महासमुंद। छत्तीसगढ़ सरकार ने मुझे छत्तीसगढ़ राज्य बीज और कृषि विकास निगम का अध्यक्ष बनाया, अब कैबिनेट मंत्री का दर्जा भी दिया, यह मेरी नहीं, क्षेत्र की जनता की उपलब्धि है। जनता की बदौलत ही मुझे यह मान मिला है। मैं पद पर रहूं या न रहूं, लोगों से संबंध अच्छा बना रहे। आम जनता की सेवा करता रहूं। कोई काम हो तो मुझे अवश्य बताएं।
ये बातें केबिनेट मंत्री दर्जा प्राप्त छग राज्य बीज एवं कृषि विकास निगम के अध्यक्ष और पूर्व विधायक अग्नि चंद्राकर ने अपने गृह ग्राम बकमा में आयोजित चंद्रनाहू कुर्मी समाज रायपुर राज केशवा उप परिक्षेत्र की वार्षिक आमसभा में कही। वे कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे। कार्यक्रम में क्षेत्र के विकास में अग्नि चंद्राकर के योगदान का उल्लेख करते हुए समाज की ओर से वयोवृद्ध दाऊ भूषणलाल चंद्राकर द्वारा शाल-श्रीफल भेंटकर सम्मान किया गया।
साल 1998 में 16 नए जिलों का गठन
इसी संदर्भ में निगम अध्यक्ष चंद्राकर ने बताया कि जब वे पहली बार विधायक बने तब महासमुंद एक एसडीएम के भरोसे था, अविभाजित मध्यप्रदेश में साल 1998 में 16 नए जिलों का गठन हुआ, उसमें महासमुंद शामिल नहीं था। जबकि तत्कालीन मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने महासमुंद को जिला बनाने का भरोसा दिलाया था। महासमुंद को जिला नहीं बनाने के विरोध में श्री चंद्राकर ने विधायक पद से इस्तीफा भेज दिया। आखिरकार एक महीने के भीतर महासमुंद जिला बना। इसका लाभ आज पूरे जिले की जनता को मिल रहा है।
कार्यक्रम का संचालन शंकरलाल ने किया
कार्यक्रम का संचालन शंकरलाल चंद्राकर ने किया। इस अवसर पर चंद्रनाहू कुर्मी समाज केशवा उप परिक्षेत्र के अध्यक्ष घनश्याम चंद्राकर, उपाध्यक्ष सोमनाथ चंद्राकर, सचिव बलराम चंद्राकर, न्याय कमेटी सदस्य शेखर चंद्राकर, शिक्षण समिति के थलेश चंद्राकर, कोषाध्यक्ष नागेंद्र कुमार चंद्राकर, ट्रस्ट कमेटी सदस्य विनोद चंद्राकर, निगम अध्यक्ष के जेष्ठ भ्राता अंबिका प्रसाद चंद्राकर तथा निगम अध्यक्ष के साथ पहुंचे युवा नेता दिव्येश चंद्राकर, निगम अध्यक्ष प्रतिनिधि नारायण नामदेव, हर्षित चंद्राकर, जनार्दन चंद्राकर सहित बड़ी संख्या सामाजिकजन मौजूद थे।