रायपुर। सीएम हाउस रायपुर में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गोठानों के ग्राउंड रिपोर्ट पर प्रकाशित पुस्तक का विमोचन किया। आलोक चंद्राकर की टीम द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य के सीमावर्ती गोठानो की ग्राउंड रिपोर्ट तैयार की है। छत्तीसगढ़ी भाखा में प्रकाशित इस पुस्तिका के विमोचन अवसर पर टीम के सभी सदस्यों को मुख्यमंत्री ने आशीर्वाद देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य में सरकार सर्वहारा वर्ग के लिए कार्य कर रही है। शासन की योजनाओं को अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने का दायित्व भी सभी की है।
आलोक चंद्राकर और उनकी टीम के सदस्यों ने सरकार के गोठान निर्माण योजना और गोधन न्याय योजना के प्रचार प्रसार के लिए छत्तीसगढ़ के कोने-कोने में गये। इसके लिए सभी सदस्यों को साधुवाद और शुभकामनाएं।इस अवसर पर कांग्रेस नेता आलोक चंद्राकर ने बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य सात राज्यों से घिरा है। सभी राज्यों के बॉर्डर में सर्व सुविधायुक्त गौठान बना है। जिसमें रोजगार प्राप्त कर गौठान समिति, महिला समिति, ग्राम पंचायत स्वावलंबी बन रहे हैं। और गांव में खेतों में चरी की समस्या दूर हो गई है।
गोबर से बन रहे वर्मी कंपोस्ट से जबरदस्त फसल हो रही है। जिससे किसानों की आय में बढ़ोतरी हुई है। हमारी टीम मुख्यमंत्री भुपेश बघेल के महत्वाकांक्षी योजना को लेकर गिरीश देवांगन के मार्गदर्शन में राज्य के सभी सीमावर्ती गौठान में गए। उड़ीसा बार्डर के महासमुंद जिला के जंगलबेडा, सिरपुर, मप्र बार्डर के मनेंद्रगढ़ जिला के लाई ग्राम के गौठान, महाराष्ट्र बार्डर के राजनांदगांव जिला के पेंड्रीडीह,झारखंड बार्डर के रामानुजगंज ब्लाक के ताम्बेश्वर नगर, उत्तरप्रदेश बार्डर के वाड्रफनगर ब्लाक के बसंतपुर,
आंध्रप्रदेश/तेलंगाना के सुकमा
जिले के कोंटा
ब्लाक के दूरस्थ
मरईगुड़ा गौठानों में जाकर
वस्तुस्थिति का अध्ययन
कर पत्रिका प्रकाशित
किया। वही
से मुख्यमंत्री भूपेश
बघेल, गिरीश देवांगन से
गौठान समिति के
सदस्य,महिला समिति, पंचायत पदाधिकारी व
ग्रामीणों से वीडियो
कॉल से बात
भी किये और
सम्बंधित अधिकारीयो को आवश्यक
दिशा निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि वास्तविक स्थिति इस बात का घोतक है कि पूरे प्रदेश में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की योजनाओं का सफल क्रियान्वयन हो रहा है। जिससे हम छत्तीसगढ़ के रहवासियों को सीधा लाभ मिल रहा है। टीम के वरिष्ठ सदस्य राजेंद्र चंद्राकर, विश्वजीत बेहरा, लीलाकांत पटेल, जावेद चौहान, गोपी पाटकर, देवेश साहू, चरणजीत छाबड़ा (रज्जे), अरविंदर छाबड़ा, धीरज नायक, संजय चौधरी, प्रीतम चतुर्वेदी, विक्की वैष्णव, सागर डोंगरे, स्नेहल चंद्राकर, ऋषभ चंद्राकर, प्रतीक चंद्राकर, यश चंद्राकर व अन्य सदस्य इस पूरे अभियान में शामिल थे।