रायपुर। प्रदेश में मलेरिया मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान के सातवें चरण की शुरूआत आगामी एक दिसंबर से होगी। राज्य के चार मलेरिया संवेदी जिलों - बीजापुर, दंतेवाड़ा, नारायणपुर और सुकमा में एक माह तक यह अभियान संचालित किया जाएगा। मलेरिया के मामलों को निम्नतम स्तर तक ले जाकर पूर्ण मलेरिया मुक्त राज्य के लक्ष्य को हासिल करने के लिए प्रदेश में लगातार यह अभियान चलाया जा रहा है। प्रदेश में इस अभियान के पिछले छह चरणों के अच्छे नतीजे आए हैं।
एक दिसंबर से शुरू हो रहे सातवें चरण
में भी स्वास्थ्य विभाग की टीम बस्तर संभाग के इन चारों जिलों के घने जंगलों और
पहाड़ों से घिरे दुर्गम तथा दूरस्थ इलाकों में घर-घर पहुंचकर सभी लोगों में मलेरिया
की जांच करेगी। इस दौरान पॉजीटिव पाए गए लोगों को तत्काल मलेरिया की दवाई खिलाई
जाएगी। मलेरिया की जांच और इलाज के साथ ही इससे बचाव के लिए जन-जागरूकता संबंधी
गतिविधियां भी चलाई जाएंगी। इस दौरान लोगों को मच्छरदानी के प्रयोग के लिए
प्रोत्साहित किया जाएगा। घरों के आसपास जमे पानी और नालियों में डी.डी.टी. या जले
हुए तेल का छिड़काव किया जाएगा। घर के आसपास स्वच्छता बनाए रखने और मच्छरों को
पनपने से रोकने के उपाय भी लोगों को बताए जाएंगे।