राज्योत्सव के अंतिम दिन सुबह से ही विभिन्न विभागों के प्रदर्शनी में काफी भीड़ रही। लोगों ने राज्य सरकार की विकास योजनाओं का अवलोकन कर सराहना की। प्रदेश के कोने-कोने से आए हुए आम नागरिक सपरिवार सहित छत्तीसगढ़ राज्योत्सव का आनंद लिया। इसमें सबसे खास गोदना आर्ट के बदलतें हुए मॉर्डन स्वरूप युवाओं को खूब भा रहा। युवक-युवतियों ने अपने-अपने हाथों में बैंड गोदना बनवाया।
ऐसे ही अपनें हाथों में बनावा रही जगदलपुर से आयी युवती निशा बोथरा कहती है कि गोदना मुझे बेहद पसंद है। पर अभी जो मॉर्डन बैंड टच के साथ जो गोदना या यूं कहें कि जो टैटू चल रहा है यह काफी लोकप्रिय है। ऐसे ही आर्ट लवर्स रायपुर की संचालिका और एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी की पीएचडी छात्र सुरभि वर्मा कहती है कि प्रतिदिन 150 से 200 से ज्यादा लोग उनके पास बैंड टच टैटू बनवाने के लिए पहुंच रहे थे। जनजाति साहित्य पढ़ने में रुचि रखने वाले लोगों के लिए आदिम जाति और अनुसूचित जाति विकास विभाग के स्टॉल में छत्तीसगढ़ की महत्वपूर्ण जनजातियों पर आधारित साहित्य उपलब्ध थी। कॉलेज और प्रतियोगी परीक्षा की तैयारियों में लगे छात्र इन पुस्तकों का अध्ययन वहां बिछे खाट में बैठकर किया। खासकर ट्राइबल एटलस को छात्रों द्वारा खूब पसंद किया गया।