रायपुर। अंडर गारमेंट बनियान धोने से मना करने वाले धोबी के पद पर कार्यरत सिपाही रामायण निर्मलकर को पुलिस अधिकारी (Police Department news) के द्वारा प्रताडि़त किए जाने की धोबी समाज ने कड़े शब्दों में निंदा की है। समाज की बैठक सोशल मीडिया में हुई जिसमें विभिन्न सदस्यों ने उक्त अधिकारी के खिलाफ रोष व्यक्त किया जिन्होंने चड्डी बनियान नहीं धोने वाले धोबी के पद पर कार्यरत सिपाही रामचरण निर्मलकर को कारण बताओ नोटिस और बीजापुर तबादला कर दिया।
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सोशल मीडिया में समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष कृष्ण कुमार कनौजिया मुंबई ने प्रदेश अध्यक्ष श्री सूरज निर्मलकर को जांच समिति गठित कर उक्त घटनाक्रम की जांच करने के लिए निर्देशित किया और दोषी अधिकारी के खिलाफ कार्यवाही (Police Department news) करने आवाज बुलंद करने के लिए कहा जिस पर प्रदेश अध्यक्ष सूरज निर्मलकर ने पुलिस महानिदेशक दुर्गेश माधव अवस्थी से व्हाट्सएप में सूचना भेजकर कार्यवाही की मांग की है। डीजीपी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दिए हैं। समाज के प्रदेश अध्यक्ष सूरज निर्मलकर ने कहा है- अगर रामचरण निर्मलकर का तबादला निरस्त कर ससम्मान वापस नहीं लाया गया तो समाज मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू से मुलाकात कर ज्ञापन सौंप सकती है।
बूढ़ा तालाब से लेकर मुख्यमंत्री निवास तक ध्यान आकर्षित करने के लिए पैदल मार्च भी कर सकती है क्योंकि उक्त अधिकारी के इस कृत्य से समाज के सम्मान को ठेस पहुंचा है। बैठक में प्रमुख रूप से आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक भागबली निर्मलकर, बिलासपुर के जिला अध्यक्ष राजेश रजक, प्रादेशिक प्रवक्ता गंगा निर्मलकर रवि रजक बलौदाबजार जिला के अध्यक्ष कमलेश रजक छवि बरेट सत्यनारायण निर्मलकर युवा प्रदेश अध्यक्ष अनिल रजक, राजू नागे आदि शामिल है। समाज के लोगों ने कहा है अगर इस प्रकरण में ठोस निर्णय नहीं लिया गया और दोषी अधिकारी के खिलाफ कार्यवाही नहीं हुई तो उग्र आंदोलन भी किया जा सकता है।