना अनिवार्य होगा। इस योजनांतर्गत रबी मौसम में पंजयीन कराने के लिए 30 नवंबर 2020 तक समय-सीमा निर्धारित की गई (Farmers can register crops till 31 January in Rabi season) थी। इस समय-सीमा को बढ़ाते हुए 31 जनवरी 2021 तक की गई है। साथ ही किसानों से अनुरोध किया है कि राजीव गांधी किसान न्याय योजनांतर्गत अपने फसलों का पंजीयन सहकारी समितियों में कराकर योजना का ज्यादा से ज्यादा लाभ उठावें।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के लिए कृषकों से अपील
बेमेतरा में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में कृषकों का पंजीयन अनवरत चालू है। इस योजना में जिले के कृषकों का पंजीयन कर उन्हें योजनानुसार 6000 रूपये वार्षिक दर पर किस्त की राशि सीधे उनके खाते में भेजकर लाभान्वित किया जा रहा है। उप संचालक कृषि ने बताया कि वर्तमान में अभी भी जिले के कुछ ऐसे मूल कृषक भी है जिन्होंने योजनान्तर्गत अपना पंजीयन नहीं कराया है।
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ऐसे अपंजीकृत कृषक पंजीयन के लिए अपना मूल दस्तावेज जैसे ऋण पुस्तिका, आधार कार्ड एवं बैंक पास बुक की छायाप्रति को साथ ले जाकर अपने विकासखंड के वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी कार्यालय में तत्काल अपना पंजीयन करवा सकते हैं। साथ ही पूर्व से पंजीकृत जिन कृषकों को किसी कारणवश योजनान्तर्गत किस्त की राशि प्राप्त न हो रही हो वो अपने विकासखंड के वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी कार्यालय में जाकर तत्काल अपने पंजीयन में सुधार करवा सकते हैं , ताकि वे कृषक भी योजना का लाभ उठा सकें।