महासमुंद। छत्तीसगढ़ की संस्कृति एवं पुरातत्व को दर्शाने के लिए शासकीय महाप्रभु वल्लभाचार्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय में धरोहर झरोखा की स्थापना की जाएगी। इसके लिए संस्कृति और पुरातत्व विभाग से बॉक्स के साथ ही जनभागीदारी समिति से सेक्शन का कार्य कराया जा रहा है। शनिवार को शासकीय महाप्रभु वल्लभाचार्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय की विभागाध्यक्ष इतिहास रीता पांडेय और जया ठाकुर ने संसदीय सचिव और विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर से मुलाकात कर धरोहर झरोखा की स्थापना को लेकर की जा रही तैयारियों की जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि उनकी पहल पर संस्कृति और पुरातत्व विभाग से 22 बाक्स प्राप्त हुआ है। जिसे प्राचार्य ज्योति पांडे के निर्देशन में निर्धारित स्थान पर स्थापित कर दिया गया है। इसके अलावा जनभागीदारी समिति से यहां सेक्शन का कार्य कराया जा रहा हैं। बॉक्स में मूर्तियां स्थापित करना शेष हैं। जिस पर संसदीय सचिव चंद्राकर ने जल्द ही इसके लिए भी उचित पहल करने का आश्वासन दिया।
संस्कृति को जानने का एक महत्वपूर्ण प्लेटफार्म
उन्होंने कहा कि धरोहर झरोखा छत्तीसगढ़ की संस्कृति को जानने का एक महत्वपूर्ण प्लेटफार्म बनेगा। साथ ही जिले के नागरिकों के लिए छत्तीसगढ़ की धरोहर और संस्कृति को जानने के लिए अवसर प्राप्त होगा। गौरतलब है कि पिछले दिनों संचालनालय संस्कृति और पुरातत्व विभाग से अधिकारी यहां निरीक्षण में पहुंचे थे।