कर्नाटक सड़क हादसों का गढ़ बनता जा रहा है। प्रदेश के किसी न किसी जिले में सड़क दुर्घटना की खबर रोजाना सामने आ रही है। ताजा मामला तुमकुर जिले के पावागड़ा का है, जहां एक यात्री बस पलटने से 8 लोगों की मौत हो गई। जबकि 25 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घायल लोगों में छात्र भी शामिल हैं और कईयों की हालत गंभीर बताई जा रही है, जिन्हें बेंगलुरु अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है। हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है।
बता दें कि इससे पहले बीते हफ्ते ही राज्य के कलबुर्गी में भी भीषण सड़क हादसा हुआ था। दरअसल, एक कार पेड़ से टकरा गई थी। टक्कर इतना भीषण था कि कार में सवार पांच लोगों की मौत हो गई थी। हादसे का शिकार हुए सभी मृतक महाराष्ट्र के अमहदनगर के रहने वाले थे। पुलिस के मुताबिक यात्री गनगपुर के दत्तात्रेय मंदिर से लौट रहे थे।
नियमों की अनदेखी से बढ़ रहा सड़क हादसा
भारत में सुरक्षित यात्रा करने के लिए भारत सरकार ने लोगों की जीवन सुरक्षा के लिए यातायात के नियम ( Traffic rules) बनाए हैं, जिन नियमों का पालन करना हर भारतीय का परम कर्तव्य है, लेकिन वर्तमान समय में सड़क दुर्घटनाओं में बेतहाशा वृद्धि इन्हीं यातायात के नियम की अनदेखी के कारण हुआ है।
सालाना डेढ़ लाख लोगों की मौत
बता दें कि भारत में दुनिया के एक फीसदी वाहन हैं, लेकिन सड़कों पर वाहन दुर्घटनाओं के चलते विश्वभर में होने वाली मौतों में 11 प्रतिशत मौत भारत में होती हैं। विश्वबैंक की एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। भारत में सालाना करीब साढ़े चार लाख सड़क हादसे होती हैं, जिनमें डेढ़ लाख लोगों की मौत होती है।
सड़क हादसों से हर 4 मिनट में एक मौत
रिपोर्ट के मुताबिक 'सड़क हादसों में हताहत होने वाले लोगों में सबसे ज्यादा भारत के होते हैं। भारत में दुनिया के सिर्फ एक फीसदी वाहन हैं, लेकिन सड़क दुर्घटनाओं में दुनिया भर में होने वाली मौतों में भारत का हिस्सा 11 प्रतिशत है। देश में हर घंटे 53 सड़क दुर्घटनाएं हो रही हैं और हर 4 मिनट में एक मौत होती है।'