यूरोप के पूर्वी रोमानिया में काला सागर के पास एक सैन्य हेलीकॉप्टर और लड़ाकू जेट दुर्घटनाग्रस्त का शिकार हो गया, जिसमें 8 सैनिकों की मौत हो गई। रोमानिया के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि IAR 330-प्यूमा हेलीकॉप्टर हवाई क्षेत्र से 11 किलोमीटर दूर गुरा डोब्रोगेई के क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें सवार सभी 8 लोग मारे गए। इस दौरान हेलीकॉप्टर फाइटर जेट की तलाश कर रहा था। कुछ ही समय बाद फाइटर जेट का नियंत्रण टावर से रेडियो संपर्क टूट गया और वह रडार से गायब हो गया।
मंत्रालय के प्रवक्ता जनरल कॉन्स्टेंटिन स्पानू ने को बताया कि पायलट ने प्रतिकूल मौसम की स्थिति की सूचना दी थी और उसे बेस पर लौटने का आदेश दिया गया था। उन्होंने कहा कि संभावित कारणों पर चर्चा करना जल्दबाजी होगी। निश्चित रूप से प्रतिकूल मौसम की स्थिति थी, लेकिन हम अभी टिप्पणी नहीं कर सकते। मंत्रालय ने बताया कि दुर्घटना के बाद सभी IAR 330-प्यूमा और मिग लांसआर विमानों को रोक दिया जाएगा। जबकि दुर्घटना के कारणों की जांच की जा रही है।
उन्होंने कहा कि सैन्य और पीड़ितों के लिए धार्मिक स्मरणोत्सव समारोह सभी रोमानियाई सैन्य इकाइयों में आयोजित किए गए। राष्ट्रपति क्लॉस इओहानिस ने बुधवार देर रात एक बयान में दुर्घटना पीड़ितों के शोकग्रस्त परिवारों के लिए अपने विचार भेजे। उन्होंने इसे रोमानिया विमानन के लिए एक दुखद रात बताया। ऐसी घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं। आज से 12 साल पहले जुलाई 2010 में AN-2 विमान एक पैराशूट ट्रेनिंग उड़ान मिशन पर टेक-ऑफ के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस हादसे में 12 लोग मारे गए थे और दो घायल हो गए थे। बाद में उसी महीने मध्य रोमानिया में हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने से छह इजरायली सैनिकों और एक रोमानियाई सैनिक की मौत हो गई थी। मिग 21 लांसआर की दुर्घटनाएं कभी-कभार होती हैं।
पहले से ही तैनात 900 कर्मियों को जोड़ा
2018 में रोमानियाई वायु सेना के मिग 21 लांसआर के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद एक पायलट की मौत हो गई थी। रोमानियाई वायु सेना अभी भी एयर पुलिसिंग के मिशन के लिए सोवियत युग के मिग पर निर्भर है। हालांकि यह अपने विमान का आधुनिकीकरण कर रही है। संयुक्त राज्य अमेरिका ने हाल के हफ्तों में स्ट्राइकर बख्तरबंद वाहनों और कुछ 1,000 सैनिकों के एक स्क्वाड्रन को काला सागर के पास एक रोमानियाई बेस पर भेजा है, जिससे देश में पहले से ही तैनात 900 कर्मियों को जोड़ा गया है।
8 दिसंबर को हेलीकॉप्टर हादसे में 14 लोगों की मौत
बता दें कि सेना के विमान हादसे बढ़ते जा रहे हैं। 8 दिसंबर को भारतीय सेना का एक हेलीकॉप्टर तमिलनाडु के कुन्नूर में हादसे का शिकार हो गया था। इस हादसे में 14 लोगों की मौत हो गई थी, जिसमें देश के पहले सीडीएस बिपिन रावत और उनकी पत्नी भी शामिल थीं। एक महीने के भीतर वायुसेना का दूसरा विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ है।
फाइटर जेट मिग-21 विमान
बता दें कि किसी जमाने में फाइटर जेट मिग-21 विमान भारतीय वायुसेना की रीढ़ माने जाते थे। अब इसके चार स्क्वॉड्रन बचे हुए हैं। इनकी देखभाल और अपग्रेड भले ही किया गया हो, लेकिन ये विमान न तो जंग के लिए और न ही उड़ान के लिए फिट हैं। बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद मिग-21 बाइसन विमान ने पाकिस्तानी लड़ाकू विमानों के छक्के छुड़ा दिए थे। हालांकि, लगातार दुर्घटनाग्रस्त हो रहे मिग-21 विमानों के कारण कई पायलट्स जान भी गंवा चुके हैं, अब इन विमानों जल्द से जल्द हटाने का वक्त आ गया है।
लगातार हादसे का शिकार हो रहे मिग-21 विमान
मिग-21 बाइसन लड़ाकू विमान मिग-21 का एक अपग्रेडेड वर्जन है, जिससे अगले 3 से 4 साल तक इसका उपयोग किया जा सकता है। इस वर्जन का इस्तेमाल केवल भारतीय वायुसेना ही करती है। बाकी दूसरे देश इसके अलग-अलग वैरियंट का प्रयोग करते हैं। सितंबर, 2018 तक वायु सेना के पास तकरीबन 120 मिग-21 विमान थे। हालांकि भारतीय वायुसेना के मिग-21 विमान बड़ी संख्या में हादसों का शिकार हो चुके हैं।