महासमुंद। जिला सरपंच संघ के अध्यक्ष हेमकुंवर रमेश पटेल और महासचिव नंद कुमार निषाद ने बयान जारी कर कहा है कि सरपंच संघ की मांगों को लेकर एक प्रतिनिधि मंडल 11 नवंबर को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मिलेगा। महासमुंद जिले के दौरे पर 10 नवंबर 2021 को आए नंदकुमार बघेल से उन्होंने भेंट कर ज्ञापन सौंपा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता नंद कुमार बघेल से मुलाकात कर ग्राम पंचायत से जुड़ी सरपंचों की समस्याओं से अवगत कराया।
इस पर उन्होंने मुख्यमंत्री से मिलाने रायपुर बुलाया। ज्ञापन में RES के कार्यों में SOR दरों में बदलाव करने, मनरेगा निर्माण कार्य के लिए 40 प्रतिशत राशि का अग्रिम भुगतान, शासन की विभिन्न योजनाओ में पंद्रहवें वित्त की राशि का समायोजन न किया जाए, ताकि ग्राम स्तर के अन्य ग्राम विकास कार्य को किया जा सके। सरपंचों का मानदेय मात्र दो हजार रुपये दिया जा रहा है, जिसे बढ़ाया जाए।
CM के पिता ने दिया आश्वसन
मुख्यमंत्री के पिता ने सरपंच संघ के प्रतिनिधियों को रायपुर पाटन सदन में उपस्थित होने को कहा है। सभी सरपंच एक साथ मुख्यमंत्री निवास में 11 बजे जाने की बात कही है। उन्होंने मुलाकात के लिए सभी सरपंच को उपस्थित होने की अपील की है। जनता की मांग पर भी सरपंच संघ के बैनर तले मांग किया गया है। जिसमें वृद्धा पेंशन और आवास की राशि आवंटन का विषय मुख्य है। पेंशन की पात्रता 2011 की जनगणना सर्वे के आधार पर पेशन में नाम जोड़े जा रहे हैं।
कई मांगों से कराएंगे अवगत
2011 के सर्वे में परिवार पत्र में अगर लड़का जुड़ा है, जिसकी उम्र 18 साल हो गया है तो उन माता-पिता का नाम पेंशन की पात्रता से वंचित रखा जा रहा है। जिसके लड़के सर्वे में अलग है, उन्हीं लोगों को पेशन की पात्रता में लिया जा रहा है। जिससे गांव के लोग सरपंच पर आरोप लगा रहे हैं, जिसके लड़के हैं उसे पेंशन मिल रहा है तो हमें क्यों नहीं? जबकि यह बात सही है, प्रत्येक 60 साल के माता पिता को बिना किसी शर्त के पेशन की पात्रता होनी चाहिए। आवास योजना की राशि का आवंटन जारी नहीं हुआ है। जिससे आवास सूची में जिन हितग्राही लोगों का नाम है, वह लोग लगातार ग्राम सभा में आवास के विषय पर विवाद की स्थिति बनती है।