तुमगांव। खैरझिटी,कौंवाझर, मालीडीह की कृषि भूमि में गरीबों को बांटे काबिज भूमि पर गैर कानूनी ढंग से " करणी कृपा प्राइवेट लिमिटेड " के मालिक द्वारा उद्योग लगाने की तैयारी की जा रही है। इसको निरस्त कराने एवं महासमुंद ब्लाक के लगभग 70 से गांव के जीवनदायिनी कोडार बांध का पानी उद्योग को देने के खिलाफ 16 गाँव के किसान लामबंद होकर 25 फरवरी से आंदोलनरत हैं।
दसवें दिन धरना प्रदर्शन का नेतृत्व किसान नेता छन्नू साहू, उदेराम साहू तुमगांव, रामभजन नायक खट्टा,नोहर सिंह यादव, पोषण निर्मलकर बेलटुकरी,धनाजी ध्रुव, रूपसिंह ध्रुव,मनहरण ठाकुर परसाडीह,काशीराम साहू,अलखराम साहू आदि ने किया। आज दसवें दिन के धरना प्रदर्शन में खैरझिटी,पिरदा,जोबा, कौंवाझर,कुकराडीह,मालीडीह,तुमगांव,लहंगर, पीढ़ी, बिरकोनी,भोरिंग,कापा, परसवानी सहित अंचल के 30 गांवों से 400 से अधिक किसान,जवान एवं महिलाएं शामिल हुए।
8 मार्च को किसान पंचायत महाधरना का आयोजन
धरना सभा को संबोधित करते हुए राज्य आंदोलनकारी किसान मोर्चा के अध्यक्ष अनिल दुबे ने कहा कि कौंवाझर, खैरझिटी के कृषि भूमि , वन भूमि,काबिलकास्त पट्टाधारी गरीब किसानों की जमीन में जो प्लांट लगाने वाला है वह पूर्ण रूप से गैर कानूनी है। इसलिए यह यहां किसी भी हालत में स्थापित नहीं हो सकता। यहाँ की आवाज को छत्तीसगढ़ में विस्तारित करने के लिए राजधानी रायपुर में 8 मार्च को किसान पंचायत महाधरना का आयोजन किया गया है। धरना प्रदर्शन एवं विधानसभा कूच कर शासन एवं विपक्षी पार्टी के नेताओं तक गुंजाया जाएगा। इसमें दोनों पार्टी के लिए अग्नि परीक्षा है कि किस पार्टी के नेता द्वारा विधानसभा में सवाल उठाकर किसान हितैषी होने को साबित करता है।
'उद्योग लगाने के लिए गैर कानूनी ढंग से समझौता'
किसान मोर्चा के संस्थापक दाऊ जी.पी. चंद्राकर ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के भूपेश सरकार के पास न तो कृषि नीति है न ही उद्योग नीति। इसलिए पैसा कमाने के लिए भूमाफियों को उद्योग लगाने के लिए गैर कानूनी ढंग से समझौता कर रही है। धरना सभा को किसान मोर्चा के वेगेन्द्र सोनवेर, छन्नू साहू,हेमंत चंद्राकर, जीवन साहू,दसरथ सिन्हा, चैनु साहू, रामभजन नायक ,परसराम ध्रुव,नंदकिशोर यादव,अलखराम साहू, शेषराम साहू,जनकु साहू, डिगेश्वरी चंद्राकर, गीता जलक्षत्री आदि ने संबोधित किया।