बिलासपुर। छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के महासमुंद (Mahasamund) जिले की बहुचर्चित किशनपुर हत्याकांड की CBI जांच की जाएगी। हाईकोर्ट ने पिथौरा थाना क्षेत्र के किशनपुर गांव में हुए बहुचर्चित किशनपुर हत्याकांड (Kishanpur Murder Case) मामले में CBI जांच (CBI Inquiry) के आदेश दिए हैं। इसकी जांच में पुलिस द्वारा शुरू से लापरवाही बरतने, गांव के माफिया सरगना को संरक्षण देने, घटनास्थल पर लगे CCTV कैमरा का DVR को गायब कर साक्ष्य को प्रभावित करने और मन गढ़ंत कहानी बनाकर मृतक नर्स का चरित्र हत्या करने जैसे कई आरोप पीड़ित परिवार लगाता रहा है। पुलिस के आला अधिकारियों के चक्कर लगाने के बाद कई साल तक समुचित जांच नहीं हुई तब पीड़ित परिवार ने उच्च न्यायालय की शरण ली, जहां से CBI जांच का आदेश होने की खबर है।
न्यायालयीन सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार हाईकोर्ट ने किशनपुर हत्याकांड मामले में बड़ा फैसला सुनाया है। गौरतलब है कि 31 मई 2018 की रात में पति पत्नी और दो मासूम बच्चों सहित चार लोगों की हत्या कर दी गई थी। स्वास्थ्य विभाग की नर्स रही योगमाया साहू, उनके पति चैतन्य साहू, बेटे तन्मय साहू और कुणाल साहू की हत्या हुई थी। इस जघन्य हत्याकांड मामले में पुलिस ने सही जांच नहीं किया। तब पीड़ित परिवार की शिकायत पर नार्को टेस्ट कराया गया। जिसमें गांव में नशे के कारोबार से जुड़े कुछ प्रभावशाली लोगों की संलिप्तता उजागर हुई। पीड़ित परिवार का कहना है कि हत्यारोपियों को पुलिस जानबूझकर बचाती रही। तत्कालीन अधिकारी केस को कमजोर कर आरोपियों को बचाने में लगे रहे। तब उन्होंने न्यायालय की शरण ली। अंततः हाईकोर्ट ने CBI जांच के आदेश दिए हैं।
पुलिस ने गढ़ी हत्या पर कहानी
इस मामले में महासमुन्द पुलिस ने पहले एक ही आरोपी द्वारा हत्या करने की कहानी गढ़ी थी। बाद में नार्को टेस्ट के बाद फिर चार लोगों की गिरफ्तारी हुई। अभी 5 व्यक्ति को न्यायिक रिमांड पर लिया गया है। मृतकचैतन्य साहू के पिता बाबूलाल साहू के वकील राघवेंद्र प्रधान ने हाईकोर्ट में CBI जांच के लिए अपील की थी। एकल बेंच के जज गौतम भादुड़ी ने मामले की गम्भीरता को देखते हुए CBI जांच के आदेश दिए हैं। गौरतलब है कि इस मामले में 10 जून 2022 को डिस्ट्रिक्ट कोर्ट को आदेश देते हुए उच्च न्यायालय ने अंतिम फैसले पर रोक लगाया था।
यह है दिल दहला देने वाली घटना
दरअसल, महासमुंद जिले के पिथौरा के उप स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ महिला कर्मचारी और उसके पति के साथ उनके दो मासूम बेटों को हत्यारों ने बड़े ही निर्मम तरीके से मौत के घाट उतार दिया था। मामले में पुलिस ने अब तक मुख्य आरोपी धर्मेन्द्र बरिहा सहित पांच लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। सभी अभी जेल में है और मामला न्यायालय में विचाराधीन है। लेकिन इस हत्याकांड में और कई लोगों के शामिल होने, पुलिस की जांच से संतुष्ट नहीं होने और CBI जांच की मांग मृतकों के परिजन लगातार कर रहे थे।