कोरोना के कारण 26 साल पुरानी परंपरा टूट गई है। दरअसल कोरोना की वजह से इस साल गुरु घासीदास जयंती पर शोभायात्रा नहीं निकाली जाएगी। कोरोना के कारण इस साल कोई भी त्योहार और आयोजन ठीक से नहीं मनाया जा सका हैं। वहीं कोरोना गाइडलाइंस का पालन करते हुए आज सादगी से गुरु घासीदास जयंती मनाई जाएगी।
बाबा गुरु घासीदास की जयंती आज, सीएम बघेल ने दी प्रदेशवासियों को बधाई
जिला प्रशासन की तय गाइडलाइन के तहत ही गुरु घासीदास जयंती राजधानी में मनाई जाएगी।वहीं मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन जरूरी होगा। कार्यक्रमों के दौरान संक्रमण न फैले इसकी भी व्यवस्था आयोजन समिति को करनी होगी।

इन कार्यक्रमों में शामिल होंगे सीएम बघेल
बाबा गुरु घासीदास की 264वीं जयंती (baba guru ghasidass birth anniversary) के अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Chief Minister Bhupesh Baghel) मुंगेली, दुर्ग जिले सहित राजधानी रायपुर में बाबा गुरू घासीदास जयंती के मौके पर आयोजित कार्यक्रमों में शामिल होंगे। निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक मुख्यमंत्री सुबह 11.15 बजे भिलाई से हेलीकॉप्टर द्वारा रवाना होकर दोपहर 12 बजे मुंगेली जिले मोतिमपुर गांव (अमरटापू धाम) पहुंचेंगे और वहां बाबा गुरू घासीदास जयंती के कार्यक्रम में शामिल होंगे।
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सीएम बघेल दोपहर 1.15 बजे मुंगेली जिले के लालपुर तहसील स्थित बंधवा गांव (लालपुर धाम) पहुंचकर वहां गुरू घासीदास जयंती में शामिल होंगे. इसके बाद दोपहर 3.40 बजे भिलाई सेक्टर-6 स्थित सतनाम भवन पहुंचेंगे। मुख्यमंत्री वहां गुरू घासीदास जयंती के कार्यक्रम के बाद शाम 5 बजे कुम्हारी बस्ती में गुरू घासीदास जयंती के कार्यक्रम में शामिल होंगे। इस कार्यक्रम के बाद बघेल शाम 6.45 बजे राजधानी रायपुर के न्यू राजेन्द्र नगर गुरू घासीदास कॉलोनी पहुंचेंगे और वहां आयोजित गुरू घासीदास जयंती कार्यक्रम में शामिल होंगे।
सीएम ने प्रदेश की सुख-समृद्धि की कामना
बाबा गुरु घासीदास की जयंती के अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Chief Minister Bhupesh Baghel) ने प्रदेशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। सीएम बघेल ने जयंती के अवसर पर बाबा गुरु घासीदास से सभी लोगों के जीवन में सुख-समृद्धि और खुशहाली के लिए आशीर्वाद प्रदान करने की प्रार्थना की है। बघेल ने कहा है कि 'छत्तीसगढ़ के अनमोल रत्न बाबा गुरू घासीदास जी का जीवन दर्शन और विचार मूल्य पूरी मानव जाति के लिए कल्याणकारी है।'
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'बाबा गुरु घासीदास जी ने सम्पूर्ण मानव जाति को 'मनखे-मनखे एक समान' के प्रेरक वाक्य के साथ यह संदेश दिया कि सभी मनुष्य एक समान है। उन्होंने लोगों को मानवीय गुणों के विकास का रास्ता दिखाया और नैतिक मूल्यों की पुनर्स्थापना की। बाबा गुरू घासीदास जी ने अपने उपदेशों के माध्यम से दुनिया को सत्य, अहिंसा और सामाजिक सद्भावना का मार्ग दिखाया। बघेल ने कहा कि बाबा गुरू घासीदास के उपदेश आज भी प्रासंगिक और समस्त मानव जाति के लिए अनुकरणीय हैं।'
राज्यपाल ने दी बाबा गुरु घासीदास जयंती पर शुभकामनाएं
राज्यपाल अनुसुइया उइके ने बाबा गुरु घासीदास की जयंती पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी है। राज्यपाल ने अपने शुभकामना संदेश में कहा है कि 'महान संत बाबा गुरु घासीदास ने मनखे-मनखे एक समान का संदेश देकर सद्मार्ग में चलने का रास्ता दिखाया। उन्होंने कहा कि समाज को एकता के सूत्र में पिरोने वाले बाबा गुरु घासीदास शांति, समरसता और सात्विकता के प्रतीक है। संत बाबा गुरु घासीदास ने समाज में व्याप्त भेदभाव और असमानता को दूर कर समतामूलक समाज स्थापित करने पर बल दिया। उनके उपदेश आज भी प्रासंगिक है।'
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पीएचई मंत्री ने प्रदेशवासियों को दी बाबा गुरु घासीदास जयंती की बधाई
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी एवं ग्रामोद्योग मंत्री गुरु रूद्र कुमार ने सतनाम पंथ के प्रवर्तक संत शिरोमणि बाबा गुरु घासीदास की जयंती के अवसर पर प्रदेशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने इस अवसर पर बाबा गुरू घासीदास से सभी लोगों के जीवन में सुख-समृद्धि और खुशहाली के लिए कामना की है। उन्होंने कहा कि बाबा गुरु घासीदास जी का जीवन दर्शन, जीवन कृतियां और उनके विचार पूरी मानव जाति के लिए कल्याणकारी है। बाबा गुरु घासीदास का सम्पूर्ण जीवन मानव जाति के कल्याण के लिए समर्पित रहा है। उनके द्वारा दिए गए प्रेरक संदेश 'मनखे-मनखे एक समान' आज भी प्रासंगिक है।