आज राज्यपाल अनुसुइया उइके अपने दो दिवसीय प्रवास पर बस्तर में रहेंगी। राज्यपाल दोपहर 1 बजे शासकीय विमान से जगदलपुर पहुंचेंगी। जिसके बाद वे यहां भूमकाल दिवस पर आयोजित विभिन्न कार्यक्रम में शामिल होंगी। वे यहां गोलबाजार स्थित जयस्तंभ चौक और गीदम मार्ग में स्थित शहीद गुंडाधुर के उद्यान में श्रद्धासुमन अर्पित करेंगी। इसके बाद वे शहर के इंदिरा प्रियदर्शिनी स्टेडियम में आयोजित भूमकाल स्मृति दिवस समारोह में शामिल होंगी।
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बस्तर में हर साल 10 फरवरी को सर्व आदिवासी समुदाय शहीद गुंडाधुर की स्मृति में भूमकाल दिवस मनाया जाता है। शहीद गुंडाधुर के बलिदान दिवस के रूप में हर साल इसे मनाया जाता है। इस बार भूमकाल की 111वीं वर्षगांठ के मौके पर राज्यपाल शामिल होंगी।
राज्यपाल अनुसुइया उइके अपने प्रवास के दूसरे दिन जगदलपुर के विश्राम भवन में स्थानीय जनप्रतिनिधियो और विभिन्न विभाग के अधिकारियों से मुलाकात करेंगी। जिसके बाद दोपहर 2:30 बजे वे रायपुर के लिए रवाना हो जाएंगी। राज्यपाल के दो दिवसीय प्रवास को देखते हुए प्रशासन ने सारी तैयारियां पूरी कर ली है।
बंदी पाटा साड़ी की जाएगी भेंट
राज्यपाल के प्रवास के दौरान उन्हें बस्तर की परंपरागत बंदी पाटा साड़ी भेंट की जाएगी। बंदी पाटा बस्तर के वीर योद्धा गुंडाधुर ने बंदी ओलना वस्त्र पहनकर और बंदी टेकरीवाल पगड़ी धारण कर युद्ध में प्रवेश किया था। बस्तर में इसकी एक अलग पहचान है। बंदी पाटा धुर्वा समाज का प्रमुख वस्त्र है. यह महिलाओं के लिए मान्यता से परिपूर्ण है। बंदी पाटा साड़ी की लंबाई 5 मीटर चौड़ाई में 46 इंच होती है। धुर्वा समाज के प्रमुखो के द्वारा महामहिम राज्यपाल को इस बंदी पाटा की साड़ी भेंट की जाएगी।