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“पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय ने डेयरी अवसंरचना और पशुधन सुधारों पर विस्तृत जानकारी दी”

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भारत सरकार का पशुपालन और डेयरी विभाग (DAHD), राज्यों के प्रयासों को पूरक बनाने और डेयरी बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए दो प्रमुख अवसंरचना विकास योजनाएँ लागू कर रहा है 

राष्ट्रीय डेयरी विकास कार्यक्रम (NPDD) और पशुपालन अवसंरचना विकास कोष (AHIDF)।

NPDD के तहत प्रमुख सहायता

  • दूध संग्रह, प्रसंस्करण और चिलिंग सुविधाओं की स्थापना और सुदृढ़ीकरण।

  • गुणवत्ता आधारित दूध परीक्षण उपकरणों की स्थापना।

  • ग्राम-स्तरीय डेयरी सहकारी समितियों को Bulk Milk Coolers (BMCs) उपलब्ध कराना, जिनमें सोलर फोटोवोल्टिक (SPV) और थर्मल स्टोरेज सिस्टम (TSS) संचालित BMCs भी शामिल हैं।

  • अब तक 52 सौर ऊर्जा संचालित BMCs को मंजूरी दी गई है।

AHIDF के तहत सहायता

  • दूध प्रसंस्करण संयंत्रों और चिलिंग अवसंरचना की स्थापना/आधुनिकीकरण।

  • मूल्यवर्धित डेयरी इकाइयों की स्थापना।

  • नवीकरणीय ऊर्जा और ऊर्जा दक्षता प्रणालियों के लिए सहायता।

  • इससे डेयरी सहकारी समितियाँ, FPOs, SHGs और निजी उद्यमी बिजली और प्रसंस्करण से जुड़ी कमियों को दूर कर सकते हैं।

बिहार के बरौनी, गुजरात के बनासकांठा और केरल के एर्नाकुलम की तीन दुग्ध संघों को सौर ऊर्जा आधारित डेयरी प्रसंस्करण इकाइयों के लिए सहायता प्रदान की गई है।

छोटे एवं सीमांत पशुपालकों में तकनीक अपनाने और उत्पादकता बढ़ाने के प्रयास

DAHD द्वारा राष्ट्रीय गोकुल मिशन (RGM) लागू किया जा रहा है, जिसके तहत नस्ल सुधार एवं वैज्ञानिक ढंग से पशुपालन को बढ़ावा दिया जाता है।

RGM के प्रमुख हस्तक्षेप

  • राष्ट्रव्यापी कृत्रिम गर्भाधान कार्यक्रम:

    • 9.36 करोड़ पशु कवर

    • 14.56 करोड़ कृत्रिम गर्भाधान (AI)

    • 5.62 करोड़ किसानों को लाभ

  • Sex Sorted Semen:

    • 128 लाख खुराकें तैयार

    • स्वदेशी तकनीक से कीमत घटकर ₹800 से ₹250 प्रति खुराक

    • 40 लाख क्षमता स्थापित, 150 लाख खुराक क्षमता निर्माणाधीन

  • तेज़ नस्ल सुधार कार्यक्रम:

    • गारंटीड गर्भधारण पर Sex Sorted Semen लागत का 50% प्रोत्साहन

  • MAITRIs (ग्रामीण मल्टी-परपज़ AI तकनीशियन):

    • 39,810 प्रशिक्षित तकनीशियन

    • घर-घर AI सेवा

  • IVF तकनीक:

    • 24 IVF लैब स्थापित

    • प्रति गर्भधारण ₹5,000 का प्रोत्साहन

  • Progeny Testing & Pedigree Selection:

    • 4,288 उच्च आनुवंशिक गुण वाले सांड तैयार और सीमन स्टेशनों को उपलब्ध

  • सीमन स्टेशनों का सुदृढ़ीकरण:

    • 47 स्टेशन स्वीकृत

  • किसान जागरूकता गतिविधियाँ:

    • प्रजनन शिविर, बछड़ा रैलियाँ, प्रशिक्षण कार्यक्रम और कार्यशालाएँ देशभर में आयोजित

इन पहलों से आधुनिक प्रजनन तकनीकें ग्रामीण स्तर तक पहुँच रही हैं, उत्पादकता बढ़ रही है और छोटे एवं सीमांत पशुपालकों की आय में वृद्धि हो रही है।

यह उत्तर पशुपालन और डेयरी मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह द्वारा लोकसभा में एक प्रश्न के उत्तर में दिया गया।


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