जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण विभाग ने अपने विभिन्न संगठनों और क्षेत्रीय कार्यालयों में स्वच्छता ही सेवा (SHS) 2025 अभियान की शुरुआत की है। इस वर्ष की थीम ‘स्वच्छोत्सव’ रखी गई है। 17 सितम्बर से 2 अक्टूबर 2025 तक चलने वाला यह पखवाड़ा सरकार के “स्वच्छ भारत” के दृष्टिकोण से जुड़ा है और स्वच्छता, स्वास्थ्य एवं जनसहभागिता के महत्व को और सुदृढ़ करने का लक्ष्य रखता है।
अभियान की शुरुआत विभाग के अनेक कार्यालयों एवं संस्थानों में स्वच्छता प्रतिज्ञा दिलवाने से हुई। इनमें राष्ट्रीय जल सूचना केंद्र (NWIC), उत्तर-पूर्वी क्षेत्रीय जल एवं भूमि प्रबंधन संस्थान (NERIWALM), केंद्रीय जल आयोग (CWC), केंद्रीय भूजल बोर्ड (CGWB), केंद्रीय मृदा एवं सामग्री अनुसंधान स्टेशन (CSMRS), तथा विभिन्न बेसिन संगठन जैसे CWMA, NCA, KRMB, PPA, तुंगभद्रा बोर्ड, UYRB, GFCC और BRB शामिल हैं।
उद्घाटन दिवस की मुख्य झलकियाँ:
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सचिवालय में अधिकारियों एवं कर्मचारियों को स्वच्छता प्रतिज्ञा दिलाई गई।
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केंद्रीय भूजल बोर्ड (CGWB), राष्ट्रीय जल मिशन (NWM) और अन्य कार्यालयों द्वारा श्रद्धांजलि श्रमदान गतिविधियाँ, सामूहिक जिम्मेदारी का प्रतीक बनीं।
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तेज़पुर, रायपुर, भुवनेश्वर, हैदराबाद, इंदौर, पटना, झांसी और नई दिल्ली में अधिकारियों एवं विद्यार्थियों ने सक्रिय भागीदारी की।
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राष्ट्रीय जल मिशन मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता संयुक्त सचिव, NWM ने की। यहाँ लगभग 25 अधिकारियों ने स्वच्छता प्रतिज्ञा ली और श्रमदान गतिविधियों में भाग लिया।
इस अभियान का उद्देश्य प्रत्येक अधिकारी और नागरिक को प्रेरित करना है कि वे सक्रिय रूप से स्वच्छ वातावरण बनाए रखने, स्वच्छता को बढ़ावा देने और एक सतत एवं स्वस्थ जीवन के लिए सामूहिक संकल्प को मजबूत करें।
जल संसाधन विभाग 25 सितम्बर 2025 को सुबह 8:00 से 9:00 बजे तक कालिंदी कुंज पर ‘एक दिन, एक घंटा, एक साथ’ के बैनर तले जन-केंद्रित स्वच्छता अभियान आयोजित करेगा।