महासमुन्द। शिक्षक से एसपी बने महासमुंद पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल डंडा चलाने पर नहीं, शिक्षा से बदलाव पर विश्वास रखते हैं। रात में नशे की हालत में वाहन चलाने, लापरवाही बरतने और नशे की हालत में होने वाले अपराध को नजदीक से महसूस करने बीती रात सड़क पर उतर गए। कम उम्र और अच्छे फिटनेस से आम आदमी यह अंदाजा ही नहीं लगा पा रहे थे कि सामने एसपी खड़े हैं। ज्यादातर लोग नए थानेदार आने और अच्छा सबक सिखाने की चर्चा करते नजर आए।
डीएसपी (यातायात) राजेश देवांगन को साथ लेकर निकले एसपी भोजराम पटेल ने लोगों को यातायात नियमों की सीख दी। गलती करने पर सख्त कानूनी कार्यवाही की चेतावनी भी दी।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार एसपी रात साढ़े नौ बजे से 11 बजे तक महासमुन्द शहर के मुख्य मार्ग और मोहल्लों में घुम घुमकर कानून व्यवस्था का जायजा ले रहे थे। अपराध की रोकथाम और त्यौहार के दौरान शांति व्यवस्था कायम रखने मातहत पुलिस कर्मियों को हिदायत दे रहे थे।
संदिग्ध परिस्थितियों में घुम रहे लोगों, वाहनों की चेकिंग करते हुए पूछताछ कर रहे थे। कॉम्बिंग गश्त के दौरान शराब पीकर लापरवाहीपूर्वक वाहन चलाने वालों और बिना नम्बर/रजिस्ट्रेशन के गाड़ी चलाने वालों के ऊपर कार्यवाही करने की चेतावनी दी गई है। पुलिस अलर्ट मोड में है। अपराध नियंत्रण प्राथमिकता में है।
पुलिस कार्यालय से जारी बयान में बताया गया है कि गश्त के दौरान पुलिस अधीक्षक सहित थाना और चौकी प्रभारियों द्वारा जिले में 1000 से भी अधिक संदिग्ध दो पहिया व चार पहिया वाहनों की कल चेकिंग की गई। कितने प्रकरण मोटर व्हीकल एक्ट के बनाए गए, इसका खुलासा नहीं किया गया है।
पुलिस कार्यालय से जारी बयान में बताया गया है कि गश्त के दौरान पुलिस अधीक्षक सहित थाना और चौकी प्रभारियों द्वारा जिले में 1000 से भी अधिक संदिग्ध दो पहिया व चार पहिया वाहनों की कल चेकिंग की गई। कितने प्रकरण मोटर व्हीकल एक्ट के बनाए गए, इसका खुलासा नहीं किया गया है।
वाहनों की सघन जांच के दौरान जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में 1000 से अधिक वाहनों की चेकिंग की जानकारी दी गई है। चेकिंग करने के साथ ही चेकिंग रजिस्टर में इंद्राज किया गया है। वाहनों में क्षमता से अधिक सवारी बैठाने, बिना हेलमेट के वाहन चलाने, बिना लाइसेंस के वाहन चलाने, शराब पीकर वाहन चलाने वालों के खिलाफ कार्यवाही करने का उल्लेख है। कुछ लोगों को अंतिम चेतावनी देकर छोड़ा गया है।