रायपुर। प्रदेश में फोटोयुक्त निर्वाचक नामावलियों के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण के बाद पंजीकृत मतदाताओं की संख्या में एक लाख 97 हजार 490 की वृद्धि हुई है। विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण के बाद 1 जनवरी 2023 की स्थिति में 5 जनवरी को निर्वाचक नामावलियों का अंतिम प्रकाशन किया गया है। इसके अनुसार प्रदेश में अभी पंजीकृत मतदाताओं की कुल संख्या एक करोड़ 94 लाख 54 हजार नौ है। इनमें 97 लाख 27 हजार 594 पुरूष मतदाता और 97 लाख 26 हजार 415 महिला मतदाता हैं। प्रदेश में एक लाख 46 हजार 981 दिव्यांग (PwDs) एवं 811 थर्ड जेंडर मतदाता हैं।
प्रदेश का लिंगानुपात (Gender Ratio) निर्वाचक नामावलियों के 9 नवम्बर 2022 को प्रारंभिक प्रकाशन के समय 999 था, जो कि 5 जनवरी 2023 को अंतिम प्रकाशन की स्थिति में 1000 हो गया है। प्रारंभिक प्रकाशन के समय प्रदेश में कुल मतदाताओं की संख्या एक करोड़ 92 लाख 56 हजार 064 थी, जिनमें 96 लाख 30 हजार 671 पुरूष मतदाता एवं 96 लाख 25 हजार 393 महिला मतदाता शामिल थीं। फोटोयुक्त निर्वाचक नामावलियों के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण के दौरान पांच लाख 74 हजार 060 नए मतदाताओं के नाम फार्म-6 के माध्यम से जोड़े गए हैं, जबकि तीन लाख 76 हजार 570 नामों को फार्म-7 के आधार पर नियमानुसार विलोपित किया गया है। इस प्रकार प्रदेश में मतदाताओं की संख्या में एक लाख 97 हजार 490 की बढ़ोतरी हुई है।
प्रदेश में पंजीकृत मतदाताओं की संख्या 1.95 करोड़ हुई
फोटोयुक्त निर्वाचक नामावलियों के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण के बाद राज्य में ईपी रेशियो (Electoral Population Ratio) 64.46 प्रतिशत हो गया है। निर्वाचक नामावलियों के प्रारंभिक प्रकाशन के समय यह 60.37 प्रतिशत था जो कि राज्य की प्रोजेक्टेड आबादी तीन करोड़ 18 लाख 97 हजार 303 के आधार पर थी। वर्ष 2023 के लिए छत्तीसगढ़ की प्रोजेक्टेड आबादी तीन करोड़ एक लाख 80 हजार निर्धारित की गई है। प्रोजेक्टेड जनसंख्या के पुनर्निर्धारण के बाद अब राज्य का ईपी रेशियो निर्वाचक नामावलियों के अंतिम प्रकाशन के बाद 64.46 प्रतिशत हो गया है।
प्रदेश में 18-19 वर्ष के 3.09 लाख और 20-29 आयु वर्ग के 42.87 लाख मतदाता पंजीकृत
सघन अभियान चलाकर विशेष पिछड़ी जनजातीय समूहों के 5726 नए मतदाताओं को जोड़ा गया
राज्य के 18 जिलों में पांच विशेष पिछड़ी जनजातीय समूहों (PVTGs) कमार, बिरहोर, पहाड़ी कोरवा, बैगा और अबूझमाड़िया निवासरत हैं। प्रदेश में इन जनजातीय समूहों के कुल एक लाख 86 हजार 198 लोग रहते हैं जिनमें एक लाख 15 हजार 070 अठारह वर्ष से अधिक के हैं। इनमें से एक लाख सात हजार 558 लोगों के नाम मतदाता सूची में पहले से ही पंजीकृत थे। विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण-2023 के दौरान सघन अभियान चलाकर इन समूहों के 5726 नए मतदाता पंजीकृत किए गए हैं। राज्य में अब विशेष पिछड़ी जनजातीय समूहों के कुल पंजीकृत मतदाताओं की संख्या एक लाख 13 हजार 284 है, जो उनकी कुल जनसंख्या का 60.84 प्रतिशत है।