Responsive Ad Slot

Latest

latest


 

सड़क हादसों से भरा रहा गुरुवार, मामा-भांजी समेत मां-बेटे की मौत

छत्तीसगढ़ सड़क हादसों का गढ़ बनता जा रहा है। प्रदेश के किसी न किसी जिले से रोजाना सड़क दुर्घटना की खबर सामने आ रही है। ताजा मामला रायगढ़ और दुर्ग जिले का है, जहां हुए सड़क हादसे में मामा-भांजी और मां-बेटे की मौत हो गई है। पहला हादसा रायगढ़ के खरसिया थाना क्षेत्र में हुआ है, जहां मामा-भांजी की मौत हो गई। जबकि उनकी 10 साल की नातिन गंभीर रूप से घायल है। 

हादसा ट्रेलर की टक्कर के कारण हुआ, जिसके बाद ड्राइवर ट्रेलर छोड़कर फरार हो गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। साथ ही  घायल बच्ची को जिला अस्पताल में भर्ती कराया है, जहां उसका इलाज जारी है। 

पुलिस के मुताबिक ठुसेकेला के रहने वाले सजंय उरांव (उम्र 45) अपनी बेटी सुकमती उरांव (उम्र 21) और 10 साल की नातिन शालू उरांव को लेकर बाइक से उसके ससुराल छोड़ने के लिए जा रहे थे। इसी बीच खरसिया में नेशनल हाईवे-49 पर चपले के पास तेज रफ्तार ट्रेलर ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी। टक्कर लगते ही तीनों सड़क पर गिर पड़े। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और तीनों को एंबुलेंस से जिला अस्पताल ले गई, जहां डॉक्टर्स ने संजय उरांव और सुकमती उरांव को मृत घोषित कर दिया। वहीं पुलिस ने ट्रेलर को जब्त कर लिया है। फिलहाल ड्राइवर की तलाश जारी है।

सड़क हादसे में मां-बेटे की मौत 

इधर, दूसरा हादसा भिलाई के खुर्सीपार थाना क्षेत्र में हुआ है, जहां डंपर की टक्कर से मां-बेटे की मौत हो गई। दोनों स्कूटी से ट्रांसपोर्ट नगर जा रहे थे। तभी सामने से आए डंपर ने उन्हें टक्कर मार दी। हादसे के बाद ड्राइवर डंपर छोड़कर भाग निकला। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। जानकारी के मुताबिक पुरैना के डाकबंगला की रहने वाली शशिकला मिश्रा (उम्र 59) अपने बेटे अश्वनी मिश्रा (उम्र 30) को उसके काम पर छोड़ने के लिए सुबह स्कूटी से ट्रांसपोर्ट नगर जा रही थीं। 

इसी बीच डबरापारा तिराहे पर सामने से आ रहे डंपर ने उन्हें टक्कर मार दी। हादसे के बाद स्कूटी डंपर में फंसकर घिसटती चली गई। हादसा होते देख लोगों ने शोर मचाया। इसके बाद ड्राइवर डंपर छोड़कर भाग निकला। आस-पास के लोग मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। पुलिस जब तक पहुंची तब तक मां-बेटे दोनों दम तोड़ चुके थे। उनके पास मिले आधार कार्ड से पहचान हो सकी। इसके बाद पुलिस ने परिजनों को सूचना दी और ऑटो से दोनों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए सुपेला स्थित अस्पताल भेजा। अश्वनी एक प्राइवेट कंपनी में हेल्पर का काम करता था। पुलिस ने डंपर जब्त कर लिया है। फिलहाल आरोपी की तलाश की जा रही है।

सड़क हादसों में मरने वालों की संख्या

सड़क हादसों (Road Accident in Chhattisgarh) में मौत के मामले में छत्तीसगढ़ के आंकड़ों में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। आंकड़ों के मुताबिक साल 2019 में करीब 14 हजार सड़क हादसों में 4 हजार 556 लोगों ने अपनी जान गवांई है। इसमें करीब 3 हजार 200 मृतक ऐसे हैं, जो दो पहिया वाहनों में थे।

सबसे ज्यादा युवा हो रहे हादसे का शिकार

बता दें कि 40 प्रतिशत सड़क दुर्घटना फ्लाई ओवर के आस-पास होता हैं। इसके बाद सबसे ज्यादा हादसा क्रॉसिंग पर होता है, आंकड़ों के मुताबिक क्रॉसिंग पर होने वाले सड़क हादसों का प्रतिशत 30 है। इनमें सबसे ज्यादा हादसों के शिकार बाइक सवार और पैदल यात्री होते है। वहीं हादसों के शिकार होने वाले लोगों में ज्यादातर लोग युवा हैं।

Don't Miss
© Media24Media | All Rights Reserved | Infowt Information Web Technologies.