महासमुन्द। नवाचार के लिए खास पहचान रखने वाले पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल की पहल पर दीपावली के पहले आम आदमी को मोबाइल का उपहार मिला है। पुलिस कंट्रोल रूम में आज आयोजित एक समारोह में एसपी भोजराम, एएसपी आकाश राव और बागबाहरा एसडीओपी श्रीमती प्रतिभा चंद्रा ने विभिन्न स्थानों से रिकवर किए गए 'गुम मोबाइल' का वितरण किया। महीनों पहले गुम हो चुके और मिलने की उम्मीद खो चुके लोगों के जेहन में पुलिस के प्रति विश्वास का भाव दिखा। ज्यादातर लोगों के चेहरे खिले-खिले नजर आए।
सायबर सेल की
टीम ने कठिन परिश्रम और लगन से कार्य करते हुये सभी 170 विभिन्न
कंपनियों के गुम मोबाईल को बरामद किया है। इसके लिए सायबर सेल को विशेष पुरस्कार
देने की एसपी पटेल ने घोषणा की। बताया गया है कि सायबर सेल की टीम द्वारा थाना और
चौकियों से गुम मोबाईलों का की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए सूचीबद्ध किया। सभी
मोबाईलों को ट्रेक किया गया। जिसमें 170 गुम मोबाईल ट्रेक हुआ।
अधिकांश मोबाईल दीगर प्रांत ओड़सा, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, बिहार और आसपास के जिले रायपुर, गरियाबंद, बालोद, बलौदाबाजार, धमतरी में चलता हुआ पाया गया। सभी ट्रेक मोबाईल को बरामद करना एक चुनौतीपूर्ण कार्य था। साइबर सेल प्रभारी संजय सिंह राजपूत और उनकी टीम विशेष रूप से प्रवीण शुक्ला व आर चम्पलेश ठाकुर,रवि यादव,अजय जांगड़े व टीम द्वारा इसे सफल किया गया।
मोबाइल गुम गया तो सबकुछ खो गया
वितरण कार्यक्रम के दौरान उपस्थित जनों को संबोधित करते हुए एसपी भोजराम पटेल ने कहा कि मोबाइल महत्वपूर्ण दस्तावेजों का भंडार है। ज्यादातर लोग अब इसमें जन्मकुंडली से लेकर सबकुछ सेव कर रहे हैं। मोबाइल गुम गया तो सबकुछ खो गया। गुम या चोरी की तत्काल सूचना पुलिस को देनी चाहिए। मोबाइल की कीमत से कहीं ज्यादा डाटा बेस कीमती है। गुम इंसान की तरह गुम मोबाइल के प्रति पुलिस गंभीर है। उन्होंने गुम मोबाइल प्राप्त करने वालों से मोबाइल दूत बनकर काम करने का आग्रह किया। उन्होंने भरोसा दिलाया कि पुलिस जनता की सहायता के लिए है। खोई हुई मोबाइल वापस पाकर
ट्रैफिक जवान महेंद्र दीवान के चेहरे पर बिखरी मुस्कान
उन्होंने बताया कि बिरकोनी में
क्रिकेट खेलने के दौरान मोबाइल गुम गया था। गणेश नायक ने बताया कि जून में गुम हुए
मोबाइल की उन्होंने मिलने की उम्मीद छोड़ दिया था। अब मिला तो बड़ी प्रसन्नता हुई।