महासमुन्द। सोहम हॉस्पिटल के डारेक्टर डॉ युगल चंद्राकर ने कहा कि विश्व AIDS दिवस युवाओं में जागरूकता लाने के लिए मनाया जाता है। यह कोई छूत की बीमारी नही है। हमें ऐसे मरीजों के प्रति सहानुभूति रखनी चाहिये। प्रेम और सद्भाव रखना चाहिये। यह एक ऐसी बीमारी है, जो छूने से नही फैलती है। न ही साथ रहने या साथ मे खाने से ही यह फैलती है। इसलिए ऐसे मरीज़ों के प्रति दुर्भावना नही रखना चाहिए।
छत्तीसगढ़ स्कूल व शांत्री बाई
महाविद्यालय के विद्यार्थियों को 1 दिसंबर (विश्व AIDS दिवस के दिन) को AIDS के विषय मे बताते हुए कहा कि इसमें हमे
जागरूकता लाने की आवश्यकता है। डॉ युगल
चंद्राकर ने इस बीमारी के रोकथाम हेतु कहा कि सबसे पहले शरीर की रोग प्रतिरोधक
क्षमता मजबूत होनी चाहिए। खान-पान का
विशेष ध्यान रखे। अपनी दिनचार्य को सुधारें। साथ ही नियमित रूप से योग प्राणायाम
और ध्यान करें। उचित रूप से सूर्य की
रोशनी और 3- 4 लीटर
पानी का सेवन करें। यथासंभव मैदा और मांसाहार के उपभोग से बचे। इसके सेवन करने से हमारे तन और मन पर निगेटिव
प्रभाव पड़ता है। जो कि हमारे स्वास्थ्य के लिये बहुत ही हानिकारक है। प्राचार्या
एवम समस्त स्टाफ ने इस जानकारी के लिये आभार प्रकट किया।