मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर अपने निवास कार्यलय में आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम में प्रयास आदर्श आवासीय विद्यालयों, एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों एवं जिलों के स्थानीय प्रकल्पों से IIT, NIT, ट्रिपल IT और मेडिकल कॉलेजों में प्रवेशित कुल 83 छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ने इन विद्यार्थियों में से अनुराग लकड़ा, संदीप कुमार तिग्गा, ज्योति रउतिया और साक्षी भगत को अपने निवास कार्यालय में और शेष 79 विद्यार्थियों को वर्चुअल रूप से सम्मानित किया। इन सभी विद्यार्थियों को इस अवसर पर लैपटाप के लिए 50-50 हजार रूपए की अनुग्रह राशि भी दी गई।
बता दें कि साल 2021 की JEE एडवांस की परीक्षा से IIT में प्रवेशित अनुराग लकड़ा (वर्तमान में IIT, खडगपुर में अध्ययनरत) और संदीप कुमार तिग्गा IIT बीएचयू में अध्ययनरत) प्रयास आवासीय विद्यालय, सडडू, रायपुर के छात्र है, जबकि ज्योति रउतिया (नीट 2000 क्वालीफाई और मेडिकल कॉलेज, रायपुर में प्रवेशित) और साक्षी भगत (मेडिकल कॉलेज, अंबिकापुर में प्रवेशित) प्रयास कन्या आवासीय विद्यालय, गुढियारी, रायपुर की छात्राएं हैं।
कार्यक्रम में ये रहे उपस्थित
इस अवसर पर मुख्यमंत्री निवास में गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू, खाद्य मंत्री अमरजीत भगत, अनुसूचित जाति एवं जनजाति विकास मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम, वन मंत्री मोहम्मद अकबर, संसदीय सचिव द्वारिकाधीश यादव, मुख्यमंत्री के सलाहकार राजेश तिवारी, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू, प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख राकेश चतुर्वेदी सहित वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी उपस्थिति थे।
कॉलेजों में प्रवेश के लिए चयनित हो चुके हैं ये छात्र
बता दें कि प्रयास विद्यालय- मुख्यमंत्री बाल भविष्य सुरक्षा योजना का एक महत्वपूर्ण घटक है, इसके अंतर्गत प्रदेश के नक्सल प्रभावित जिलों के मेधावी छात्र-छात्राओं को कक्षा 9वीं से 12वीं तक अध्यापन के साथ-साथ JEE मेन-एडवांस, नीट, PET, क्लेट, CA प्रतियोगी परीक्षाओं की कोचिंग दी जाती है। वर्तमान में 09 प्रयास विद्यालय रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, सरगुजा, कांकेर, बस्तर, कोरबा और जशपुर जिले में संचालित हैं, जिसमें कुल 4120 सीटें स्वीकृत हैं। अब तक इन विद्यालयों से 70 छात्र IIT, 221 छात्र NIT और ट्रिपल IT सहित 772 विद्यार्थी इंजीनियरिंग कॉलेजों और 39 विद्यार्थी मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश के लिए चयनित हो चुके हैं।
एकलव्य विद्यालयों की संख्या
इसी प्रकार अनुसूचित जनजाति के विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्वक शिक्षा उपलब्ध कराकर सामान्य जाति के विद्यार्थियों के समकक्ष लाना, उनमें प्रतिस्पर्धा की भावना जागृत कर प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल हो, इसके लिए एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय शुरू किए गए हैं। शिक्षण सत्र 2020-21 में कुल 71 एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय प्रदेश में कक्षा 6वीं से 12वीं तक संचालित हैं। इनमें प्रति कक्षा 60 विद्यार्थियों के मान से प्रत्येक विद्यालय में 420 बच्चों को प्रवेश देने का प्रावधान है। इस शिक्षण सत्र से 04 नवीन एकलव्य विद्यालय शुरू किए जाने की स्वीकृति के लिए प्रस्ताव भारत सरकार को भेजा गया है। इस प्रकार अब एकलव्य विद्यालयों की संख्या बढ़कर 75 हो जाएगी।