बिहार के बहादुरपुर में एक सिरफिरे ने हॉस्टल की छत से 2 नाबालिग छात्राओं को नीचे फेंक दिया। हादसे में एक की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि दूसरी को लोगों ने PMCH में भर्ती कराया है, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। दोनों छात्राएं बहन थीं। घटना के बाद गुस्साए लोगों ने जमकर हंगामा मचाया। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची बहादुरपुर पुलिस पर लोगों की भीड़ ने पथराव शुरू कर दिया। इस दौरान पुलिस की कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया। इस हादसे में बहादुरपुर थाना प्रभारी, सुलतानगंज थाना प्रभारी समेत 12 से ज्यादा पुलिस के जवान बुरी तरह घायल हो गए।
जानकारी के मुताबिक दोनों बहनें रामकृष्ण नगर कॉलोनी में ही किराए के मकान में रहने वाले नंदलाल गुप्ता की बेटी थी। नंदलाल गुप्ता उत्तर प्रदेश के देवरिया के रहने वाले हैं और बहादुरपुर फल मंडी में फलों का व्यापार करते हैं। उनकी दो बेटियां सलोनी (उम्र 13 साल) और सोनाली (उम्र 10 साल) की थीं। छत से फेंके जाने से बड़ी बेटी सलोनी की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि सोनाली गंभीर रुप से घायल है।
घटना के बाद स्थानीय लोगों ने आरोपी युवक के पास से एक चाकू बरामद किया है। इससे पहले उसको पकड़कर जमकर पिटाई कर दी। पुलिस ने बीच बचाव कर युवक को अपने कब्जे में लिया और बहादुरपुर थाना ले आई। युवक की पहचान विवेक कुमार के तौर पर हुई है। वो रामकृष्ण नगर कॉलोनी का ही रहने वाला बताया जा रहा है। वो दरभंगा का रहने वाला है और साल 2012 से ही यहां रहकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा था। युवक को मानसिक तौर पर विक्षिप्त भी बताया जा रहा है।
SSP मानवजीत सिंह ने दी जानकारी
मामले में पटना के SSP मानवजीत सिंह ढिल्लो के मुताबिक लड़कियों को फेंकने वाला लड़का पुलिस कस्टडी में हैं। आरोपी युवक विवेक ने ऐसा क्यों किया इसके बारे में अभी पता नहीं चल सका है। जो लड़की घायल है, उसका इलाज हॉस्पिटल में चल रहा है। लड़की का बयान लेने के बाद ही घटना के पीछे की वजह स्पष्ट हो पाएगी।
गुस्साए लोगों ने पुलिस पर किया पथराव
वहीं घटना के बाद से गुस्साए लोगों के पथराव करने के बाद बहादुरपुर के थाना प्रभारी मोहम्मद अनवर खान , दारोगा सूर्यकांत, हवलदार प्रकाश ताप्ती, आरक्षी रवि रंजन, राम अवतार प्रसाद, ड्राइवर सूजन प्रसाद समेत सुल्तानगंज प्रभारी को भी गहरी चोटें आई है। लोगों का आक्रोश इतना जबरदस्त था कि समझाने पहुंची पुलिस पर जमकर पथराव ही नहीं किया गया, बल्कि पुलिस की गाड़ियों समेत कई अन्य वाहनों में भी आग लगा दी। कई पुलिसकर्मियों ने भागकर अपनी जान बचाई।
मामले की जांच में जुटी पुलिस
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाने-बुझाने का काफी प्रयास किया। काफी देर बाद मामला शांत हुआ। फिलहाल इलाके में स्थिति नियंत्रण में है और पुलिस की कई टीमें कैंप कर रही है। पुलिस के मुताबिक फिलहाल मामले की जांच की जा रही है।