उत्तरी माली के कई गांवों में बंदूकधारियों ने हमला कर दिया, जिससे 51 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। बंदूकधारियों ने कई जिहादी नेताओं की हाल में हुई गिरफ्तारी के विरोध में लोगों की हत्या की है। यह हिंसा माली, नाइजर और बुर्किना फासो की सीमाओं के निकट हिंसाग्रस्त क्षेत्र में हुई, जहां इस्लामिक स्टेट समूह से जुड़े चरमपंथी सक्रिय हैं। स्थानीय अधिकारी ओउमर सिस्से ने बताया कि हमलावर रविवार की शाम लगभग 6 बजे औटागौना और कराउ समुदायों के बीच पहुंचे और खुद को जिहादी बताया। उन्होंने 'द एसोसिएटेड प्रेस' को बताया कि अधिकांश पीड़ित अपने घरों के सामने थे। जबकि अन्य लोग मस्जिद जा रहे थे।
एक सैन्य अधिकारी ने बताया कि आतंकी गांवों में गए और वहां पर लोगों का नरसंहार कर दिया। उन्होंने बताया कि रविवार को करौ, औटागौना और दौतेगेफ्ट गांवों में आतंकवादियों ने 40 से ज्यादा लोगों की हत्या कर दी गई थी। सोमवार को प्रभावित समुदायों के लिए मालियान सेना का गश्ती दल भेजा गया था। रॉयटर्स के मुताबिक गश्ती दल द्वारा पुष्टि की गई कि मरने वालों की संख्या कम से कम 51 थी। यह हमला माली की सेना द्वारा दो जिहादी नेताओं को गिरफ्तार करने के एक हफ्ते बाद हुआ है, जिनकी औटागौना और कराउ के निवासियों ने निंदा की थी।
चश्मदीदों की जुबानी घटना की कहानी
चरमपंथी सालों से इस क्षेत्र में खतरा बने हुए हैं। जिहादी विद्रोहियों ने पहली बार 2012 में उत्तरी माली के शहरों पर कब्जा कर लिया था। हालांकि एक फ्रांसीसी नेतृत्व वाले सैन्य अभियान में विद्रोहियों को अगले साल शहरी केंद्रों से बाहर कर दिया गया था। विद्रोही जल्दी से ग्रामीण क्षेत्रों में फिर से संगठित हो गए और उन्होंने सैन्य ठिकानों पर विनाशकारी हमले जारी रखे। गौरतलब है कि बीते महीने माली की राजधानी बामाको में ग्रांड मस्जिद में बकरीद के दौरान एक व्यक्ति ने अस्थायी राष्ट्रपति कर्नल आसिमी गोइटा पर धारदार हथियार से वार करने की कोशिश की थी। चश्मदीदों के मुताबिक मस्जिद में नमाज के बाद जब इमाम भेड़ की कुर्बानी देने गए, तब यह घटना घटी।
राष्ट्रपति पर हमला करने की कोशिश
चश्मदीदों के मुताबिक वहां चाकू लिए एक व्यक्ति और बंदूक लिए एक अन्य व्यक्ति ने राष्ट्रपति पर हमला करने की कोशिश की थी। हालांकि गोइटा बाल-बाल बच गए और उनके सुरक्षा दल ने तुरंत हमलावर को पकड़ लिया। इस हमले में एक व्यक्ति घायल हो गया था। अंतरिम राष्ट्रपति पर हमला का यह प्रयास ऐसे समय में हुआ है जब हाल के दिनों में देश के मध्य हिस्से में जिहादियों के कई हमले हुए हैं।