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अक्टूबर महीने में बढ़े आतंकी हमले, 12 जवान शहीद, कई आतंकी घटनाओं में 45 लोगों की मौत

जम्मू और कश्मीर में लगातार आतंकी हमले हो रहे हैं, लेकिन जम्मू-कश्मीर के लिए 2021 का अक्टूबर महीना सबसे खूनी महीना साबित हुआ है, जिसमें केंद्र शासित प्रदेश में आतंकवाद से संबंधित विभिन्न घटनाओं में 45 लोगों की मौत हुई है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक मरने वालों में जम्मू-कश्मीर के सभी क्षेत्रों में 20 आतंकवादी, सेना के 12 जवान और 13 आम नागरिक शामिल हैं। अगस्त 2019 में अनुच्छेद 370 को हटाने के बाद से एक महीने में यह दूसरे सबसे बड़े मौत का आंकड़ा है। सबसे ज्यादा मौतें 2020 के जून महीने में दर्ज की गई थी। जून 2020 में एक ही महीने में 48 आतंकवादियों समेत 53 लोगों की मौत हुई थी।

जानकारी के मुताबिक अक्टूबर में विभिन्न आतंकवाद विरोधी अभियानों में 20 आतंकवादी मारे गए थे। हालांकि इस साल मारे गए आतंकवादियों की सबसे ज्यादा संख्या जुलाई के महीने में थी। जब 31 आतंकवादी मारे गए थे। अक्टूबर में मारे गए 13 नागरिकों में से दो सुरक्षा चौकियों पर मारे गए। जबकि 11 संदिग्ध उग्रवादियों द्वारा मारे गए। मारे गए नागरिकों में गालवंतेंग चटाबल के अब्दुल रहमान गुरु, एसडी कॉलोनी बटमालू के पीडीडी कर्मचारी मुहम्मद शफी डार, बिंद्रो मेडिकेट के मालिक माखन लाल और भागलपुर बिहार के विक्रेता वीरेंद्र पासवान शामिल  हैं।

मरने वालों में ये शामिल

इसी तरह बांदीपोरा के शाहगुंड हाजिन इलाके के सूमो स्टैंड के अध्यक्ष मुहम्मद शफी उर्फ सोनू, जम्मू के अलोची बाग के सतिंदर कौर और दीपक चंद, कोकरनाग के राजकांग लारनू क्षेत्र के परवेज अहमद, बिहार के वेंडर अरविंद कुमार, सहारनपुर यूपी के बढ़ई सगीर अहमद, बिहार के राजा रेशी देव, जोगिंदर रेशी देव और अनंतनाग निवासी शाहिद एजाज शामिल  हैं।

12 जवान शहीद

सुरक्षाबल के जवानों ने शोपियां, कुलगाम, श्रीनगर, बांदीपोरा, अनंतनाग, पुलवामा और बारामूला जिलों में हो रही अलग-अलग मुठभेड़ में 20 आतंकियों को ढेर कर दिया। अक्टूबर में कम से कम 12 सैनिक शहीद हुए हैं। अधिकांश हताहतों की संख्या पुंछ के भुआत दुरान वन बेल्ट से हुई थी, जहां पुलिस के मुताबिक एक विचाराधीन आतंकवादी जिया मुस्तफा भी आतंकवादी गोलीबारी में मारा गया था।

आकेले पुंछ में 9 जवान शहीद

पुंछ मुठभेड़ में 9 जवान शहीद हुए हैं। वहीं अनंतनाग में एक जवान शहीद हुआ। जबकि पुंछ में एक IED ब्लास्ट में एक अधिकारी समेत दो जवान शहीद हो गए। सुरक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि सीमाओं पर मुठभेड़ की संभावना कम है, लेकिन अंदरूनी इलाकों में हताहतों की संख्या में वृद्धि होगी, क्योंकि आतंकवादी और सुरक्षा बल दोनों खोई हुई जमीन को फिर से हासिल करने की कोशिश करेंगे।

साल 2021 में आतंकवाद संबंधी 103 घटनाएं  

साल 2021 के 10 महीनों में घाटी में 103 आतंकी हमले हो चुके हैं, जिसमें 22 आम नागरिकों की मौत हुई है। जबकि 30 जवान शहीद हुए हैं। साथ ही हमारे जांबाज जवानों ने 134 आतंकियों को भी ढेर किया है। अधिकारियों ने बताया कि जम्मू कश्मीर में इस साल 203 आतंकवादी मारे गए और उनमें से 166 स्थानीय थे और 37 पाकिस्तानी या फिर विदेशी मूल के थे। वहीं साल 2020 में आतंकवाद संबंधी 96 घटनाएं (96 terrorism related incidents) हुईं। इन घटनाओं में 43 नागरिकों की भी जान गई। जबकि 92 अन्य घायल हो गए। वहीं हताहत नागरिकों की संख्या में 2019 के मुकाबले कमी आई है, पिछले साल जहां 47 नागरिकों की मौत हुई थी और 185 अन्य घायल हुए थे।

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