महासमुंद। पुलिस के जाबांज जवान विकास शर्मा अब हमारे बीच नहीं रहे। नारकोटिक्स सेल में वे एएसआइ के पद पर सेवारत थे। अज्ञात लोगों ने उनके घर के पास हमला कर दिया। जिससे अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई। मिली जानकारी के अनुसार महासमुन्द नारकोटिक्स सेल में पदस्थ एएसआइ विकास शर्मा पर शनिवार रात साढ़े 10 बजे अज्ञात हमलावरों ने संघातिक वार किया। जिससे विकास शर्मा गम्भीर रूप से घायल हो गए । राहगीरों ने उन्हें पास के ही निजी चिकित्सालय जैन नर्सिंग होम में भर्ती कराया। उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था। करीब 45 मिनट बाद रात सवा 11 बजे डॉ विमल चोपड़ा ने उनके देहावसान की जानकारी दी।
महासमुंद के मूल निवासी 41 वर्षीय विकास शर्मा छात्र जीवन से बॉक्सिंग के खिलाड़ी रहे। उन्होंने अपने बेहतर खेल से कई मेडल अपने नाम किया। पुलिस विभाग में आरक्षक के रूप में भर्ती पर प्रशिक्षण केंद्र में अच्छे प्रदर्शन से उन्हें सीधा प्रधान आरक्षक की पदोन्नति मिली। बाद से वे क्राइम ब्रांच में सेवा देते रहे थे। वे सभी टास्क पर अपने अधिकारियों के विश्वास पर खरा उतरते रहे। एक टास्क में खुद व एक सिपाही, एक नगर सैनिक के साथ दिल्ली जाकर चिटफंड कंपनी एचबीएन के डायरेक्टर अमरिंदर सिंह को दिल्ली से ही अपने कौशल से पकड़कर लाने में कामयाब हुए थे।
तत्कालीन IG ने दी थी आउट ऑफ टर्न प्रमोशन
तब तत्कालीन IG (रायपुर रेंज) जीपी सिंह ने विकास सहित तीन जवानों को विशेष पारितोषिक देकर आउट ऑफ टर्न प्रमोशन दी थी। तब से विकास एएसआइ के पद पर सेवारत थे। विकास स्नेक केचर के रूप में शहर भी विख्यात थे। लोगों के घरों में निकले विषैले सांप को आसानी से पकड़कर जंगल छोड़ने में विकास को महारत हासिल थी।
इलाज के दौरान तोड़ा दम
घटना के बाद से पुलिस सरगर्मी के साथ अज्ञात हमलावरों की तलाश में जुट गई है। बताया जा रहा है कि उनके शासकीय आवासगृह के समीप ही लोक निर्माण विभाग कार्यालय के पीछे शराब के नशे में आपस में कुछ लोग लड़ रहे थे। उन्हें हटाने विकास पहुंचे थे। इन्हीं लोगों ने विकास पर हमला कर दिया। गम्भीर हालत में विकास को नजदीक के नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया। जहां उन्होंने दम तोड़ दिया।