छत्तीसगढ़ हादसों का गढ़ बनता जा रहा है। प्रदेश में किसी न किसी दुर्घटना की खबर रोजाना सामने आ रही है। ताजा मामला महासमुंद के सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र का है, जहां मछली मारने गए 2 लोगों की करंट लगने से मौत हो गई है। दोनों नाले में मछली मारने के लिए पहुंचे थे, लेकिन जैसे ही एक अधेड़ अंदर जाकर जाल बिछाने लगा तो वो करंट की चपेट में आ गया और छटपटाने लगा। उसे देख दूसरा शख्स उसे बचाने के लिए गया। इस दौरान वो भी उसी करंट की चपेट में आ गया, जिसकी वजह से दोनों की पानी के अंदर ही मौत हो गई।
फाइल फोटो |
मृतकों की पहचान पतेरापाली गांव में रहने वाले साखूराम ध्रुव (उम्र 60 साल) और जीवराज ध्रुव (उम्र 55 साल) के रूप में हुई हैं। दोनों शंकरलाल गाढ़ा, मोहन लाल सावरा और कन्हैया यादव के साथ मनरेगा में काम करने के बाद गांव से सटे सितली नाला में मछली पकड़ने गए थे, जहां सबसे पहले साखूराम पानी में चला गया। अंदर जाकर वो मछली पकड़ने के लिए जाल बिछाने लगा।
करंट की चपेट में आने से दोनों की मौत
वहीं किसी को इस बात की जानकारी नहीं थी कि खेत में पानी पहुंचाने के लिए ग्रामीणों ने पंप लगा रखा था। वो पंप चालू है, जिसका तार पानी में छू रहा था। बताया जा रहा है कि साखूराम जैसे ही अंदर जाकर नाले में जाल बिछाने लगा वैसे ही वो उसी तार की चपेट में आया और छटपटाने लगा। ये देखकर उसका साथी जीवराज भी उसे बचाने के लिए कूद गया, लेकिन वो भी उस करंट की चपेट में आ गया। जबकि बाकी 3 लोग बाहर खड़े देखते ही रह गए। देखते ही देखते दोनों की जान चली गई।
मामले की जांच में जुटी पुलिस
घटना के बाद आनन-फानन में पास के खेतों में काम कर रहे ग्रामीणों ने पंप को बंद किया। इसके बाद पुलिस को इसकी सूचना दी गई। सूचना मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और दोनों के शव को पानी से बाहर निकाला। इसके बाद दोनों के शव को पोस्ममॉर्टम के लिए भेज दिया। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
15 साल के लड़के ने दी जान
इधर, बिलासपुर में 2 दिन से लापता 15 साल के लड़के का शव नदी में तैरता हुआ मिला। वो 2 दिन पहले कबड्डी की ट्रेनिंग लेने के लिए सुबह घर से निकला था। उस दौरान ही उसके नंबर से उसकी मां को मैसेज आया था कि मैं मर रहा हूं। इसके बाद से उसका कुछ पता ही नहीं चल रहा था। तोरवा इलाके में रहने वाला पीयूष जायसवाल कक्षा 10वीं का छात्र था। वो तोरवा के ही सरकारी स्कूल में पढ़ता था। उसके पिता अनिल जायसवाल किसी दुकान में काम करते हैं।
ट्रेनिंग के लिए घर से निकला था नाबालिग
पीयूष स्कूल में पढ़ाई के अलावा कबड्डी की ट्रेनिंग भी लिया करता था। 24 फरवरी को भी सुबह करीब 5 बजे ट्रेनिंग के लिए निकला था। इसके बाद सुबह 6 बजे उसकी मां सुमन के नंबर पर पीयूष के नंबर से मैसेज आया कि मां अब मैं मर रहा हूं। इस मैसेज के बाद ही उसके परिजन परेशान हो गए और उसकी तलाश करने लगे।
अरपा नदी में तैरता मिला शव
तलाश करने के बाद भी पीयूष का कुछ पता नहीं चला। परिजन ने उसके ट्रेनिंग सेंटर में भी पता किया, फिर भी पीयूष के संबंध में कोई जानकारी नहीं मिली। पता चला की वह ट्रेनिंग के लिए उस दिन मैदान में पहुंचा ही नहीं था, जिसके बाद परिजनों ने पूरे मामले की शिकायत पुलिस से की थी। पुलिस भी शिकायत दर्ज कर लड़के की तलाश कर रही थी, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चल रहा था। इस बीच पुलिस को शनिवार सुबह सूचना मिली की किसी का शव तोरवा के देवरीडीह के पास अरपा नदी में किनारे तैर रहा है।
पुलिस ने जताई आत्महत्या की आशंका
सूचना मिलती ही पुलिस की टीम मौके पर गई और शव को पानी से बाहर निकाला। तब शव की पहचान पीयूष जायसवाल के रूप में हुई। शव मिलने के बाद उसके परिजनों को भी इसकी सूचना दी गई। वहीं शव का पोस्टमॉर्टम भी कराया गया। पुलिस का कहना है कि प्रथम दृष्यटता ये मामला सुसाइड का लगा रहा है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। फिलहाल उसके परिजनों से भी पूछताछ की जा रही है।