बलौदाबाजार जिलें में कोरोना संक्रमण की मौजूदा स्थिति की लगातार समीक्षा की जा रही। आज कलेक्टर सुनील कुमार जैन ने विषय विशेषज्ञों से प्राप्त रिपोर्ट के आधार पर बताया कि जिले के करीब 111 गांवों में संक्रमण का दर सर्वाधिक है। इन गांवों में बेहद तेजी से संक्रमण फैल रहा है। इन गांवों में और संक्रमण न फैले इसके लिए प्रशासन के साथ गांव वाले को भी आगे आना होगा।
गांव के सभी लोग आपस में मिलकर, युवा समिति और महिला समितियों सहायता लेते हुए संक्रमण के विस्तार को कम कर सकतें हैं। इसके लिए अब गांव स्तर में ही सभी को सख्ती से लॉकडाउन के नियमों का अनिवार्य रूप से पालन करना होगा। इन संक्रमित गांव में सार्वजनिक तालाबों के उपयोग, पेयजल की स्रोतों उपयोग पर कड़ी नजर रखते हुए उन्हें प्रतिबंधित करना होगा। क्योंकि इन तालाबों से ज्यादा संक्रमण फैलने का डर बना हुआ है।
कलेक्टर ने की लोगों से अपील
सभी ग्राम के सरपंच और गांव के वरिष्ठ नागरिक इस बात का विशेष ध्यान रखते हुए अपने गांव स्तर में ही इससे निपटने योजना बना लें। ताकि सभी लोग सुरक्षित हो सके। समय रहते अभी यह कदम नही उठाए तो आने वाले समय मे और भी भयावह स्थिति हो सकती है। मौजूदा दौर में न जाने हम सभी लोग अपने आसपास,रिश्तेदार,दोस्त,स्नेहजनों को कोरोना से खोया है। आगे भविष्य में ऐसी और कभी स्थिती निर्मित न हो इसके लिए हम सब को आगे आकर ही कोरोना खिलाफ लड़ाई को लड़ना होगा।
कलेक्टर ने दी जानकारी
कलेक्टर ने उदाहरण देते हुए कहा की आज बलौदाबाजार के सकरी ग्राम के निवासियों ने सामूहिक एकजुटता और प्रयासों से पूरे गांव में संक्रमण फैलने से रोक लिया। गांव वालों ने आपस में ही मिलकर सख्ती से लॉकडाउन और कोरोना गाइडलाइन का पालन करना होगा। ऐसे ही अन्य गांवों को भी इसी तरह कार्य करने की जरूरत है।
ग्रामवार संक्रमण की दर
कलेक्टर जैन ने कहा कि अभी मौजूदा स्थिति को देखते हुए गावों को तीन श्रेणीयों में विभाजित किया गया है। पहले वह गांव जहां पर 50 से ज्यादा संक्रमित मरीज एक्टिव है। दूसरा वह जहां 25 से 50 एक्टिव मरीज है। तीसरा वह जहां पर 10 से 25 मरीज है। अति संवेदनशील ग्रामों में ऐसे जिले में 9 गांव है। जो अति संवेदनशील के श्रेणी में है। जहां पर अभी 50 से ज्यादा मरीज एक्टिव है।
इन गांव में इतने एक्टिव केस
बलौदाबाजार विकासखंड के गिन्दोला गांव में 96 एक्टिव, अर्जुनी में 59, भाटापारा के मोपका में 52, बिलाईगढ़ के बरभाटा 66, सोनाडुला 60, मधुबन 59, कसडोल के चरौदा 67, छरछेद 56 और पलारी के कोनारी में 61 एक्टिव मरीज है। संवेदनशील ग्रामों में ऐसे जिले में 25 गांव है, जो संवेदनशील के श्रेणी में है। जहां पर अभी 25 से 50 के बीच की संख्या में मरीज एक्टिव है।
25 से 50 के बीच एक्टिव केस
इसमें बिलाईगढ़ के गांव जोगेसरा, टुण्डरी, सलौनी कला, कोसमुण्डा, भाटापारा के अकलतरा, सिंगारपुर, देवरी, कडार, कसडोल के कटगी आमगांव, असनीद, खर्वे मटिया सोनाखान बोरसी,अर्जुनी ब, हटोद, पिसीद बरपाली,बिलारी क,दर्रा क, कोट क, पलारी के अंतर्गत कुकदा, कुसमी अछोली शामिल है।
77 गांव निम्न संवेदनशील ग्रामों में शामिल
निम्न संवेदनशील ग्रामों में ऐसे जिले में 77 गांव है। जो निम्न संवेदनशील के श्रेणी में है। जहां पर अभी 10 से लेकर 25 के बीच की संख्या में मरीज एक्टिव है, इसमें बालौदाबाजारा के अंतर्गत ग्राम बरदा, बिटकुली, सोनडीह रवान, रिसदा, करमदा मुंडा सरखोर अहिल्दा, पनगांव, रिसदा मरदा भाटापारा के अंतर्गत ग्राम कुकदा, ढाबाडीह मुड़ाघाट धनेली, सिलपा, लच्छनपुर, दतरेंगी,सूमा,पेंडरी, निपनिया, खरी क,बिलाईगढ़ के कैथा, करियाटार,चुरैला, गोविंदवन खंजरी झुमका शामिल हैं।
निम्न संवेदनशील गांव में ये भी हैं शामिल
इसी तरह पुरगांव, बघमल्ला, दुहनी दुमहानी,पंडरीपाली, बम्हनपुरी, कसडोल के बम्हनी, छाछी, चौरादा, मड़वा,नगरदा, सेल,देवतराई, गोलाझर, बलौदा,बरेली, नगेडा, कोसमसरा,पुटपुरा,कुरमाझर, मोहतरा,दर्रा क मोतीपुर,आमाखोहा सुकुली उसी तरह पलारी के सुंदरावन, ओडान,गिरतरा गिधपुरी, मुड़पार, दातान प, कोसमंदी,चरौदा, सलौनी, घोटिया,घिंघोला,वटगन,बिल्हा ब्रम्हनी,गिराकेरा,खरतोरा नवागांव, जारा, खैरा,कोदवा शामिल हैं।