छतरपुर. दरिंदों ने 18 साल की लड़की पर जुल्म की इंतेहा कर डाली। पहले छतरपुर के निवारी निवासी एक दंपती ने उसे अगवा किया। पिता से फिरौती मांगी। जब रुपए नहीं मिले तो लड़की का 20 हजार रुपए में सौदा कर दिया। इसके बाद तो लड़की पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। 70 दिन में एक-एक कर उसे कुल सात लोगों को बेचा गया। अंत में जब जबरन शादी कराई गई तो उसने जान दे दी। जशपुर जिले के कांसाबेल थाना निवासी लड़की को वहां से अगवा कर आरोपियों ने मध्यप्रदेश के अलग-अलग स्थानों के साथ उत्तरप्रदेश के ललितपुर में रखा था। अब छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश की पुलिस ने इस मामले में कुल आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
पीड़ा के वो 70 दिन
- 3 जुलाई 2020 को छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले के कांसाबेल थाना इलाके से लड़की का छतरपुर जिले के निवारी निवासी अजय राय और उसकी पत्नी सविता राय ने अपहरण किया था। आरोपियों ने लड़की के पिता को फोन कर फिरौती मांगी।
- जब रुपए नहीं मिले तो दंपती ने लड़की को 20 हजार रुपए में कल्लू रैकवार निवासी बमनौरा जिला छतरपुर को बेच दिया।
- कल्लू ने लड़की को हरेन्द्र सिंह बुंदेला निवासी नरवां को बेचा।
- इसके बाद राजपाल सिंह परमार निवासी ग्राम दतया ने उसे खरीदा।
- फिर देशराज कुशवाहा निवासी रनगांव ने नाबालिग का सौदा किया।
- यहां से उसे मुन्ना कुशवाहा निवासी सीरौन, ललितपुर को बेचा गया।
- आखिर में संतोष कुशवाह निवासी खिरिया ललितपुर ने नाबालिग को 70 हजार रुपए में खरीदकर अपने बेटे से उसकी जबरन शादी करा दी थी। दो महीने बाद 10 सितंबर 2020 को लड़की ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी।
पुलिस ऐसे आरोपियों तक पहुंची
लड़की के पिता की शिकायत पर छत्तीसगढ़ पुलिस के सहायक उप निरीक्षक देवनारायण यादव की टीम ने छतरपुर पुलिस से संपर्क किया। जशपुर में दर्ज मामले में छतरपुर जिले के गढ़ीमलहरा थाना इलाके के खौंप निवारी निवासी अजय उर्फ पंचम सिंह पिता बाबू लाल राय उम्र 27 साल और उसकी पत्नी सविता उम्र 28 वर्ष को खोजा गया। दोनों राज्यों की पुलिस ने उनसे पूछताछ की। इसमें एक-एक कर आरोपियों के नाम सामने आते गए, लेकिन लड़की नहीं मिली। आखिर में पुलिस को उसकी खुदकुशी का पता चला।
सभी आरोपी पकड़े जा चुके हैं। जशपुर पुलिस उन्हें ट्रांजिट रिमांड पर ले गई है।
- सचिन शर्मा, छतरपुर, एसपी